*ऋषिकेश-परमानन्द छावड़ा के मृत्योपरांत कराए गए नेत्र दान-दो जिंदगियां होगी रोशन*
देव भूमि जे के न्यूज, ऋषिकेश –
‘मरणोपरांत कराए नेत्र दान”-
मृतक देह कुछ नहीं खोती, नेत्र दान से मिले किसी को ज्योति” सिंधी बिरादरी के संरक्षक बुजुर्ग श्री परमानन्द छावड़ा के मृत्योपरांत कराए गए नेत्र दान से समाज में चेतना अवश्य आएगी।
नेत्रदान कार्यकर्ता व लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष गोपाल नारंग के अनुसार रविवार रात्रि आशुतोष नगर निवासी परमा नंद छाबड़ा के निधन पर तुरंत ही सामाजिक कार्यकर्ता व 90 से अधिक बार रक्तदान देने वाले उनके भतीजे सुशील छाबड़ा ने सबसे पहले नेत्र दान महादान की टीम को सूचित किया। सबसे पहले सूचित करने का आशय यह था कि अंतिम समय की तैयारी में नेत्रदान कराना रह ना जाए। श्री नारंग की सूचना पर हिमालयन हॉस्पिटल के श्री सुरेंद्र भंडारी ने नेत्रदान की रेस्क्यू टीम को उनके निवास पर भेजा, जहां टीम ने दोनों कार्निया सुरक्षित प्राप्त कर लिये ।नेत्रदान के पुनीत कार्य पर हिमालयन हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर हर्ष बहादुर, गंगाराम आडवाणी, राजेश अरोड़ा , अनिल कक्कड़, हेमंत गुप्ता , मनमोहन भोला, सुरेंद्र कथुरिया ने परिवार को साधुवाद दिया