*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- थानेदार*
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कलियुगाब्द…………………….5125
विक्रम संवत्……………………2080
शक संवत्………………………1945
रवि………………………….उत्तरायण
मास……………………………….चैत्र
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी……………………………अष्टमी
रात्रि 08.04 पर्यंत पश्चात नवमी
सूर्योदय(इंदौर)……प्रातः 06.18.47 पर
सूर्यास्त (इंदौर)…..संध्या 06.42.01 पर
सूर्य राशि…………………………..मीन
चन्द्र राशि…………………………..धनु
गुरु राशि……………………………मेष
नक्षत्र………………………….पूर्वाषाढ़ा
रात्रि 10.37 पर्यंत पश्चात उत्तराषाढ़ा
योग……………………………….परिघ
संध्या 06.24 पर्यंत पश्चात शिव
करण…………………………….बालव
प्रातः 08.42 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु………………………..(मधु) वसंत
दिन…………………………..मंगलवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
02 अप्रैल सन 2024 ईस्वी ।
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त* :-
दोप 12.05 से 12.54 तक ।
👁🗨 *राहुकाल* :-
दोप 03.34 से 05.06 तक ।
☸ शुभ अंक………………..2
🔯 शुभ रंग……………….लाल
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*मीन*
05:24:51 06:55:27
*मेष*
06:55:27 08:36:46
*वृषभ*
08:36:46 10:35:26
*मिथुन*
10:35:26 12:49:08
*कर्क*
12:49:08 15:05:18
*सिंह*
15:05:18 17:17:06
*कन्या*
17:17:06 19:27:46
*तुला*
19:27:46 21:42:24
*वृश्चिक*
21:42:24 23:58:34
*धनु*
23:58:34 26:04:11
*मकर*
26:04:11 27:51:17
*कुम्भ*
27:51:17 29:24:51
🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.25 से 10.57 तक चंचल
प्रात: 10.57 से 12.29 तक लाभ
दोप. 12.29 से 02.01 तक अमृत
दोप. 03.33 से 05.05 तक शुभ
रात्रि 08.05 से 09.33 तक लाभ ।
📿 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ महावीराय नमः ।।
📯 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (पञ्चमोऽध्यायः – कर्मसंन्यासयोगः) -*
बाह्यस्पर्शेष्वसक्तात्मा विन्दत्यात्मनि यत् सुखम्।
स ब्रह्मयोगयुक्तात्मा सुखमक्षयमश्नुते॥५-२१॥
अर्थात :
बाहर के विषयों में आसक्ति रहित अन्तःकरण वाला साधक (पहले) आत्मा में स्थित (सात्त्विक) आनंद को प्राप्त होता है, फिर वह परब्रह्म के योग में स्थित पुरुष अक्षय आनन्द को प्राप्त करता है॥21॥
🍃 *आरोग्यं :*-
मधुमेह के घरेलू नुस्खे :-
1. डायबिटीज में चीनी वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए |
2. इस रोग में धीरे-धीरे पैदल चलना तथा सुबह-२ सैर अवश्य करनी चाहिए ।
3. जामुन के ४ हरे और नरम पत्ते खूब बारीक़ कर ६० ग्राम पानी में रगड़ कर छान लें और सुबह १० दिन तक लगातार पिए ।
4. डायबिटीज के शुरुवात में जामुन के ४ पत्ते प्रातः और शाम को चबाकर खाने से तीसरे दिन से ही लाभ होने लगेगा |
5. डायबिटीज में करेले के रस का सेवन करना भी एक घरेलू नुस्खा है
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थदर्शन हो सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें, लाभ होगा। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। विरोध होगा। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। जल्दबाजी से हानि होगी। आलस्य हावी रहेगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। बनते कामों में बाधा हो सकती है। विवाद से बचें। काम में मन नहीं लगेगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। विवेक का प्रयोग करें। आय बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
घर-परिवार की चिंता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। बाहर जाने का मन बनेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। संतान पक्ष से खुशियां प्राप्त होंगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्रोध रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। बड़ा काम करने का मन बनेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक सदस्यों तथा मित्रों के साथ आनंदायक समय व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
💁♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। आय में कमी रहेगी। नकारात्मकता बढ़ेगी। विवाद से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें। अनावश्यक परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरों की बातों में न आएं। धैर्य रखें, समय सुधरेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
सामाजिक कार्यों में मन लगेगा। दूसरों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। झंझटों में न पड़ें। ईर्ष्यालु सक्रिय रहेंगे।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। कोई नया बड़ा काम करने की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यावसायिक साझेदार पूर्ण सहयोग करेंगे। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने का मन बनेगा। सेहत का ध्यान रखें। वरिष्ठजनों की सलाह काम आएगी। नए मित्र बनेंगे। आय बनी रहेगी। हर कार्य बेहतर होगा।
🏹 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
अनावश्यक जोखिम न लें। किसी भी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग उभर सकता है। सेहत को प्राथमिकता दें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय नहीं है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा।
🏺*राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
घर-परिवार के साथ आराम तथा मनोरंजन के साथ समय व्यतीत होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोध होगा। काम करते समय लापरवाही न करें। चोट लग सकती है। थकान तथा कमजोरी महसूस होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
☯ *आज मंगलवार है अपने नजदीक के मंदिर में संध्या 7 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य सम्मिलित होवें |*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
*💐💐थानेदार💐💐*
*श्री प्रेमानंद जी महाराज का एकांतिक वार्तालाप जरूर सुने-*
राजस्थान के छोटे से गांव नयासर में गरीब किसान बबलू के खेत में बिना बोये लौकी का पौधा उग आया। बड़ा हुआ तो उसमे तीन लौकियाँ लगीं। उसने सोचा, उन्हें बाजार में बेचकर घर के लिए कुछ सामान ले आएगा. अतः वो तीन लौकियाँ लेकर गाँव के बाजार में गया और बेचने के यत्न से एक किनारे बैठ गया।
गांव के प्रधान आये, पूछा , ” लौकी कितने की है?”
