*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -“संपर्क” और “कनेक्शन”*
📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5126
विक्रम संवत्……………………2081
शक संवत्………………………1946
मास…………………………….कार्तिक
पक्ष……………………………….शुक्ल
तिथी……………………………द्वितीया
रात्रि 10.02 पर्यंत पश्चात तृतीया
रवि………………………….दक्षिणायन
सूर्योदय …………..प्रातः 06.32.15 पर
सूर्यास्त…………….संध्या 05.48.40 पर
सूर्य राशि…………………………तुला
चन्द्र राशि…………………….वृश्चिक
गुरु राशि………………………..वृषभ
नक्षत्र…………………………अनुराधा
दुसरे दिन प्रातः 07.57 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग…………………………..सौभाग्य
प्रातः 11.36 पर्यंत पश्चात शोभन
करण…………………………..बालव
प्रातः 09.15 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु……………………….(उर्ज) शरद
दिन…………………………….रविवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
03 नवम्बर सन 2024 ईस्वी ।
*भाई दूज : चित्रगुप्त जयंती : यम द्वितीया -*
भ्रातृ द्वितीया (भाई दूज) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला हिन्दू धर्म का पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं।
भाई दूज दीपावली के दो दिन बाद आने वाला ऐसा पर्व है, जो भाई के प्रति बहन के स्नेह को अभिव्यक्त करता है एवं बहनें अपने भाई की खुशहाली के लिए कामना करती हैं।
कार्तिक शुक्ल द्वितीया को पूर्व काल में यमुना ने यमराज को अपने घर पर सत्कारपूर्वक भोजन कराया था। उस दिन नारकी जीवों को यातना से छुटकारा मिला और उन्हें तृप्त किया गया। वे पाप-मुक्त होकर सब बंधनों से छुटकारा पा गये और सब के सब यहां अपनी इच्छा के अनुसार संतोष पूर्वक रहे। उन सब ने मिलकर एक महान् उत्सव मनाया जो यमलोक के राज्य को सुख पहुंचाने वाला था। इसीलिए यह तिथि तीनों लोकों में यम द्वितीया के नाम से विख्यात हुई। जिस तिथि को यमुना ने यम को अपने घर भोजन कराया था, उस तिथि के दिन जो मनुष्य अपनी बहन के हाथ का उत्तम भोजन करता है उसे उत्तम भोजन समेत धन की प्राप्ति भी होती रहती है।
कायस्थ समाज में इसी दिन अपने आराध्य देव चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। कायस्थ स्वर्ग में धर्मराज का लेखा-जोखा रखने वाले चित्रगुप्त का पूजन सामूहिक रूप से तस्वीरों अथवा मूर्तियों के माध्यम से करते हैं। वे इस दिन कारोबारी बहीखातों की पूजा भी करते हैं।
☸ शुभ अंक…………………….3
🔯 शुभ रंग…………………….नीला
👁🗨 *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.47 से 12.32 तक ।
👁🗨*राहुकाल :-*
संध्या 04.20 से 05.43 तक ।
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*तुला*
05:20:09 07:34:46
*वृश्चिक*
07:34:46 09:50:57
*धनु*
09:50:57 11:56:33
*मकर*
11:56:33 13:43:40
*कुम्भ*
13:43:40 15:17:12
*मीन*
15:17:12 16:48:24
*मेष*
16:48:24 18:29:09
*वृषभ*
18:29:09 20:27:48
*मिथुन*
20:27:48 22:41:31
*कर्क*
22:41:31
24:57:41
*सिंह*
24:57:41 27:09:29
*कन्या*
27:09:29 29:20:09
🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.58 से 09.22 तक चंचल
प्रात: 09.22 से 10.56 तक लाभ
प्रात: 10.56 से 12.09 तक अमृत
दोप. 01.32 से 02.56 तक शुभ
सायं 05.43 से 07.19 तक शुभ
संध्या 07.19 से 08.56 तक अमृत
रात्रि 08.56 से 10.32 तक चंचल ।
💮 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ रवये नम: ॥
*संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (नवमोऽध्यायः – राजविद्याराजगुह्ययोग:) -*
कथं विद्यामहं योगिंस्त्वां सदा परिचिन्तयन् ।
केषु केषु च भावेषुचिन्त्योऽसि भगवन्मया ॥१०- १७॥
अर्थात :
हे योगेश्वर! मैं किस प्रकार निरंतर चिंतन करता हुआ आपको जानूँ और हे भगवन्! आप किन-किन भावों में मेरे द्वारा चिंतन करने योग्य हैं?॥17॥
🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय :-*
*दही का सेवन -*
गर्मियों में दही का सेवन शरीर को बहुत ही फायदा पहुंचाता है। कैल्शियम, प्रोटीन और दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर दही शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार होता हैं। दही में मौजूद अच्छे बैक्टिरिया जिसका नाम है प्रोबायोटिक्स, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और महिलाओं को वेजिनल इंफ्केशन से बचाता है। यदि आप पाचन की समस्या से ग्रसित है या फिर पाचन शक्ति बढ़ाना चाहते हैं तो आप दही और उससे बना लस्सी का सेवन कीजिए। आप दही या लस्सी का सेवन दोपहर के लंच के बाद जरूर करें।
