उत्तराखंड

*ब्रेकिंग न्यूज – डीएम ने गुलरघाटी बेस खाद्य गोदाम का छान मारा कोना-कोना-Prima Facie सैम्पल फेल होने पर कुंटलों अनाज मौके पर ही किया रिजेक्ट*

देव भूमि जे के न्यूज –

वरिष्ठ विपणन अधिकारी विष्णु प्रसाद चतुर्वेदी एवं क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी( एआरओ) अजय रावत पर प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज वेतन बंद, विभागीय कार्रवाई के निर्देश

डीएम ने अपने सामने बोरियों का वजन कराया जिसमें उल्लिखित वजन से कम वजन पाया गया। बोरी सहित वजन 50.580 किलो होना चाहिए जबकि बोरी में 50.150 किलो वजन पाया गया जो की मानक से कम रहा। जिलाधिकारी ने गेहूं-चावल के मौके पर ही सैम्पल कराए।

देहरादून दिनांक 26 मार्च 2025,( सू वि) मा0 सीएम के संकल्प, सरकार की छवि बरकार रखने को जिला प्रशासन दूरी नही धूरी की तरह हर वक्त सजग है कोताही लापरवाही निष्ठाहीनता पर जिला प्रशासन देहरादून की निरंतर एक बाद एक एक्शन जारी। जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज खाद्य गोदाम गुलर घाटी का औचक निरीक्षण किया। गोदाम में निर्धारित मानको का पालन न होने तथा रजिस्टर मेंटेन ना होने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए वरिष्ठ विपणन अधिकारी विष्णु प्रसाद चतुर्वेदी पर प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने तथा विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। बेस गोदाम से सिर्फ देहरादूनवासी हो नही, अपितु, गढवाल मण्डल के नई जिलों में होती है आपूर्ति
जिलाधिकारी आज गुलरघाटी स्थित अनाज गोदाम पर पंहुचे जहां डीएम के पंहुचते ही गोदाम में कार्यरत अधिकारियों/कार्मिकों में खलबली मच गई। डीएम का निरीक्षण औचक निरीक्षण था बेहद गोपनीय डीएम बाद आनन-फानन में पंहुचे अधिकारी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अनाज के सैंपल करवाए, जिसमें सैंपल फेल होने पर जिलाधिकारी ने कुंटलों अनाज को नष्ट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कड़े शब्दों में कहां कि बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों जनमानस की सेहत से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इस प्रकार की लापरवाही करने वाले अधिकारी को विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान अनाज रखने हेतु मानकों के अनुसार व्यवस्था नहीं पाई गई , चूहों से अनाज की सुरक्षा के लिए चूहेदानी व्यवस्था नहीं थी। जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि यदि व्यवस्था नही थी तो उच्चाधिकारियों के संज्ञान में क्यों नही लाया गया यदि लाया गया है तो पत्राचार की प्रति उपलब्ध कराएं।
डीएम ने अपने सामने बोरियों का वजन कराया जिसमें उल्लिखित वजन से कम वजन पाया गया। बोरी सहित वजन 50580 किलो होना चाहिए जबकि बोरी में 50150 किलो वजन पाया गया जो की मानक से कम रहा। जिलाधिकारी ने गेहूं-चावल के मौके पर ही सैम्पल कराए।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, तहसीलदार सुरेन्द्र देव, फूड सेफ्टी ऑफिसर सहित सम्बन्धित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *