उत्तराखंड

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- तीन परीक्षण*

*आज का पञ्चांग*

*दिनाँक:-27/12/2023, बुधवार*
*प्रतिपदा, कृष्ण पक्ष,*
*पौष*

(समाप्ति काल )

तिथि————- प्रतिपदा 30: 45:38 तक
पक्ष—————————- कृष्ण
नक्षत्र——————– आर्द्रा 23:27:45
योग———————- ब्रह्म 26:39:39
करण——————- बालव 18:20:16
करण——————- कौलव 30:45:38
वार————————— बुधवार
माह————————— पौष
चन्द्र राशि——————— मिथुन
सूर्य राशि———————- धनु
रितु————————— शिशिर
आयन————————- उत्तरायण
संवत्सर———————– शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ———— पिंगल
विक्रम संवत——————- 2080
गुजराती संवत—————– 2080
शक संवत——————— 1945
कलि संवत——————— 5124
सूर्योदय———————– 07:09:16
सूर्यास्त———————– 17:31:00
दिन काल——————— 10:21:44
रात्री काल——————— 13:38:38
चंद्रोदय———————— 17:42:32
चंद्रास्त———————— 31:28:27
लग्न————– धनु 10°50′, 250°50
सूर्य नक्षत्र———————- मूल
चन्द्र नक्षत्र——————— आर्द्रा
नक्षत्र पाया——————— रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
घ————————आर्द्रा 10:50:33
ङ———————– आर्द्रा 17:08:17
छ———————– आर्द्रा 23:27:45
के——————— पुनर्वसु 29:48:59

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी, अंश, नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 10:30, मूल 4 भी
चन्द्र= मिथुन 11:30, आर्द्रा 2 घ
बुध = धनु 01:53′ मूल 1 ये
शुक्र= वृश्चिक 02°05, विशाखा’ 4 तो
मंगल= वृश्चिक 29°30′ ज्येष्ठा’ 4 यू
गुरु= मेष 11°30′ अश्विनी, 4 ला
शनि= कुम्भ 08°40′ शतभिषा,1 गो
राहू= (व) मीन 27°00 रेवती, 4 ची
केतु= (व) कन्या 27°00 चित्रा, 2 पो

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 12:20 – 13:38 अशुभ
यम घंटा 08:27 – 09:45 अशुभ
गुली काल 11:02 – 12: 20अशुभ
अभिजित 11:59 – 12:41 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:59 – 12:41 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 07:09 – 08:27 शुभ
अमृत 08:27 – 09:45 शुभ
काल 09:45 – 11:02 अशुभ
शुभ 11:02 – 12:20 शुभ
रोग 12:20 – 13:38 अशुभ
उद्वेग 13:38 – 14:56 अशुभ
चर 14:56 – 16:13 शुभ
लाभ 16:13 – 17:31 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 17:31 – 19:13 अशुभ
शुभ 19:13 – 20:56 शुभ
अमृत 20:56 – 22:38 शुभ
चर 22:38 – 24:20* शुभ
रोग 24:20* – 26:03* अशुभ
काल 26:03* – 27:45* अशुभ
लाभ 27:45* – 29:27* शुभ
उद्वेग 29:27* – 31:10* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 07:09 – 08:01
चन्द्र 08:01 – 08:53
शनि 08:53 – 09:45
बृहस्पति 09:45 – 10:37
मंगल 10:37 – 11:28
सूर्य 11:28 – 12:20
शुक्र 12:20 – 13:12
बुध 13:12 – 14:04
चन्द्र 14:04 – 14:56
शनि 14:56 – 15:47
बृहस्पति 15:47 – 16:39
मंगल 16:39 – 17:31
🚩होरा, रात
सूर्य 17:31 – 18:39
शुक्र 18:39 – 19:47
बुध 19:47 – 20:56
चन्द्र 20:56 – 22:04
शनि 22:04 – 23:12
बृहस्पति 23:12 – 24:20
मंगल 24:20* – 25:29
सूर्य 25:29* – 26:37
शुक्र 26:37* – 27:45
बुध 27:45* – 28:53
चन्द्र 28:53* – 30:01
शनि 30:01* – 31:10

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 05:20 से 07:30 तक
मकर > 07:30 से 09:18 तक
कुम्भ > 09:18 से 10:44 तक
मीन > 10:44 से 12:14 तक
मेष > 12:14 से 13:56 तक
वृषभ > 13:56 से 15:54 तक
मिथुन > 15:54 से 18:06 तक
कर्क > 18:06 से 20:26 तक
सिंह > 20:26 से 22:34 तक
कन्या > 22:34 से 00:54 तक
तुला > 00:54 से 02:58 तक
वृश्चिक > 02:58 से 05:16 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे, लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन, मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।