*त्रिफला -*
आयुर्वेद में त्रिफला का बहुत ही महत्व है। इससे बना एक हर्बल औषधि है जो कब्ज, वजन घटाने, पेट की चर्बी को कम करने और पेट की बीमारियों में लाभ देती है। त्रिफला आपको किसी भी आयुर्वेदिक दुकान पर मिल जाएगा, लेकिन आपको त्रिफला का सेवन कैसे करना है और कितनी मात्रा में लेना है इसके लिए विशेषज्ञ से जरूर राय लें। त्रिफला एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है, जो कोलेन से विषैले तत्व को बाहर निकालने में मदद करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में वृद्धि करने मदद करता है। अगर आप पाचन की समस्या से ग्रसित हैं, तो आप त्रिफला का सेवन करना शुरू कर दीजिए।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें। तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा।
👩🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शत्रुओं का पराभव होगा।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
आज बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।
🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
आज नए मित्र बनेंगे। दूरस्थ क्षेत्र से अच्छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी।
☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
*”संपर्क” और “कनेक्शन”*
*एक युवा पेशेवर द्वारा एक पुराने शिक्षक का साक्षात्कार लिया जा रहा था। पेशेवर ने पूर्व नियोजित योजना के अनुसार शिक्षक का साक्षात्कार लेना शुरू किया।*
युवा पेशेवर- *सर, अपने पिछले व्याख्यान में आपने हमें बताया था “संपर्क” और “कनेक्शन”, यह वास्तव में भ्रमित करने वाला है। क्या आप समझा सकते हैं?*
शिक्षक मुस्कुराए और स्पष्ट रूप से प्रश्न से विचलित होकर युवा पेशेवर से पूछा: *क्या आप इसी शहर से हैं?*
पेशेवर : *हाँ!*
टीचर: *घर में कौन कौन हैं?*
पेशेवर ने महसूस किया कि शिक्षक उसके प्रश्न का उत्तर देने से बचने की कोशिश कर रहा था; क्योंकि यह एक बहुत ही व्यक्तिगत और अनुचित प्रश्न था। फिर भी युवा पेशेवर ने कहा: *मां का देहांत हो गया था। पिता हैं, तीन भाई और एक बहन! सभी की शादी हो चुकी है!*
शिक्षक ने अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ फिर पूछा: *क्या आप अपने पिता से बात करते हैं?*
युवा पेशेवर नाराज दिख रहा था!
शिक्षक: *आपने उनसे आखिरी बार कब बात की थी?*
युवा पेशेवर ने अपनी झुंझलाहट को दबाते हुए कहा: *एक महीने पहले!*
शिक्षक: *क्या आपके भाई-बहन अक्सर मिलते हैं? आप आखिरी बार पारिवारिक सभा के रूप में कब मिले थे?*
इस बिंदु पर युवा पेशेवर के माथे पर पसीना आ गया। ऐसा लगता था कि शिक्षक युवा पेशेवर का साक्षात्कार ले रहे थे। पेशेवर ने कहा: *हम आखिरी बार दो साल पहले त्योहार पर मिले थे।*
टीचर : *तुम सब कितने दिन साथ रहे?*
पेशेवर ने अपने माथे पर पसीना पोंछते हुए कहा: *तीन दिन!*
शिक्षक: *आपने अपने पिता के साथ कितना समय बिताया ठीक उनके पास बैठकर?*
युवा पेशेवर परेशान और शर्मिंदा दिख रहा था और एक कागज पर कुछ लिखने लगा!
शिक्षक: *क्या आपने नाश्ता, दोपहर का भोजन या रात का खाना एक साथ किया? क्या आपने पूछा कि वो कैसे हैं? क्या आपने पूछा कि माँ की मृत्यु के बाद उनके दिन कैसे बीत रहे हैं?* युवा पेशेवर की आँखों से अश्रुधारा बहने लगी। शिक्षक ने युवा पेशेवर का हाथ पकड़ा और कहा: *शर्मिंदा, परेशान या उदास मत हो। मुझे खेद है अगर मैंने आपको अनजाने में चोट पहुंचाई है, लेकिन यह मूल रूप से आपके प्रश्न का उत्तर है! “संपर्क और कनेक्शन”*
*आपका अपने पिता के साथ ‘संपर्क’ है लेकिन आपका ‘कनेक्शन’ नहीं है। आप उनसे जुड़े नहीं हैं। कनेक्शन दिल और दिल के बीच होता है! एक साथ बैठना, भोजन करना और एक-दूसरे की देखभाल करना, छूना, हाथ मिलाना, आँख मिलाना, कुछ समय एक साथ बिताना! आपके सभी भाई-बहनों का एक-दूसरे से ‘संपर्क’ है लेकिन कोई ‘कनेक्शन’ नहीं है!*
युवा पेशेवर ने अपनी आँखें पोंछीं और कहा: *धन्यवाद सर, मुझे एक अच्छा और अविस्मरणीय पाठ पढ़ाने के लिए।*
यही है आज की हकीकत।
*चाहे घर में हो या समाज में सभी के बहुत सारे संपर्क हैं, लेकिन कोई संबंध नहीं है। सब अपनी अपनी दुनिया में मशगूल हैं! आइए न रहें “संपर्क” में, लेकिन “कनेक्टेड” बने रहें, “केयरिंग”, “शेयरिंग” समय बिताते हुए हमारे सभी प्रियजनों के साथ!*