उत्तराखंड

*मरने के बाद भी दो जिंदगी रोशन कर गये प्रमिला रस्तोगी*

देव भूमि जे के न्यूज- 19.02.2024

दिनांक 19 फरवरी 2024, शुक्रवार को स्वर्गीय श्रीमति प्रमिला रस्तोगी, पत्नी स्व॰ श्री प्रेम रत्न रस्तोगी, हल्दौर, रविवार 18 फ़रवरी को साँय 6:00 बजे अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर गोलोक के लिए प्रस्थान कर गईं । उनके मंझले पुत्र, रो॰ प्रवीण रस्तोगी, ने उनकी अंतिम इच्छा पूर्ण करने हेतु उनका सफ़लतापूर्वक नेत्र दान कार्य संपन्न कराया। निर्मल आई इंस्टिट्यूट, ऋषिकेश, के डा॰ वंशज राय ने अपनी कुशल टीम के सहयोग से नेत्र दान कार्य को पूर्ण किया ।

श्रीमति प्रमिला जी अत्यंत ममतामयी, सरल हृदय एवं धर्मप्रेमी महिला थीं । वे हल्दौर में प्रथम स्नातक महिला थीं एवं विलक्षण प्रतिभाओं से पूरित थीं । शिक्षा, साहित्य, संगीत एवं आध्यात्म में सदैव उनकी विशेष रुचि रही । आप सी० डी० इंटर कॉलेज, हल्दौर की आजीवन सदस्य एवं महिला आर्य समाज की प्रधान भी रह चुकी थीं ।

आप अपने पुत्र पुत्री, पौत्र पौत्री, प्रपौत्र प्रपौत्री एवं बंधु बांधव से सुसज्जित परिवार छोड़ कर परलोक गमन पर गई हैं । ईश्वर से प्रार्थना है की उनकी पुण्यात्मा को चिर शांति प्रदान करें ।
निर्मल आश्रम आई इंस्टिट्यूट प्रशासन ने परिवार की नेत्रदान सेवा भावना की प्रशंसा की और इस नेक कार्य से समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी| स्वर्गीय श्रीमति प्रमिला रस्तोगी जी बेसक आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनका यह कार्य बहुत ही सराहनीय वह प्रशंसनीय है

नेत्रदान के लिए आवश्यक बातें |

1. मृत्यु के 6 घंटेके अंदर आंखें दान कर देनी चाहिए |
2. मृतक की आँखे बंद करके उसके ऊपर गीली रुई रख देनी चाहिए |
3. पंखा बंद कर दें ऐ. सी. हो तो चलने दें |
4. सिर के नीचे तकिया रख दें |

नेत्रदान करने के लिए संपर्क कर सकतें हैं | +91-9837607526

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