*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग-कर्म बड़ा या भाग्य?????*
🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 27 मई 2024*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार वैशाख*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – चतुर्थी शाम 04:53 तक तत्पश्चात पंचमी*
🌤️ *नक्षत्र – पूर्वाषाढा सुबह 10:13 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा*
🌤️ *योग – शुभ सुबह 06:37 तक तत्पश्चात शुक्ल*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 07:37 से सुबह 09:17 तक*
🌞 *सूर्योदय-05:58*
🌤️ *सूर्यास्त- 19:13*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
💥 *विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *चैन की नींद के लिए* 🌷
☺ *चैन की नींद न आती हो, तो सिरहाने की तरफ कर्पूर जलाकर “ॐ” का गुंजन करें l सुबह -शाम जलाने से वायु दोष दूर होगा, लक्ष्मी प्राप्ति होगी, बुरे सपने नहीं आयेंगे l*
🙏🏻 *
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
🏡 *घर के मेन गेट के ठीक सामने किचन नहीं बनाना चाहिए। मेन गेट के एकदम सामने का किचन घर के सदस्यों के लिए अशुभ रहता है।*
💥 *उपाय ~ मेन गेट और किचन के बीच पर्दा लगा दें।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर करने के लिए*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार माता पार्वती शिवजी को पति के रूप में पाना चाहती थीं, इसके लिए उन्होंने शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया था। शिवजी तप से प्रसन्न हुए और उन्होंने पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार कर लिया। आज भी यदि कोई लड़की सच्चे मन से शिवजी और माता पार्वती की पूजा करती है तो उसे भगवान की कृपा से मनचाहा वर मिल सकता है। साथ ही, इनकी कृपा से वैवाहिक जीवन की परेशानियां भी दूर हो सकती हैं। शिवजी की कृपा पाने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं…*
1⃣ *अगर किसी लड़की के विवाह में अकारण ही देरी हो रही है या सुयोग्य वर नहीं मिल रहा है तो उसे शिवजी और माता पार्वती की नियमित रुप से पूजा करनी चाहिए ।*
2⃣ *शिवलिंग पर जल चढ़ाने और माता पार्वती की पूजा करने से पति से प्रेम प्राप्त होता है ।*
3⃣ *अगर कुंडली में विवाह से संबंधित दोष है तो हर गुरुवार का व्रत करना चाहिए । शिवलिंग पर चने की दाल और बेसन के लड्डू चढ़ाएं ।*
4⃣ *वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहे, इसके लिए महिला को दो मुखी या गौरीशंकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌻☘🌺🌼💐🌸🌹🙏🏻जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
अंक ज्योतिष का सबसे आखरी मूलांक है नौ। आप बेहद साहसी हैं। आपके स्वभाव में एक विशेष प्रकार की तीव्रता पाई जाती है। आप सही मायनों में उत्साह और साहस के प्रतीक हैं। मंगल ग्रहों में सेनापति माना जाता है। अत: आप में स्वाभाविक रूप से नेतृत्त्व की क्षमता पाई जाती है। लेकिन आपको बुद्धिमान नहीं माना जा सकता।
आपके जन्मदिन की संख्या आपस में जुड़ कर नौ होती है। यह मूलांक भूमि पुत्र मंगल के अधिकार में रहता है। मंगल के मूलांक वाले चालाक और चंचल भी होते हैं। आपको लड़ाई-झगड़ों में भी विशेष आनन्द आता है। आपको विचित्र साहसिक व्यक्ति कहा जा सकता है।
शुभ दिनांक : 9, 18, 27
शुभ अंक : 1, 2, 5, 9, 27, 72
शुभ वर्ष : 2025, 2036, 2045