” मालिक, दस रुपये की। ” उसने दीनता से कहा।
लौकी बड़ी थी। प्रधान ने एक लौकी उठायी और ये कहकर चलता बना,” बाद में ले लेना। ”
इसी प्रकार गांव के बाजार में थाने की पूरी टीम भी वही पर ड्यूटी कर रही थी तो उनमें से थाने का मुंशी आया और दूसरी लौकी लेकर चलता बना।
किसान बेचारा पछता कर रह गया। अब एक लौकी बची थी। वो प्रार्थना कर रहा था कि ये तो बिक जाये, ताकि कुछ और नहीं तो बच्चों के लिए पतासे और लइया ही लेता जायेगा। तभी उधर से थानेदार साहब गुज़रे। नज़र इकलौती लौकी पर पड़ी देखकर कडककर पूछा , ” कितने की दी ?”
किसान डर गया।
अब यह लौकी भी गई। सहमकर बोला ,” साहब, दो तो चली गयीं , इसको आप ले जाओ। ”
” क्या मतलब ?” थानेदार ने पूछा, ” साफ़ – साफ़ बताओ ?”
किसान पहले घबराया, फिर डरते – डरते सारा वाक़्या बयान कर दिया। थानेदार जी हँसे। वो किसान को लेकर प्रधान के घर पहुंचे। प्रधान जी मूछों पर ताव देते हुए बैठे थे और पास में उनकी पत्नी बैठी लौकी छील रही थी। थानेदार ने पूछा,’ लौकी कहाँ से लाये ?”
प्रधान जी चारपाई से उठकर खड़े हो गए , ” बाजार से खरीदकर लाया हूँ। कितने की ?”
प्रधान चुप।
नज़र किसान की तरफ उठ गयी। थानेदार जी समझ गए। आदेश दिया,” चुपचाप किसान को एक हज़ार रुपये दो , वर्ना चोरी के जुर्म में बंद कर दूंगा। ” काफी हील-हुज्जत हुई पर थानेदार जी अपनी बात पर अड़े रहे और किसान को एक हज़ार रुपये दिलाकर ही माने।
फिर किसान को लेकर थाने पहुंचे। सभी सिपाहियों और हवलदारों को किसान के सामने खड़ा कर दिया। पूछा,” इनमे से कौन है ?” किसान ने एक हवलदार की तरफ डरते-डरते ऊँगली उठा दी। थानेदार गरजा ,” शर्म नहीं आती ? वर्दी की इज़्ज़त नीलाम करते हो। सरकार तुम्हे तनख्वाह देती है , बेचारा किसान कहाँ से लेकर आएगा।
चलो, चुपचाप किसान को एक हज़ार रुपये निकलकर दो। ” हवलदार को जेब ढीली करनी पड़ी।
अब तक किसान बहुत डर गया था। सोच रहा था, थानेदार जी अब ये सारा रुपया उससे छीन लेंगे। वह जाने के लिए खड़ा हुआ। तभी थानेदार ने हुड़का,” जाता कहाँ है ?
अभी तीसरी लौकी की कीमत कहाँ मिली ? ”
उन्होंने जेब से पर्स निकाला और एक हज़ार रुपये उसमे से पकड़ते हुए बोले , ” अब जा , और आईन्दा से तेरे साथ कोई नाइंसाफी करे तो मेरे पास चले आना। ”
किसान थानेदार जी को लाख दुआएं देता हुआ घर लौट आया, लेकिन सोचता रहा , ये किस ज़माने का थानेदार है।अगर ऐसा सच मे होने लगे तो क्या बात है !
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*