उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -समझदार दोस्त*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 24/03/2025, सोमवार*
*दशमी, कृष्ण पक्ष,*
*चैत्र*
(समाप्ति काल)

तिथि———– दशमी 29:04:36 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र—— उत्तराषाढा 28:25:52
योग———— परिघ 16:43:27
करण———– वणिज 17:27:01
करण——- विष्टि भद्र 29:04:36
वार———————- सोमवार
माह———————— चैत्र
चन्द्र राशि——- धनु 10:23:48
चन्द्र राशि————— मकर
सूर्य राशि—————— मीन
रितु———————— वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)———— कालयुक्त
विक्रम संवत—————2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————- 1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————– 06:19:51
सूर्यास्त————– 18:31:16
दिन काल———— 12:11:25
रात्री काल———— 11:47:27
चंद्रास्त————– 13:07:42
चंद्रोदय—————- 27:29:28
लग्न—- मीन 9°25′ , 339°25′
सूर्य नक्षत्र———- उत्तरभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र————- उत्तराषाढा
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

भे—- उत्तराषाढा 10:23:48

भो—- उत्तराषाढा 16:27:25

जा—- उत्तराषाढा 22:28:06

जी—- उत्तराषाढा 28:25:52

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मीन 09°40, उ oभाo 2 थ
चन्द्र= धनु 27°30 , उ oषाo 1 भे
बुध =मीन 10°52 ‘ उ o भा o 3 झ
शु क्र= मीन 07°05, उ o फाo’ 2 थ
मंगल=मिथुन 27°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 3 हा
गुरु=वृषभ 20°30 रोहिणी, 4 वु
शनि=कुम्भ 29°28 ‘ पू o भा o , 3 दा
राहू=(व) मीन 03°02 पू o भा o, 4 दी
केतु= (व)कन्या 03°02 उ oफा o 2 टो

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 07:51 – 09:23 अशुभ
यम घंटा 10:54 – 12:26 अशुभ
गुली काल 13:57 – 15: 28अशुभ
अभिजित 12:01 – 12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 12:50 – 13:39 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:16 – 16:05 अशुभ
वर्ज्यम 12:25 – 14:02 अशुभ
प्रदोष 18:31 – 20:55. शुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 06:20 – 07:51 शुभ
काल 07:51 – 09:23 अशुभ
शुभ 09:23 – 10:54 शुभ
रोग 10:54 – 12:26 अशुभ
उद्वेग 12:26 – 13:57 अशुभ
चर 13:57 – 15:28 शुभ
लाभ 15:28 – 16:59 शुभ
अमृत 16:59 – 18:31 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 18:31 – 19:59 शुभ
रोग 19:59 – 21:28 अशुभ
काल 21:28 – 22:57 अशुभ
लाभ 22:57 – 24:25* शुभ
उद्वेग 24:25* – 25:53* अशुभ
शुभ 25:53* – 27:22* शुभ
अमृत 27:22* – 28:50* शुभ
चर 28:50* – 30:19* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 06:20 – 07:21
शनि 07:21 – 08:22
बृहस्पति 08:22 – 09:23
मंगल 09:23 – 10:24
सूर्य 10:24 – 11:25
शुक्र 11:25 – 12:26
बुध 12:26 – 13:27
चन्द्र 13:27 – 14:27
शनि 14:27 – 15:28
बृहस्पति 15:28 – 16:29
मंगल 16:29 – 17:30
सूर्य 17:30 – 18:31

🚩होरा, रात
शुक्र 18:31 – 19:30
बुध 19:30 – 20:29
चन्द्र 20:29 – 21:28
शनि 21:28 – 22:27
बृहस्पति 22:27 – 23:26
मंगल 23:26 – 24:25
सूर्य 24:25* – 25:24
शुक्र 25:24* – 26:23
बुध 26:23* – 27:22
चन्द्र 27:22* – 28:21
शनि 28:21* – 29:20
बृहस्पति 29:20* – 30:19

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मीन > 05:54 से 07:18 तक
मेष > 07:18 से 08:58 तक
वृषभ > 08:58 से 10:56 तक
मिथुन > 10:56 से 13:14 तक
कर्क > 13:14 से 15:30 तक
सिंह > 15:30 से 17:42 तक
कन्या > 17:42 से 20:00 तक
तुला > 20:00 से 22:12 तक
वृश्चिक > 22:12 से 00:36 तक
धनु > 00:36 से 02:52 तक
मकर > 02:52 से 04:26 तक
कुम्भ > 04:26 से 05:50 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 10 + 2 + 1 = 28 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