ईष्टदेव : हनुमान जी, मां दुर्गा।
शुभ रंग : लाल, केसरिया, पीला
जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :
अधिकार क्षेत्र में वृद्धि संभव है। नौकरी में आ रही बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। राजनैतिक व्यक्ति सफलता का स्वाद चख सकते हैं। मित्रों स्वजनों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। आप अपनी शक्ति का सदुपयोग कर प्रगति की और अग्रसर होंगे। पारिवारिक विवाद सुलझेंगे। महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं में सफलता मिलेगी।
🙏🏻🌷🌻☘🌺🌼💐🌸🌹🙏
*आज का राशिफल*
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आप सुख शांति से बितायेंगे। सेहत भी सामान्य बनी रहेगी। घर में मांगलिक कार्य के कारण अथवा अन्य घरेलु कार्यो में अधिक व्यस्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आशा के अनुरूप व्यवसाय होने से धन लाभ होगा लेकिन किसी पुरानी देनदारी के चलते कहा सुनी होने की सम्भवना है यहां धैर्य का परिचय दे अन्यथा धन अथवा किसी कीमती सामान के डूबने की सम्भवना है। सुख के ऊपर फिजूल खर्च भी अधिक रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से चहल-पहल रहेगी। आज किसी के ऊपर अतिविश्वास हानि भी करा सकता है। आय के नविन साधनों की प्राप्ति होगी। घर में आनंद का वातावरण रहेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन परिवार में अप्रिय घटना घटित होने से दुख के प्रसंग बनेंगे। प्रातः काल का समय आलस्य में बीतेगा। किसी आस-पडोसी से वर्चस्व को लेकर टकराव की स्थिति भी बनेगी। वाणी एवं व्यवहार से किसी का अहित ना हो इसका विशेष ध्यान रखें। आज परिजनों के साथ यात्रा पिकनिक पर भी खर्च करेंगे परन्तु गलतफहमी के कारण सामंजस्य बैठाना मुश्किल साबित होगा। कार्य क्षेत्र पर अनैतिक साधनों से कमाने का प्रयास करेंगे इससे धन लाभ आकस्मिक होगा और जरूरत के अनुसार ही। आध्यात्म से जुड़ेंगे। घर मे बीमारी अथवा अन्य कारण से किसी न किसी को शारीरिक कष्ट होने की सम्भवना है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपकी आशाओं पर खरा उतरेगा। घर एवं बाहर अनुकूल वातावरण मिलने से मनचाहा कार्य करने में सुविधा रहेगी। धार्मिक गतिविधयों में जाने से मानसिक शांति मिलेगी। विदेश अथवा दूर रहने वाले किसी स्वजन से आनंद दायक समाचार मिलने की संभावना है अथवा विदेश जाने में आ रही बाधा शांत होने से राहत मिलेगी। घर में सुख के साधनो की खरीददारी पर खर्च करेंगे। आर्थिक रूप से भी आज का दिन शुभ रहेगा कार्य व्यवसाय में मध्यान तक कोटा पूरा कर लेंगे। संध्या का समय शारीरिक रूप से थकान अथवा अन्य प्रकार से कष्टदायक रह सकता है फिर भी परिवार का साथ मिलने से मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपकी दिनचार्य अव्यवस्थित रहेगी काम के समय भी दिमाग मे विपरीत विचार लगे रहेंगे जिसके परिणामस्वरूप आज के दिन से कुछ ना कुछ कमी रहेगी। दोपहर के बाद कुछ समय निकालकर मित्र परिवार के साथ मनोरंजन में व्यतीत करेंगे परन्तु आज दुर्व्यसनों से दूर रहना अति आवश्यक है शरीर के साथ मान हानि भी होने की संभावना है हालांकि आज परोपकार का शुभ फल भी मिलने की आशा है। कार्य क्षेत्र पर कम व्यवहार होने के बाद भी संतोषजनक धन लाभ हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन पहले से बेहतर रहेगा। सन्तानो की प्रगति से आत्मसंतोष होगा। सेहत को लेकर कुछ समय आशंकित रहेंगे।