धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -मन का विचार*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 31/01/2025, शुक्रवार*
*द्वितीया, शुक्ल पक्ष,*
*माघ*
(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वितीया 13:58:32 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——– शतभिषा 28:13:22
योग———- वरियान 15:31:17
करण———– कौलव 13:58:32
करण———– तैतुल 24:48:52
वार———————– शुक्रवार
माह———————— माघ
चन्द्र राशि—————– कुम्भ
सूर्य राशि—————— मकर
रितु———————- शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)———— कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————- 1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————– 07:07:30
सूर्यास्त————— 17:58:08
दिन काल———— 10:50:37
रात्री काल————–13:08:51
चंद्रोदय————– 08:24:43
चंद्रास्त—————- 20:00:42
लग्न—- मकर 17°13′ , 287°13′
सूर्य नक्षत्र—————– श्रवण
चन्द्र नक्षत्र————– शतभिषा
नक्षत्र पाया—————— ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

गो शतभिषा 11:26:29

सा शतभिषा 17:02:35

सी शतभिषा 22:38:10

सू शतभिषा 28:13:22

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मकर 17°40, श्रवण 2 खू
चन्द्र= कुम्भ 07°30 , शतभिषा 1 गो
बुध =धनु 10°52 ‘ श्रवण 4 दी
शु क्र= मीन 02°05, पू o फाo’ 4 दी
मंगल=मिथुन 26°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 2 को
गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 23°28 ‘ पू o भा o , 1 से
राहू=(व) मीन 05°47 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 05°47 उ oफा o 3 पा

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 11:11 – 12:33 अशुभ
यम घंटा 15:15 – 16:37 अशुभ
गुली काल 08:29 – 09: 50अशुभ
अभिजित 12:11 – 12:55 शुभ
दूर मुहूर्त 09:18 – 10:01 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:55 – 13:38 अशुभ
वर्ज्यम 12:34 – 14:03 अशुभ
प्रदोष 17:58 – 20:38 शुभ

🚩पंचक ² अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
चर 07:08 – 08:29 शुभ
लाभ 08:29 – 09:50 शुभ
अमृत 09:50 – 11:11 शुभ
काल 11:11 – 12:33 अशुभ
शुभ 12:33 – 13:54 शुभ
रोग 13:54 – 15:15 अशुभ
उद्वेग 15:15 – 16:37 अशुभ
चर 16:37 – 17:58 शुभ

🚩चोघडिया, रात
रोग 17:58 – 19:37 अशुभ
काल 19:37 – 21:15 अशुभ
लाभ 21:15 – 22:54 शुभ
उद्वेग 22:54 – 24:33* अशुभ
शुभ 24:33* – 26:11* शुभ
अमृत 26:11* – 27:50* शुभ
चर 27:50* – 29:28* शुभ
रोग 29:28* – 31:07* अशुभ

💮होरा, दिन
शुक्र 07:08 – 08:02
बुध 08:02 – 08:56
चन्द्र 08:56 – 09:50
शनि 09:50 – 10:44
बृहस्पति 10:44 – 11:39
मंगल 11:39 – 12:33
सूर्य 12:33 – 13:27
शुक्र 13:27 – 14:21
बुध 14:21 – 15:15
चन्द्र 15:15 – 16:10
शनि 16:10 – 17:04
बृहस्पति 17:04 – 17:58

🚩होरा, रात
मंगल 17:58 – 19:04
सूर्य 19:04 – 20:10
शुक्र 20:10 – 21:15
बुध 21:15 – 22:21
चन्द्र 22:21 – 23:27
शनि 23:27 – 24:33
बृहस्पति 24:33* – 25:38
मंगल 25:38* – 26:44
सूर्य 26:44* – 27:50
शुक्र 27:50* – 28:56
बुध 28:56* – 30:01
चन्द्र 30:01* – 31:07

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मकर > 05:10 से 06: 56 तक
कुम्भ > 06:56 से 08:28 तक
मीन > 08:28 से 10:58 तक
मेष > 10:58 से 11:38 तक
वृषभ > 11:38 से 13:36 तक
मिथुन > 13:36 से 15:48 तक
कर्क > 15:38 से 18:10 तक
सिंह > 18:10 से 20:24 तक
कन्या > 20:24 से 22:46 तक
तुला > 22:46 से 00:50 तक
वृश्चिक > 00:50 से 04:00 तक
धनु > 04:00 से 05:10 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

2 + 6 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

2 + 2 + 5 = 9 ÷ 7 = 2 शेष

गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*चन्द्र दर्शन*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

संसारतापदग्धानां त्रयो विश्रान्तेहेतवः ।
अपत्यं च कलत्रं च सतां सड्गतिरेव च ।।
।। चा o नी o।।

