धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- जीभ का रस*

*आज का पंचांग*

*दिनाँक:-01/12/2023, शुक्रवार*
*चतुर्थी, कृष्ण पक्ष*
*मार्गशीष*
(समाप्ति काल)

तिथि———– चतुर्थी 15:30:45 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र——— पुनर्वसु 16:39:25
योग———— शुक्ल 20:01:51
करण———– बालव 15:30:45
करण———– कौलव 28:17:52
वार———————– शुक्रवार
माह———————- मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि——–मिथुन 10:11:14
चन्द्र राशि——————- कर्क
सूर्य राशि—————– वृश्चिक
रितु————————- हेमंत
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 06:53:18
सूर्यास्त—————- 17:22:47
दिन काल————- 10:29:28
रात्री काल————- 13:31:16
चंद्रास्त—————- 10:28:51
चंद्रोदय—————- 20:53:32
लग्न—-वृश्चिक 14°23′ , 224°23′
सूर्य नक्षत्र—————– अनुराधा
चन्द्र नक्षत्र—————— पुनर्वसु
नक्षत्र पाया—————— रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

हा—- पुनर्वसु 10:11:14

ही—- पुनर्वसु 16:39:25

हु—- पुष्य 23:09:47

हे—- पुष्य 29:42:15

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृश्चिक 14:30, अनुराधा 4 ने
चन्द्र= मिथुन 28:30 , पुनर्वसु 3 हा
बुध =धनु 03:53′ मूल 2 यो
शु क्र=तुला 01°05, चित्रा’ 3 रा
मंगल=वृश्चिक 10°30 ‘ अनुराधा’ 3 नू
गुरु=मेष 12°30 ‘ अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 06°50 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मीन 28°20 वी रेवती , 4 ची
केतु=(व) कन्या 28°20 चित्रा , 2 पो

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 10:49 – 12:08 अशुभ
यम घंटा 14:45 – 16:04 अशुभ
गुली काल 08:12 – 09:31अशुभ
अभिजित 11:47 – 12:29 शुभ
दूर मुहूर्त 08:59 – 09:41 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:29 – 13:11 अशुभ
वर्ज्यम 25:20* – 27:05* अशुभ

💮चोघडिया, दिन
चर 06:53 – 08:12 शुभ
लाभ 08:12 – 09:31 शुभ
अमृत 09:31 – 10:49 शुभ
काल 10:49 – 12:08 अशुभ
शुभ 12:08 – 13:27 शुभ
रोग 13:27 – 14:45 अशुभ
उद्वेग 14:45 – 16:04 अशुभ
चर 16:04 – 17:23 शुभ

🚩चोघडिया, रात
रोग 17:23 – 19:04 अशुभ
काल 19:04 – 20:46 अशुभ
लाभ 20:46 – 22:27 शुभ
उद्वेग 22:27 – 24:08* अशुभ
शुभ 24:08* – 25:50* शुभ
अमृत 25:50* – 27:31* शुभ
चर 27:31* – 29:13* शुभ
रोग 29:13* – 30:54* अशुभ

💮होरा, दिन
शुक्र 06:53 – 07:46
बुध 07:46 – 08:38
चन्द्र 08:38 – 09:31
शनि 09:31 – 10:23
बृहस्पति 10:23 – 11:16
मंगल 11:16 – 12:08
सूर्य 12:08 – 13:01
शुक्र 13:01 – 13:53
बुध 13:53 – 14:45
चन्द्र 14:45 – 15:38
शनि 15:38 – 16:30
बृहस्पति 16:30 – 17:23

🚩होरा, रात
मंगल 17:23 – 18:30
सूर्य 18:30 – 19:38
शुक्र 19:38 – 20:46
बुध 20:46 – 21:53
चन्द्र 21:53 – 23:01
शनि 23:01 – 24:08
बृहस्पति 24:08* – 25:16
मंगल 25:16* – 26:24
सूर्य 26:24* – 27:31
शुक्र 27:31* – 28:39
बुध 28:39* – 29:46
चन्द्र 29:46* – 30:54

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

वृश्चिक > 04:44 से 07:04 तक
धनु > 07:04 से 09:10 तक
मकर > 09:10 से 10:56 तक
कुम्भ > 10:56 से 12:24 तक
मीन > 12:24 से 13:56 तक
मेष > 13:56 से 15:36 तक
वृषभ > 15:36 से 17:34 तक
मिथुन > 17:34 से 19:48 तक
कर्क > 19:48 से 22:04 तक
सिंह > 22:04 से 00:18 तक
कन्या > 00:18 से 02:28 तक
तुला > 02:28 से 04:44 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 4 + 6 + 1 = 26 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