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन सामान्य फलदायक रहेगा। कुछ विशेष कार्य नहीं रहने दिन भर आलस्य करेंगे। सेहत भी थोड़ी प्रतिकूल रहेगी पिंडली में अकड़न अथवा शरीर में निष्क्रियता रहने की सम्भवना है। घर में व्यर्थ के विवाद रहने से गृहस्थ से भी मन ऊबने लगेगा। आज कोई आपकी चुगली भी कर सकता है परंतु इसका आपके व्यक्तित्त्व पर असर नहीं पड़ेगा। प्रातः काल पूर्व में किये गए अनुबंधों से थोड़ा लाभ हो सकता है इसके बाद धन लाभ की इच्छा पूर्ण होने मुश्किल है। परिजनों से विचारो में मतभेद रह सकता है। खाली दिमाग मे कुछ न कुछ विपरीत विचार आते रहेंगे बेहतर है स्वयं की किसी न किसी कार्य मे व्यस्त रखें।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आप बे फिजूल की बातों पर मानसिक तनाव अनुभव करेंगे। घरेलु वातावरण पहले ही अशान्त रहेगा बाहर भी किसी से धन या अन्य विषयों को लेकर बहस हो सकती है। पुर्व नियोजित पर्यटन की योजना भी बिगड़ सकती है। घर के सदस्य की सेहत आकस्मिक ख़राब होने की संभावना है। आर्थिक लेन देन आज ना करें धन के किसी न किसी रूप में क्षति होने या लंबे समय तक रुकने के योग है। पुराने रुके कार्य असफल होने से धन अटक सकता है। प्रेम-प्रसंगों से दूरी बनाए रखें अन्यथा मायूसी मिलेगी धन की कमी रहेने से महत्त्वपूर्ण योजनाएं लटकेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन भी आपके लिए अनुकूल रहेगा। किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए थोड़ा इन्तजार करना पड़ सकता है परंतु मध्यान के आस-पास इसके पूर्ण होने से ख़ुशी मिलेगी। काम धंधा अपेक्षा अनुसार रहने से धन लाभ सामान्य से अधिक होगा लेकिन आज प्रलोभन में आकर गलत कार्यो में धन फंस सकता है इसका ध्यान रहे। परिजनों के साथ भावनात्मक सम्बन्ध जुड़ेंगे अधिक भावनाओ में बहकर सामर्थ्य से अधिक खर्च करने के कारण आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। पारलौकिक रहस्यों को जानने में भी रूचि दिखाएँगे। धार्मिक क्षेत्र की लघु यात्रा हो सकती है। सेहत संबंधित छोटी मोटी समस्या लगी रहेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन मिला-जुला फल देने वाला रहेगा। आर्थिक रूप से मध्यान तक का समय ठीक रहेगा इसके बाद धन लाभ की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे। परिवार में पैतृक संपत्ति अथवा अन्य कारणों से अहम् को लेकर टकराव हो सकता है। यहां विवेक से काम लें कही सुनी बाती में न आये जिन्हें आज आप अपना शत्रु समझेंगे निकट भविष्य में वे ही लोग सहायक बनेंगे इसबात को ध्यान में रखकर ही व्यवहार करें। निजी व्यवसाय अथवा नौकरी में अतिरिक्त कार्य मिलने से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द करने पड़ेंगे। आज किसी के बीच बचाव अथवा जमानती ना बने परोपकार का भी उल्टा इल्जाम लग सकता है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आप महत्त्वपूर्ण कार्यो को भी दरकीनार करके मौज-शौक में दिन व्यतीत करना अधिक पसंद करेंगे उसी के अनुसार दिनचर्या को बदल लेंगे। कार्य स्थल पर पहले से व्यवस्था करने से निर्धारित योजनाओं में विघ्न नहीं आ पाएंगे। आज किसी वरिष्ठ सामाजिक व्यक्ति से भेंट होने से भविष्य के लिए लाभ के द्वार खुलेंगे लेकिन यहां ज्यादा बोलने की आदत परेशानी में डाल सकती है इसका ध्यान रहे। कार्य क्षेत्र अथवा रिश्तेदारी