धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- भाग्य*


*आज का पञ्चांग*

*दिनाँक:-10/11/2023, शुक्रवार*
*द्वादशी, कृष्ण पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वादशी 12:35:01 तक
पक्ष———————– कृष्ण
नक्षत्र————हस्त 24:07:11
योग——— विश्कुम्भ 17:04:17
करण———-तैतुल 12:35:01
करण———— गर 25:20:24
वार——————– शुक्रवार
माह——————– कार्तिक
चन्द्र राशि—————- कन्या
सूर्य राशि—————— तुला
रितु————————हेमंत
आयन————– दक्षिणायण
संवत्सर————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ———–पिंगल
विक्रम संवत————-2080
गुजराती संवत———–2079
शक संवत————— 1945
कलि संवत————– 5124
सूर्योदय————- 06:37:06
सूर्यास्त————–17:28:41
दिन काल———– 10:51:34
रात्री काल———–13:09:10
चंद्रास्त————- 15:43:20
चंद्रोदय————–28:28:53
लग्न—-तुला 23°11′ , 203°11′
सूर्य नक्षत्र————— विशाखा
चन्द्र नक्षत्र—————— हस्त
नक्षत्र पाया—————– रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

ष—- हस्त 11:05:28

ण—- हस्त 17:37:19

ठ—- हस्त 24:07:11

पे—- चित्रा 30:35:01

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= तुला23:30, विशाखा 1 ती
चन्द्र= कन्या 14:30 , हस्त 2 ष
बुध =वृश्चिक 05°:53′ अनुराधा 1 ना
शु क्र=कन्या 07°05, उ o फाo’ 4 पी
मंगल=तुला 25°30 ‘ विशाखा’ 2 तू
गुरु=मेष 15°30 ‘ भरणी , 1 ली
शनि=कुम्भ 06°50 ‘ धनिष्ठा ,4 गे
राहू=(व) मीन 29°30 रेवती , 4 ची
केतु=(व) कन्या 29°30 चित्रा , 2 पो

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 10:41 – 12:03 अशुभ
यम घंटा 14:46 – 16:07 अशुभ
गुली काल 07:59 – 09: 20अशुभ
अभिजित 11:41 – 12:25 शुभ
दूर मुहूर्त 08:47 – 09:31 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:25 – 13:08 अशुभ
वर्ज्यम 07:09 – 08:54 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
चर 06:37 – 07:59 शुभ
लाभ 07:59 – 09:20 शुभ
अमृत 09:20 – 10:41 शुभ
काल 10:41 – 12:03 अशुभ
शुभ 12:03 – 13:24 शुभ
रोग 13:24 – 14:46 अशुभ
उद्वेग 14:46 – 16:07 अशुभ
चर 16:07 – 17:29 शुभ

🚩चोघडिया, रात
रोग 17:29 – 19:07 अशुभ
काल 19:07 – 20:46 अशुभ
लाभ 20:46 – 22:25 शुभ
उद्वेग 22:25 – 24:03* अशुभ
शुभ 24:03* – 25:42* शुभ
अमृत 25:42* – 27:21* शुभ
चर 27:21* – 28:59* शुभ
रोग 28:59* – 30:38* अशुभ

💮होरा, दिन
शुक्र 06:37 – 07:31
बुध 07:31 – 08:26
चन्द्र 08:26 – 09:20
शनि 09:20 – 10:14
बृहस्पति 10:14 – 11:09
मंगल 11:09 – 12:03
सूर्य 12:03 – 12:57
शुक्र 12:57 – 13:51
बुध 13:51 – 14:46
चन्द्र 14:46 – 15:40
शनि 15:40 – 16:34
बृहस्पति 16:34 – 17:29

🚩होरा, रात
मंगल 17:29 – 18:34
सूर्य 18:34 – 19:40
शुक्र 19:40 – 20:46
बुध 20:46 – 21:52
चन्द्र 21:52 – 22:58
शनि 22:58 – 24:03
बृहस्पति 24:03* – 25:09
मंगल 25:09* – 26:15
सूर्य 26:15* – 27:21
शुक्र 27:21* – 28:26
बुध 28:26* – 29:32
चन्द्र 29:32* – 30:38

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

तुला > 03:52 से 06:08 तक
वृश्चिक > 06:08 से 08:42 तक
धनु > 08:42 से 10:06 तक
मकर > 10:06 से 12:16 तक
कुम्भ > 12:16 से 13:48 तक
मीन > 13:48 से 15:10 तक
मेष > 15:10 से 16:58 तक
वृषभ > 16:58 से 18:56 तक
मिथुन > 18:56 से 21:04 तक
कर्क > 21:04 से 23:20 तक
सिंह > 23:20 से 01:26 तक
कन्या > 01:26 से 04:48 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 12 + 6 + 1 = 34 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*प्रदोष व्रत (शिव पूजन)*