जब व्यक्ति जीवन के दुःख से झुलसता है उसे निम्नलिखित ही सहारा देते है…
१. पुत्र और पुत्री २. पत्नी ३. भगवान् के भक्त.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविभागयोग अo-13

समं पश्यन्हि सर्वत्र समवस्थितमीश्वरम्‌ ।,
न हिनस्त्यात्मनात्मानं ततो याति परां गतिम्‌ ॥,

क्योंकि जो पुरुष सबमें समभाव से स्थित परमेश्वर को समान देखता हुआ अपने द्वारा अपने को नष्ट नहीं करता, इससे वह परम गति को प्राप्त होता है॥,28॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार‍ मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।

🐂वृष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।

👫मिथुन
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🦀कर्क
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।

🐅सिंह
मेहनत का फल कम मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।

🙎‍♀️कन्या
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। धैर्य एवं शांति से वाद-विवादों से निपट सकेंगे। दुस्साहस न करें। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। स्वयं की प्रतिष्ठा व सम्मान के अनुरूप कार्य हो सकेंगे।

⚖️तुला
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी प‍र नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।

🦂वृश्चिक
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।

🏹धनु
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।

🐊मकर
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।

🍯कुंभ
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।

🐟मीन
व्यापार-व्यवसाय संतोषप्रद रहेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। अल्प परिश्रम से ही लाभ होने की संभावना है। खर्चों में कमी करने का प्रयास करें। अति व्यस्तता रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। थकान रहेगी ।

*मन का विचार*

एक बुढिय़ा दूसरे गांव जाने के लिए अपने घर से निकली। उसके पास एक गठरी भी थी। चलते-चलते वह थक गई। थकान की वजह से उसे गठरी का बोझ भारी लगने लगा था। तभी उसने देखा कि पीछे से एक घुड़सवार चला आ रहा है। बुढिय़ा ने उसे आवाज दी। घुड़सवार पास आया और बोला, ‘‘क्या बात है अम्मा, मुझे क्यों बुलाया?’’

बुढिय़ा ने कहा, ‘‘बेटा, मुझे सामने वाले गांव जाना है। बहुत थक गई हूं। गठरी उठाई नहीं जाती। तू भी शायद उधर ही जा रहा है। यह गठरी घोड़े पर रख ले। मुझे चलने में आसानी हो जाएगी।’’

घुड़सवार ने कहा, ‘‘अम्मा, तू पैदल है। मैं घोड़े पर हूं। गांव अभी दूर है। पता नहीं तू कब तक वहां पहुंचेगी। मैं तो थोड़ी ही देर में पहुंच जाऊंगा। मुझे तो आगे जाना है। वहां क्या तेरा इंतजार करते थोड़े ही बैठा रहूंगा?’’ 

यह कहकर वह चल पड़ा। कुछ दूर जाने के बाद वह सोचने लगा, ‘‘मैं भी कितना मूर्ख हूं। बुढिय़ा ढंग से चल भी नहीं सकती। क्या पता उसे ठीक से दिखाई भी देता हो या नहीं। वह मुझे गठरी दे रही थी। संभव है उसमें कीमती सामान हो। मैं उसे लेकर भाग जाता तो कौन पूछता! बेकार ही मैंने उसे मना कर दिया।’’

गलती सुधारने की गरज से वह फिर बुढिय़ा के पास आकर बोला, ‘‘अम्मा, लाओ अपनी गठरी। मैं ले चलता हूं। गांव में रुककर तेरी राह देखूंगा।’’

किंतु बुढिय़ा ने कहा, ‘‘न बेटा, अब तू जा। मुझे गठरी नहीं देनी।’’
 
यह सुन घुड़सवार बोला, ‘‘अभी तो तू कह रही थी कि ले चल! अब ले चलने को तैयार हुआ तो गठरी दे नहीं रही। यह उलटी बात तुझे किसने समझाई?’’

बुढिय़ा मुस्कराकर बोली, *‘‘उसी ने समझाई है जिसने तुझे यह समझाया कि बुढिय़ा की गठरी ले ले। जो तेरे भीतर बैठा है, वही मेरे भीतर भी बैठा है। जब तू लौटकर आया तभी मुझे शक हो गया कि तेरी नीयत में खोट आ गया है।’’*

    *हमारे मनके विचारों की तरंगे सामने वाले के मन पर तुरंत प्रतिबिम्बत होती है…. अत:सदैव अच्छे विचारों, आदर सूचक भावनाओं से, सकारात्मक सोच से सामने वाले के लिये विचार करिये फिर देखिये आपके प्रति लोगों की कैसी अभिव्यक्ति होती है!!*

*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, पर्याप्त है।।*

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