से शुभ समाचार मिलेंगे। दोपहर के बाद के समय उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। अपव्यय भी अधिक रहेंगे। आज स्वाभाविक ही लाभदायीं दिन है इसलिए प्रलोभनों से बचें। दोपहर के आसपास किसी न किसी रूप में थोड़ा शारीरिक कष्ट हो सकता है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपको अपने किसी गलत निर्णय या किसी अन्य के गलत मार्गदर्शन के कारण थोड़ा कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार अथवा सामाजिक क्षेत्र में धोखा होने की अधिक संभावना है, सतर्क रहें। पूर्व अनुबंध अचानक निरस्त होने से धन की समस्या खड़ी होगी। स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने से घर बाहर का वातावरण अशान्त बनेगा। किसी षड्यंत्र में फंसने की संभावना है। किसी भी अनैतिक गतिविधि से बचकर रहें। मित्र प्रियजनों के साथ ख़ुशी के पल अचानक गम में बदल सकते है। बेहतर रहेगा आज का दिन घर में ही ईश्वरीय आराधना में व्यतीत करें। सेहत ठीक रहेगी। कुछ समय के लिये कमजोरी अथवा ठंड की शिकायत रह सकती है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन बेहतर रहने वाला है परंतु विदेश सम्बंधित कार्यो में व्यवधान आने अथवा विदेश स्थित जातको को आकस्मिक कष्ट देखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आज अधिक ध्यान ना देने पर भी आशा से अधिक लाभ होगा। सामाजिक रूप से भी दिन अच्छा रहेगा मान बढ़ने से गर्वित अनुभव करेंगे। व्यवसाय के सिलसिले से बन रही यात्रा की योजना अचानक बदलने से कई दिनों से रुके घरेलू अथवा अन्य आवश्यक कार्य पूर्ण कर सकते है। ख़राब पेट के कारण थोड़ा असहज रहेंगे। खान-पान में सावधानी रखें अन्यथा समस्या बढ़ भी सकती है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन पिछले कल से थोड़ा बेहतर रहेगा परन्तु बीच-बीच में वातावरण ख़राब होने से क्रोध आएगा। काम धंधे की गति धीमी रहने के कारण आर्थिक विषय आज खास परेशान करेंगे। भागीदारी के कार्य में हानि होने की संभावना भी है। लंबी यात्रा होने की संभावना है परंतु इससे कोई विशेष प्रयोजन सिद्ध नहीं कर पाएंगे। आज किसी सरकारी उलझन में भी फंस सकते है कोई भी ऐसा कार्य करने से बचे जिससे प्रतिष्ठा खराब हो। वाहन चलाते समय भी सावधानी रखें। सर्जरी अथवा अन्य महंगे इलाज अधिक छान-बीन के बाद ही कराये।
*चिंतन*
*कर्म बड़ा या भाग्य?????*
मित्रों, आज संसार में सभी दुखी हैं, उसका मूल कारण है लोग कर्म नहीं करते, कर्म करेंगे तब अनुकूल फल मिलेगा, कई बार लोग प्रश्न किया करते हैं कि कर्म बड़ा होता है या भाग्य बड़ा होता है? ये आज के जनमानस के अन्तर्मन में एक आम प्रश्न बन गया है,*आप ये बात बिल्कुल स्पष्ट समझले कि भाग्य नाम की कोई चीज अलग से नहीं होती, जीव का जन्म कर्म से होता है,*मृत्यु भी कर्म से होती है, सुख और दु:ख जो कुछ भी मिलता है, केवल कर्म से मिलता है।*
कर्मणा जायते जन्तु: कर्मणैव विलीयते।
सुखं-दु:खं भयं क्षेमं कर्मणैवाभिपधते।।
*ईश्वर भी फल उसी को देते है जो कर्म करता है*, जो कर्म नहीं करता उसको फल ईश्वर कभी नहीं देता, शास्त्र कहते है- जैसा कर्म करेंगे वैसा फल मिलेगा, माना कि आपके पास बहुत कुछ है लेकिन कर्म तो आप शास्त्रों के विरुद्ध कर रहे हैं, तो *यह समझ लेना की अब जो उपभोग कर रहे हो वह पूर्व जन्म का कर्म फल है, लेकिन इस जन्म का कर्म फल आपको आगे मिलेगा।*
अस्ति चेदीश्वर: कश्चित् फलरूप्यन्त कर्मणाम्।