25 + 25 + 5 = 55 ÷ 7 = 6 शेष

क्रीड़ायां = शोक , दुःख कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

सांय 17:21 से 29:05 तक

पाताल लोक = धनलाभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि योग 2826 से*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

धनधान्मप्रयोगेषु विद्यासंग्रहणेषु च ।
आहारे व्यवहारे च त्यक्तलज्जा सुखी भवेत् ।।
।। चा o नी o।।

जो व्यक्ति आर्थिक व्यवहार करने में, ज्ञान अर्जन करने में, खाने में और काम-धंदा करने में शर्माता नहीं है वो सुखी हो जाता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: पुरुषोत्तमयोग :- अo-15

इति गुह्यतमं शास्त्रमिदमुक्तं मयानघ ।,
एतद्‍बुद्ध्वा बुद्धिमान्स्यात्कृतकृत्यश्च भारत ॥,

हे निष्पाप अर्जुन! इस प्रकार यह अति रहस्ययुक्त गोपनीय शास्त्र मेरे द्वारा कहा गया, इसको तत्त्व से जानकर मनुष्य ज्ञानवान और कृतार्थ हो जाता है॥,20॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा संभव है। विवाद न करें। रोजगार मिलेगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। आपकी मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति आपके जीवन में आनंद का संचार करेगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी।

🐂वृष
सार्वजनिक कार्यों में समय व्यतीत होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। रोजगार के क्षेत्र में उन्नति होगी। कुसंगति से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। विवाद न करें।

👫मिथुन
दु:खद समाचार मिल सकता है। विरोध होगा। व्यर्थ भागदौड़ होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। विवाद न करें। कार्य निर्णय बहुत शांति से विचार करके करना ही शुभ है। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। रुका धन मिलेगा।

🦀कर्क
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। लाभ होगा। उत्तम मनोबल आपकी सभी समस्याओं को हल कर देगा। प्रतिष्ठित जनों से मेलजोल बढ़ेगा। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे।

🐅सिंह
अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। विवाद न करें। आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है। व्यापार में नए अनुबंध होंगे। व्ययों में कमी करना चाहिए। व्यापार अच्छा चलेगा। जीवनसाथी से मतभेद। फालतू खर्च होगा।

🙍‍♀️कन्या
व्यवसाय ठीक चलेगा। परोपकार करके मानसिक सुख अर्जित करेंगे। व्यापारिक स्थिति आशाजनक रहेगी। पारिवारिक, मांगलिक कार्य की योजना बनेगी। कर्ज लेने से बचना चाहिए। परिवार की चिंता रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी।

⚖️तुला
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। समाज के कामों में उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। नौकरी में तबादला तथा पदोन्नति के योग हैं। अनावश्यक क्रोध न करें। धन संबंधी काम पूरे होंगे।

🦂वृश्चिक
आय में कमी रहेगी। धैर्य रखें। स्वास्थ्य की समस्या हल होगी। ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ेगी। जीवनसाथी की भावनाओं को समझें। आर्थिक निवेश लाभकारी रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।

🏹धनु
रोजगार मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नवीन गतिविधियां लाभकारी रहेंगी। व्यापार में नई योजनाओं का प्रारंभ होगा। पराक्रम के प्रति निष्क्रियता के कारण मन अप्रसन्न रहेगा। शत्रु परास्त होंगे। भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त हो सकती है।

🐊मकर
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। रोजगार की चिंता रह सकती है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। मानसिक दृढ़ता से निर्णय लेकर कार्य करना चाहिए। व्यापार में लाभकारी परिवर्तन होंगे।

🍯कुंभ
सुख के साधन जुटेंगे। प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में मनचाही पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। अजनबियों पर विश्वास न करें।

🐟मीन
नई योजना बनेगी। कार्य का विस्तार होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें। काम के प्रति दृढ़ता से कार्य में अनुकूल सफलता मिल सकेगी। पारिवारिक सुख व धन बढ़ेगा। वाणी संयम आवश्यक है।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

