अंतर्राष्ट्रीय

*स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की दिल्ली में हुई भेंटवार्ता*

देव भूमि जे के न्यूज –
*यमुना जी की स्वच्छता, अविरलता, व निर्मलता हेतु परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी की दो सप्ताह में यह पांचवी बैठक*
*पूज्य संतों, कथाकारों माननीय मंत्रियों, सांसदों और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर, श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के साथ श्री यमुना जी को प्रदूषण मुक्त करने हेतु चिंतन-मंथन*

*कैंसर हॉस्पिटल निर्माण, बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर, श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के पावन संकल्प की पूर्णता हेतु स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के साथ चिंतन-मंथन*

ऋषिकेश, 25 मार्च। दिल्ली में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर, श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की एक दिव्य एवं ऐतिहासिक भेंटवार्ता हुई। इस बैठक में यमुना नदी की स्वच्छता, अविरलता और निर्मलता की दिशा में महत्त्वपूर्ण चिंतन-मंथन किया गया। यह बैठक स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी द्वारा विगत दो सप्ताह में प्रसिद्ध संतों, कथाकारों, माननीय मंत्रियों और सांसदों के साथ यमुना नदी के संरक्षण के लिए आयोजित पांचवीं बैठक थी, जिसमें उन्होंने बार-बार कहा कि अब यमुना जी की बारी है, कर लो सब तैयारी, अब यमुना जी की बारी।
इस विशेष चर्चा में अध्यक्ष, बीवीजी इंडिया लिमिटेड और प्रबंध निदेशक, श्री हनुमंत गायकवाड़ जी और बीवीजी की पूरी टीम, अमेरिका से आयी नन्दिनी जी, अनेक पर्यावरणविद्, जल विशेषज्ञ एवं पर्यावरण विशेषज्ञ भी उपस्थित रहे।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने यमुना जी की स्वच्छता और जीवनदायिनी नदी की पुनः निर्मलता के लिए अपनी विशेष पहल की चर्चा करते हुए बताया कि यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त करना केवल एक पर्यावरणीय आवश्यकता नहीं, बल्कि हमारी संस्कृतियों और आस्थाओं से जुड़ा हुआ एक दिव्य कर्तव्य है। इस दिशा में किए गए प्रयासों की सफलता के लिए सभी स्तरों पर समन्वय और सहयोग आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि यमुना जी के तटों के सभी माननीय सांसदों, विधायकों, नगर निगम मेयर्स, नगरपालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत, वन पंचायत, जल शक्ति मंत्रालय, वन व पर्यावरण मंत्रालय, शहरी आवास, विकास मंत्रालय, ग्राम्य विकास मंत्रालय, अधिकारी, पर्यावरण विशेषज्ञ और स्थानीय संस्थाओं को आमंत्रित कर एक वृहद योजना बनाना बहुत जरूरी है क्योंकि यमुना जी, भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था व परम्पराओं के केन्द्र में है।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर, श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि नदियों की स्वच्छता हमारी अपनी पवित्र जिम्मेदारी है। उन्होंने अपने संकल्प को स्पष्ट करते हुए कहा कि वे छतरपुर में कैंसर हॉस्पिटल का निर्माण करना चाहते हैं, जो न केवल सामाजिक सेवा का दिव्य माध्यम है बल्कि उस क्षेत्र के लिये एक अद्भुत उपहार भी होगा। उन्होंने बताया कि इस महान संकल्प की सफलता हेतु पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के साथ विगत सप्ताह भी दिल्ली में भेटवार्ता हुई थी और यह दूसरी बार हम इस महान संकल्प के लिये मिल रहे हैं। पूज्य स्वामी जी महाराज का निरंतर सहयोग और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। हम धीरे-धीरे कैंसर हाॅस्पिटल निर्माण के महान संकल्प की ओर बढ़ रहे हैं।
पूज्य स्वामी जी यमुना जी के लिये अत्यंत चिंतित हैं। यमुना जी की अविरलता और निर्मलता की दिशा में यह पहल एक नया अध्याय लिखने जा रही है, जो न केवल हमारे पर्यावरण के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक अमूल्य धरोहर साबित होगी।
स्वामी जी ने कहा कि अब समय आ गया कि हम हमारी नदियों के संरक्षण का संकल्प ले और अपने टाइम, टैलेंट, टेक्नाॅलाजी व टेनासिटी के साथ मिलकर कदम बढ़ाये।

देवभूमि jknews

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