कर्तारं भजते सोऽपि न ह्मकर्तु: प्रभुहि स:।।
आज हमने बुरा कर्म किया तो कल बुरा भाग्य बनेगा, आज अच्छा कर्म किया तो कल अच्छा भाग्य बनेगा, “बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय” इसलिये कर्म प्रधान है, *भाग्य नाम की चीज अलग से नहीं होती, जो व्यक्ति ये कहता है कि भाग्य में होगा तो मिलेगा, ये तो आलसीयों का लक्षण है, व्यक्ति को उधम करना चाहिये, कर्म करना चाहिये।*
नाभुक्तं क्षीयते कर्म जन्मकोटिशतैरपि।
अवश्यमेव भौक्तव्यं कुतं कर्म शुभाशुभम्।।
सज्जनों, भाग्य में है वो चीज मिलेगी- इसके लिए आप अपने ऊपर आजमा कर देखें- आप बिना कुछ खाये-पीये अपने कमरे का दरवाजा बंद करके ताला लगाकर चाबी खिड़की से नीचे फेंक दीजिये, ए सी चलाकर डबल बेड पर बढिय़ा मखमल का तकिया लगाकर झीनी चदरिया ओढ़कर सो जाइये, अब सोते समय कहना, मेरे भाग्य में होगा तो रामजी मुझे भोजन यहीं दे जायेंगे और सो जाईये।
अब देखो, रामजी भोजन लाते हैं कि नहीं, भूख के मारे प्राण भले ही निकल जाये, लेकिन रामजी भोजन कभी नहीं लेकर आयेंगे, बल्कि रामजी तो नाराज हो जायेंगे, इस नासमझ को देखो, मैंने शरीर दिया, बुद्धि दी है, हाथ-पैर दिये है, विचार दिये है, शक्ति दी है, कर्म तो करता नहीं मेरे ऊपर आश्रित है, परमात्मा भी सहायता उसी की करता है, जो अपनी सहायता स्वयं करना चाहता है, जो मनुष्य स्वयं अपनी सहायता नहीं करता उसकी सहायता परमात्मा भी नहीं करता।
*लोग कर्म तो करते हैं, परन्तु परमात्मा का चिन्तन भी होना चाहिये, हमारे शास्त्र कहते हैं- परमात्मा के अपने वचन हैं, “तस्मात् सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युद्धय च” (गीता) प्रत्येक काल में मेरा स्मरण भी करो और कर्म भी करो, हम केवल कर्म करेंगे और भगवान् को भूल जायेंगे तो कर्म सफल नहीं होगे और केवल भगवान् की माला लेकर बैठ जायेंगे और कर्म नहीं करेंगे तो भी कर्म सफल नहीं होगा, इसलिये दोनों ही कार्य होने आवश्यक हैं।*
सज्जनों! मैं एक खुशी की बात कहूँ- विगत आठ-दस वर्षों से हिन्दू धर्म में बड़ा भारी परिवर्तन हुआ है, आपको जानकर आश्चर्य और खुशी होगी कि इस परिवर्तन में युवा लोग जैसे एक दशक पहले बिगड़ने में आगे हुये थे, वैसे युवावर्ग आजकल सत्संग में भी अग्रसर हो रहा है, हम देखते है कि जिस पांडालों या मैदानों में कथा चलती है, वहाँ सत्तर प्रतिशत श्रोता युवावर्ग होता है, और बड़े प्रेम से सुनते है, देखकर प्रसन्नता होती हैं।
*सत्संग के प्रति रूझान जब बढ़ेगा तब जीवन में आमूल परिवर्तन आयेगा, एक बात आप सभी से और कहना चाहता हूँ कि यह दुनियाँ अगर नरक है तो केवल उनके लिये जो भगवान् को भूले हुये हैं, यह दुनियाँ स्वर्ग अवश्य है मगर वो भी केवल उनके लिए जिनका प्रभु से प्रेम रुपी सम्बन्ध बन चुका है, जिसे प्रभु की सत्ता पर जितना कम विश्वास होगा वह उतना ही दुखी होगा।*
*हमारा सुख इस बात पर निर्भर नही करता कि हमारे पास कितनी सम्पत्ति है, अपितु इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे पास कितनी सन्मति है, स्वर्ग का अर्थ वह स्थान नही जहाँ सब सुख हों अपितु वह स्थान है जहाँ सभी खुश रहते हों, भक्ति हमें सम्पत्ति तो नहीं देती पर प्रसन्नता जरुर देती है, प्रसन्नता से बढकर कोई स्वर्ग नही और निराशा से बढकर दूसरा कोई नरक भी नही है, इसलिये भाई-बहनों भगवान् की भक्ति के साथ पुरूषार्थ भी करेंगे तो यह मानव जीवन के सफलता के साथ भगवत् प्राप्ति निश्चित है।*