*💮दिशा शूल ज्ञान—————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु चl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं म परिकल्पय:ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*
15 + 1 + 4 + 1 = 21 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक हैl

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
चंद्र ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*
16 + 16 + 5 = 37 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं, पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*रसिक माधुरी जयंती*

*महर्षि रमण जयंती*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

अध्वा जरा मनुष्याणां वाजिनां बंधनं जरा।
अमैथुनं जरा स्त्रीणां वस्त्राणामातपं जरा।।
।। चा o नी o।।
सतत भ्रमण करना व्यक्ति को बूढ़ा बना देता है. यदि घोड़े को हरदम बांध कर रखते है तो वह बूढा हो जाता है. यदि स्त्री उसके पति के साथ प्रणय नहीं करती हो तो बुढी हो जाती है. धुप में रखने से कपडे पुराने हो जाते है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02
स्थितप्रज्ञस्य का भाषा समाधिस्थस्य केशव।,
स्थितधीः किं प्रभाषेत किमासीत व्रजेत किम्‌॥,
अर्जुन बोले- हे केशव! समाधि में स्थित परमात्मा को प्राप्त हुए स्थिरबुद्धि पुरुष का क्या लक्षण है? वह स्थिरबुद्धि पुरुष कैसे बोलता है, कैसे बैठता है और कैसे चलता है?॥,54॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।

🐏मेष- घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। संतान से कष्ट रहेगा। मेहनत का फल मिलेगा।

🐂वृष- संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।

👫मिथुन- प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय काम बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। संतान से मदद मिलेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

🦀कर्क- भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

🐅सिंह- वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। विवाद न करें। यात्रा में अपनी वस्तुओं को संभालकर रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। अधीनस्थों की ओर ध्यान दें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।

🙎‍♀️कन्या- बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

⚖️तुला- दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से बचें। राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। वाणी पर संयम रखें।

🦂वृश्चिक- लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें। समय ठीक नहीं है। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें।

🏹धनु- किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

🐊मकर- नए अनुबंध होंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें।

🍯कुंभ- भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी।

🐟मीन- धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा।

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐तीन परीक्षण💐💐*

एक बार चाणक्य का एक परिचित उनसे मिलने आया और बोला – क्या तुम जानते हो कि मैंने तुम्हारे मित्र नवनीत के बारे में क्या सुना है?

चाणक्य ने उसे टोकते हुए कहा – एक मिनट रुको।
इसके पहले कि तुम मुझे मेरे मित्र के बारे में कुछ बताओ, उसके पहले मैं तीन छन्नी परीक्षण करना चाहता हूं।

मित्र ने कहा तीन छन्नी परीक्षण?

चाणक्य ने कहा – जी हां मैं इसे तीन छन्नी परीक्षण इसलिए कहता हूं क्योंकि जो भी बात आप मुझसे कहेंगे, उसे तीन छन्नी से गुजारने के बाद ही कहें।

पहली छन्नी है “सत्य “।
क्या आप यह विश्वासपूर्वक कह सकते हैं कि जो बात आप मुझसे कहने जा रहे हैं, वह पूर्ण सत्य है?

“व्यक्ति ने उत्तर दिया – जी नहीं, दरअसल वह बात मैंने अभी-अभी सुनी है।

चाणक्य बोले – तो तुम्हें इस बारे में ठीक से कुछ नहीं पता है।

“आओ अब दूसरी छन्नी लगाकर देखते हैं।

दूसरी छन्नी है “भलाई “।

क्या तुम मुझसे मेरे मित्र के बारे में कोई अच्छी बात कहने जा रहे हो?”

“जी नहीं, बल्कि मैं तो…… ”

तो तुम मुझे कोई बुरी बात बताने जा रहे थे लेकिन तुम्हें यह भी नहीं मालूम है कि यह बात सत्य है या नहीं।”- चाणक्य बोले।

तुम एक और परीक्षण से गुजर सकते हो।

तीसरी छन्नी है”उपयोगिता “।

क्या वह बात जो तुम मुझे बताने जा रहे हो, मेरे लिए उपयोगी है?”

“शायद नहीं…”

यह सुनकर चाणक्य ने कहा-
“जो बात तुम मुझे बताने जा रहे हो, न तो वह सत्य है, न अच्छी और न ही उपयोगी। तो फिर ऐसी बात कहने का क्या फायदा?”

*💐💐शिक्षा💐💐*

जब भी आप अपने परिचित, मित्र, सगे संबंधी के बारे में कुछ गलत बात सुने”,ये तीन छन्नी परीक्षण अवश्य करें।

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