*धनतेरस*

*गोवत्स द्वादशी*

*धन्वंतरी जयंती*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

निःस्पृहो नाधिकारी स्यान्नाकामो मण्डनप्रियः ।
नाऽविदग्धः प्रियंब्रूयात् स्पष्टवक्ता न वञ्चकः ।।
।। चा o नी o।।

वह व्यक्ति जिसके हाथ स्वच्छ है कार्यालय में काम नहीं करना चाहता. जिस ने अपनी कामना को ख़तम कर दिया है, वह शारीरिक शृंगार नहीं करता, जो आधा पढ़ा हुआ व्यक्ति है वो मीठे बोल बोल नहीं सकता. जो सीधी बात करता है वह धोका नहीं दे सकता.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

न चैतद्विद्मः कतरन्नो गरीयो-यद्वा जयेम यदि वा नो जयेयुः ।
यानेव हत्वा न जिजीविषाम-स्तेऽवस्थिताः प्रमुखे धार्तराष्ट्राः ॥,

हम यह भी नहीं जानते कि हमारे लिए युद्ध करना और न करना- इन दोनों में से कौन-सा श्रेष्ठ है, अथवा यह भी नहीं जानते कि उन्हें हम जीतेंगे या हमको वे जीतेंगे।, और जिनको मारकर हम जीना भी नहीं चाहते, वे ही हमारे आत्मीय धृतराष्ट्र के पुत्र हमारे मुकाबले में खड़े हैं॥,6॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।

🐂वृष
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।

👫मिथुन
चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा।

🦀कर्क
सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधूरे काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें।

🐅सिंह
लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा।

🙎‍♀️कन्या
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।

⚖️तुला
कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी।

🦂वृश्चिक
पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है।

🏹धनु
घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें। अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के योग हैं।

🐊मकर
चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें।

🍯कुंभ
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी। आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी।

🐟मीन
शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे।

*!! भाग्य !!*

एक आदमी ने नारदमुनि से पूछा मेरे भाग्य में *कितना धन है…*
नारदमुनि ने कहा – *भगवान विष्णु से पूछकर कल बताऊंगा…*

नारदमुनि ने कहा- *1 रुपया रोज तुम्हारे भाग्य में है…*
आदमी बहुत खुश रहने लगा…

उसकी जरूरते 1 रूपये में पूरी हो जाती थी…
एक दिन उसके मित्र ने कहा में तुम्हारे सादगी जीवन और खुश देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं *और अपनी बहन की शादी तुमसे करना चाहता हूँ…*

आदमी ने कहा मेरी कमाई 1 रुपया रोज की है इसको ध्यान में रखना…

*इसी में से ही गुजर बसर करना पड़ेगा तुम्हारी बहन को…*

मित्र ने कहा कोई बात नहीं *मुझे रिश्ता मंजूर है…*
अगले दिन से उस आदमी की *कमाई 11 रुपया हो गई…*

उसने नारदमुनि को बुलाया की हे *मुनिवर मेरे भाग्य में 1 रूपया लिखा है फिर 11 रुपये क्यो मिल रहे है…??*

नारदमुनि ने कहा – तुम्हारा किसी से रिश्ता या सगाई हुई है क्या…??

*हाँ हुई है…*

तो यह तुमको 10 रुपये उसके भाग्य के मिल रहे है…

*इसको जोड़ना शुरू करो तुम्हारे विवाह में काम आएंगे…*

एक दिन उसकी पत्नी गर्भवती हुई और उसकी कमाई *31 रूपये होने लगी…*
फिर उसने नारदमुनि को बुलाया और कहा है मुनिवर मेरी और मेरी पत्नी के भाग्य के 11 रूपये मिल रहे थे *लेकिन अभी 31 रूपये क्यों मिल रहे है…*

क्या मै कोई अपराध कर रहा हूँ…??

*मुनिवर ने कहा- यह तेरे बच्चे के भाग्य के 20 रुपये मिल रहे है…*

*सीख~* हर मनुष्य को उसका प्रारब्ध *(भाग्य) मिलता है…*
किसके भाग्य से घर में धन दौलत आती है हमको नहीं पता…

*लेकिन मनुष्य अहंकार करता है कि मैने बनाया,,,मैंने कमाया,,,*

मेरा है,,,
*मै कमा रहा हूँ,,, मेरी वजह से हो रहा है…*
*हे प्राणी तुझे नहीं पता तू किसके भाग्य का खा कमा रहा है…।।*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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