धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- मां के चरण…..*


📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5125
विक्रम संवत्……………………2080
शक संवत्………………………1945
रवि…………………………दक्षिणायन
मास………………………….मार्गशीर्ष
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी………………………..अमावस्या
दुसरे दिन प्रातः 04.59 पर्यंत पश्चात प्रतिपदा
सूर्योदय(इंदौर)……प्रातः 06.57.15 पर
सूर्यास्त (इंदौर)…..संध्या 05.43.15 पर
सूर्य राशि……………………….वृश्चिक
चन्द्र राशि………………………वृश्चिक
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र…………………………अनुराधा
प्रातः 11.47 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग………………………………धृति
संध्या 06.44 पर्यंत पश्चात शूल
करण…………………………चतुष्पद
संध्या 05.42 पर्यंत पश्चात नाग
ऋतु………………………(सह:) हेमंत
दिन………………………….मंगलवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
12 दिसम्बर सन 2023 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त* :-
दोप 11.58 से 12.41 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोप 02.59 से 04.19 तक ।

☸ शुभ अंक………………..3
🔯 शुभ रंग……………….लाल

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*वृश्चिक*
05:03:57 07:26:18
*धनु*
07:26:18 09:25:49
*मकर*
09:25:49 11:12:51
*कुम्भ*
11:12:51 12:46:23
*मीन*
12:46:23 14:17:36
*मेष*
14:17:36 15:58:20
*वृषभ*
15:58:20 17:56:59
*मिथुन*
17:56:59 20:10:41
*कर्क*
20:10:41 22:26:51
*सिंह*
22:26:51 24:38:40
*कन्या*
24:38:40 26:49:19
*तुला*
26:49:19 29:03:57

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.39 से 10.59 तक चंचल
प्रात: 10.59 से 12.19 तक लाभ
दोप. 12.19 से 01.39 तक अमृत
दोप. 02.58 से 04.18 तक शुभ
रात्रि 07.18 से 08.58 तक लाभ ।

📿 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ आंजनेय नमः ।।

📯 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
काङ्क्षन्तः कर्मणां सिद्धिं यजन्त इह देवताः।
क्षिप्रं हि मानुषे लोके सिद्धिर्भवति कर्मजा॥४-१२॥
अर्थात :
इस मनुष्य लोक में कर्मों के फल को चाहने वाले देवताओं का पूजन करते हैं क्योंकि उससे कर्मों द्वारा होने वाली सिद्धि उनको शीघ्र मिल जाती है॥12॥

🍃 *आरोग्यं :*-
*बाल बढ़ाने घरेलू उपाय -*

*1. आंवला -*
2 चम्मच आंवला पाउडर या इसके रस को समान मात्रा में नींबू के रस के साथ मिलाएं और इसे सूखने दें। इसके बाद गर्म पानी के साथ आप इसे धोएं। यह हेयर पिगमेंटेशन से रोकेगा। स्वस्थ बालों के लिए इस प्राकृतिक घरेलू उपचारों को आज़माएं। आपको फर्क दिखेगा।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है। जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।

💁‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें। कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। किसी अपरिचित की बातों में न आएं। धनहानि हो सकती है। थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे।

🏹 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें। परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।

*राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है। सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है।

🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। उत्साह से काम कर पाएंगे। किसी की बातों में न आएं।

*मां के चरण……*

एक लड़का एक जूतो की दुकान में आता है गांव का रहने वाला था, पर तेज़ था….
उसका बोलने का लहज़ा गांव वालों की तरह का था, परन्तु बहुत ठहरा हुआ लग रहा था… उम्र लगभग 22 वर्ष की रही होगी…

दुकानदार की पहली नज़र उसके पैरों पर ही जाती है उसके पैरों में लेदर के शूज थे, सही से पाॅलिश किये हुए…

दुकानदार — जी कहिए….क्या सेवा करूं….

लड़का — सर….मुझे मेरी मां के लिये चप्पल चाहिये… किंतु टिकाऊ होनी चाहिए..

दुकानदार — कया वे आपके साथ आई है या उनके पैर का नाप….

लड़के ने अपना बटुआ बाहर निकाला और चार बार फोल्ड किया हुआ एक कागज़ जिस पर पेन से आऊटलाईन बनाई हुई थी दोनों पैर की….दिखाते हुए
वह लड़का बोला …क्या नाप बताऊं साहब…
मेरी मां की ज़िन्दगी बीत गई, पैरों में कभी चप्पल नहीं पहनी….
मां मेरी मजदूर है, मेहनत कर-करके मुझे पढ़ाया…और पढ़ कर अब नौकरी लगी है मेरी…आज़ पहली तनख़्वाह मिली है…दिवाली पर घर जा रहा हूं, तो सोचा मां के लिए क्या ले जाऊं
तो मन में आया कि अपनी पहली तनख़्वाह से मां के लिये चप्पल लेकर जाऊं…

दुकानदार ने अच्छी टिकाऊ चप्पल दिखाई, जिसकी आठ सौ रुपये कीमत थी…चलेगी क्या या कुछ सस्ती….

मगर आगन्तुक लड़का उस कीमत के लिये तैयार था…

दुकानदार ने सहज ही पूछ लिया — कितनी तनख़्वाह है तेरी..
अभी तो बारह हजार, रहना-खाना मिलाकर सात-आठ हजार खर्च हो जाएंगे है यहाँ, और तीन हजार मां के लिए….

अरे ….फिर आठ सौ रूपये… कहीं ज्यादा तो नहीं…

तो बात को बीच में ही काटते हुए लड़का बोला — नही…. कुछ नहीं होता

दुकानदार ने चप्पल बाॅक्स पैक कर दिया…
लड़के ने पैसे दिए और ख़ुशी-ख़ुशी दुकान से बाहर निकलने लगा….

पर दुकानदार ने उसे कहा — थोड़ा रुको भाई…

साथ ही दुकानदार ने एक और बाॅक्स उस लड़के के हाथ में दिया

“यह चप्पल मां को देना…. तेरे इस भाई की ओर से गिफ्ट….
मां से कहना पहली ख़राब हो जाए तो दूसरी पहन लेना मगर नंगे पैर नहीं घूमना और इसे लेने से मना मत करना….

दुकानदार ने एकदम से दूसरी मांग करते हुए कहा–
“उन्हें मेरा प्रणाम कहना, और क्या मुझे एक चीज़ दोगे…

बोलिये…

वह पेपर, जिस पर तुमने पैरों की आऊटलाईन बनाई थी वही पेपर मुझे चाहिए….

वह कागज़, दुकानदार के हाथ में देकर वह लड़का ख़ुशी-ख़ुशी चला गया…

वह फोल्ड वाला कागज़ लेकर दुकानदार ने अपनी दुकान के पूजा घर में रख़ा…
दुकान के पूजाघर में कागज़ को रखते हुये दुकानदार के बच्चों ने देख लिया था और उन्होंने पूछ लिया कि — ये क्या है पापा…

दुकानदार ने लम्बी साँस लेकर अपने बच्चों से बोला —
लक्ष्मीजी के चरण लिए हैं बेटा….
एक सच्चे भक्त ने उसे बनाया है, इससे धंधे में बरकत आती है….

Devbhumi jknews

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