*इगास हमारु लोक संस्कृति कु प्रतीक चः डा. प्रेमचंद*
देव भूमि जे के न्यूज,ऋषिकेश 23 नवंबर 2023
”आवा! हम सब्बि मिलके इगास मनोला, नई पीढ़ी ते अपणी लोक संस्कृति से जुड़ोला। लोकपर्व इगास हमारु लोक संस्कृति कु प्रतीक च। हमारि नई पीढ़ी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुणि रौ, यु हमारु उद्देश्य च।” इन्हीं शब्दों के साथ क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने बापूग्राम में आयोजित इगास लोकपर्व पर अपनी शुभकामनाएं दीं।
गुरुवार को गढ़ सेवा संस्थान ऋषिकेश की ओर से बापूग्राम में लोकपर्व इगाम पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि इगास लोकपर्व हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान है। दीपावली के बाद 11वें दिन राज्य में इगास और बूढ़ी दीपावली मनानी की प्रथा सदियों पुरानी है। गढ़वाल में इगास को बग्वाल के रूप में जबकि कुमायूं में बूढ़ी दीपावली कहा जाता है।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि इगास को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मना सकें, इसके लिए हमारी सरकार ने अवकाश की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि लोकपर्व हमारे राज्य की पहचान है, हमें इसकी महत्वता को समझना होगा। कहा कि जनसहभागिता से ही हमारे लोकपर्व का महत्व बढ़ेगा।
मंत्री डा. अग्रवाल ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि अपने राज्य की संस्कृति, मेले, लोकपर्वों का महत्व जानें और इसमें सहभाग करते हुए धूमधाम से मनाएं। इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। साथ ही पहाड़ी व्यंजन कंडाली का काफल, भात, कोदे की रोटी, अरसे, स्वाल, भड्डू दाल का स्वाद लोगों ने चखा। इसके अलावा मंत्री डा. अग्रवाल ने भेलो भी खेला।
इस अवसर पर गढ़ सेवा संस्थान के अध्यक्ष रविन्द्र राणा, सचिव गोपाल सती, उपाध्यक्ष राजवीर रावत, कोषाध्यक्ष अरुण बडोनी, ताजेन्द्र नेगी, दिनेश पयाल, मनोज ध्यानी, भगवती रतूड़ी, प्रतीक कालिया, राजवीर रावत, सुमित पंवार, देवेंद्र नेगी, विजय रावत, प्रधान सागर गिरी, ममता नेगी, प्रमिला त्रिवेदी, महावीर चमोली, पुनीता भंडारी, निर्मला उनियाल, पार्षद वीरेंद्र रमोला, जेएस राणा, सुरेंद्र सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
*पांच लोगों को किया सम्मानित-
ऋषिकेश। गढ़ सेवा संस्थान की ओर से सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने पर पांच लोगों को मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में दिनेश सेमवाल, हितेंद्र पंवार, हरीश द्विवेदी, कमला प्रसाद भट्ट, वीरेन्द्र सेमवाल रहे।