19 + 19 + 5 = 43 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि योग 16:39 तक*

*विश्व एड्स दिवस*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

त्यजेदेकं कुलस्यार्थे ग्रामस्यार्थे कुलं त्यजेत् ।
ग्रामं जनपदस्यार्थे आत्मार्थे पृथिवीं त्यजेत् ।।
।। चा o नी o।।

कुल की रक्षा के लिए एक सदस्य का बिलदान दें,गाव की रक्षा के लिए एक कुल का बिलदान दें, देश की रक्षा के लिए एक गाव का बिलदान दें, आतमा की रक्षा के लिए देश का बिलदान दें.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

जातस्त हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवं जन्म मृतस्य च ।,
तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि ॥,

क्योंकि इस मान्यता के अनुसार जन्मे हुए की मृत्यु निश्चित है और मरे हुए का जन्म निश्चित है।, इससे भी इस बिना उपाय वाले विषय में तू शोक करने योग्य नहीं है॥,27॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार‍ मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।

🐂वृष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।

👫मिथुन
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🦀कर्क
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।

🐅सिंह
मेहनत का फल कम मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।

🙎‍♀️कन्या
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। धैर्य एवं शांति से वाद-विवादों से निपट सकेंगे। दुस्साहस न करें। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। स्वयं की प्रतिष्ठा व सम्मान के अनुरूप कार्य हो सकेंगे।

⚖️तुला
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी प‍र नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।

🦂वृश्चिक
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।

🏹धनु
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।

🐊मकर
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।

🍯कुंभ
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।

🐟मीन
व्यापार-व्यवसाय संतोषप्रद रहेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। अल्प परिश्रम से ही लाभ होने की संभावना है। खर्चों में कमी करने का प्रयास करें। अति व्यस्तता रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। थकान रहेगी।

0️⃣1️⃣❗1️⃣2️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣3️⃣

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*

*!! जीभ का रस !!*
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एक बूढ़ा राहगीर थक कर कहीं टिकने का स्थान खोजने लगा. एक महिला ने उसे अपने बाड़े में ठहरने का स्थान बता दिया. बूढ़ा वहीं चैन से सो गया. सुबह उठने पर उसने आगे चलने से पूर्व सोचा कि यह अच्छी जगह है, यहीं पर खिचड़ी पका ली जाए और फिर उसे खाकर आगे का सफर किया जाए. बूढ़े ने वहीं पड़ी सूखी लकड़ियां इकठ्ठा कीं और ईंटों का चूल्हा बनाकर खिचड़ी पकाने लगा. बटलोई उसने उसी महिला से मांग ली.

बूढ़े राहगीर ने महिला का ध्यान बंटाते हुए कहा, ‘एक बात कहूं.? बाड़े का दरवाजा कम चौड़ा है, अगर सामने वाली मोटी भैंस मर जाए तो फिर उसे उठाकर बाहर कैसे ले जाया जाएगा.?’ महिला को इस व्यर्थ की कड़वी बात का बुरा तो लगा, पर वह यह सोचकर चुप रह गई कि बुजुर्ग है और फिर कुछ देर बाद जाने ही वाला है, इसके मुंह क्यों लगा जाए.

उधर चूल्हे पर चढ़ी खिचड़ी आधी ही पक पाई थी कि वह महिला किसी काम से बाड़े से होकर गुजरी. इस बार बूढ़ा फिर उससे बोला, ‘तुम्हारे हाथों का चूड़ा बहुत कीमती लगता है यदि तुम विधवा हो गईं तो इसे तोड़ना पड़ेगा ऐसे तो बहुत नुकसान हो जाएगा.?’

इस बार महिला से सहा न गया. वह भागती हुई आई और उसने बुड्ढे के गमछे में अधपकी खिचड़ी उलट दी. चूल्हे की आग पर पानी डाल दिया. अपनी बटलोई छीन ली और बुड्ढे को धक्के देकर निकाल दिया.

तब बुड्ढे को अपनी भूल का एहसास हुआ. उसने माफी मांगी और आगे बढ़ गया. उसके गमछे से अधपकी खिचड़ी का पानी टपकता रहा और सारे कपड़े उससे खराब होते रहे. रास्ते में लोगों ने पूछा, ‘यह सब क्या है.?’ बूढ़े ने कहा, ‘यह मेरी जीभ का रस टपका है, जिसने पहले तिरस्कार कराया और अब हंसी उड़वा रहा है।’

*शिक्षा:-*
तात्पर्य यह है कि पहले तोलें फिर बोलें। चाहे कम बोलें मगर जितना भी बोलें, मधुर बोलें और सोच समझ कर बोलें.

*सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*
*जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।।*
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Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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