2️⃣4️⃣💎0️⃣3️⃣💎2️⃣0️⃣2️⃣5️⃣

*🔥 आज का प्रेरक प्रसंग 🔥*

*🌹 समझदार दोस्त 🌹*

बहुत समय पहले की बात है, दो अरबी दोस्तों को एक बहुत बड़े खजाने का नक्शा मिला, खजाना किसी रेगिस्तान के बीचो-बीच था। दोनों ने योजना बनाना शुरू की, खजाने तक पहुँचने के लिए बहुत लम्बा समय लगता और रास्ते में भूख- प्यास से मर जाने का भी खतरा था। बहुत विचार करने पर दोनों ने तय किया कि इस योजना में एक और समझदार दोस्त को शामिल किया जाए, ताकि वे एक और ऊंट अपने साथ ले जा सकें जिस पर खाने-पीने का ढ़ेर सारा सामान भी आ जाए और खजाना अधिक होने पर वे उसे ऊंट पर ढो भी सकें।
पर सवाल ये उठा कि चुनाव किसका किया जाए?
बहुत सोचने के बाद गुरु और राहुल को चुना गया। दोनों हर तरह से बिलकुल एक तरह के थे और कहना मुश्किल था कि दोनों में अधिक बुद्धिमान कौन है? इसलिए एक प्रतियोगिता के जरिये सही व्यक्ति का चुनाव करने का फैसला किया गया।
दोनों दोस्तों ने उन्हें एक निश्चित स्थान पर बुलाया और बोले, “आप लोगों को अपने-अपने ऊंट पर सवार होकर सामने दिख रहे रास्ते पर आगे बढ़़ना है। कुछ दूर जाने के बाद ये रास्ता दो अलग -अलग रास्तों में बंट जाएगा- एक सही और एक गलत। जो इंसान सही रास्ते पर जाएगा वही हमारा तीसरा साथी बनेगा और खजाने का एक- तिहाई हिस्सा उसका होगा।”
दोनों ने आगे बढ़ना शुरू किया और उस बिंदु पर पहुँच गए जहाँ से रास्ता बंटा हुआ था। वहां पहुँच कर गुरु ने इधर-उधर देखा, उसे दोनों रास्तों में कोई अंतर समझ नहीं आया और वह जल्दी से बांये तरफ बढ़़ गया। जबकि, राहुल बहुत देर तक उन रास्तों की ओर देखता रहा, और उन पर आगे बढ़ने के नतीजे के बारे में सोचता रहा। करीब 1 घंटे बाद बायीं ओर के रास्ते पर धूल उड़ती दिखाई दी। गुरु बड़ी तेजी से उस रास्ते पर वापस आ रहा था।
उसे देखते ही राहुल मुस्कुराया और बोला, “गलत रास्ता ?”
“हाँ, शायद!”, गुरु ने जवाब दिया।
दोनों दोस्त छुप कर यह सब देख रहे थे और वे तुरंत उनके सामने आये और बोले, “बधाई हो!”
“शुक्रिया!”, राहुल ने फ़ौरन जवाब दिया।
“तुम्हे नहीं, हमने गुरु को चुना है।”, दोनों दोस्त एक साथ बोले।
“पर गुरु तो गलत रास्ते पर आगे बढ़ा था… फिर उसे क्यों चुना जा रहा है?”, राहुल गुस्से में बोला।
“क्योंकि उसने ये पता लगा लिया कि गलत रास्ता कौन है और अब वो सही रास्ते पर आगे जा सकता है, जबकि तुमने पूरा वक़्त बस एक जगह बैठ कर यही सोचने में गँवा दिया कि कौन सा रास्ता सही है और कौन सा गलत। समझदारी किसी चीज के बारे में ज़रूरत से ज्यादा सोचने में नहीं बल्कि एक समय के बाद उस पर काम करने और तजुर्बे से सीख लेने में है।”, दोस्तों ने अपनी बात पूरी की, और खजाने की तरफ चल दिये, राहुल बैठा बैठा वहीं पछताता रहा..!!

*👉शिक्षा:-*

हमारे जीवन में भी कभी न कभी ऐसा स्थान(समय) आता है जहाँ हम निर्णय नहीं कर पाते कि कौन सा रास्ता सही है और कौन सा गलत और ऐसे में बहुत से लोग बस सोच-विचार करने में अपना काफी समय बर्बाद कर देते हैं, जबकि ज़रुरत इस बात की है कि चीजों को विश्लेषण करने की बजाय गुरुजी की तरह अपने विकल्प को समझ करके निर्णय लिया जाए और अपने अनुभव के आधार पर आगे बढ़ा जाए।

*सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*
*जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।।*

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *