धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग-परिवार*


📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5125
विक्रम संवत्……………………2080
शक संवत्……………………..1945
मास………………………………पौष
पक्ष……………………………..कृष्ण
तिथी………………………….द्वितीया
प्रातः 08.00 पर्यंत पश्चात तृतीया
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 07.06.02 पर
सूर्यास्त…………संध्या 05.51.15 पर
सूर्य राशि………………………….धनु
चन्द्र राशि………………………..कर्क
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र…………………………….पुष्य
रात्रि 03.07 पर्यंत पश्चात अश्लेशा
योग……………………………..वैधृति
रात्रि 02.07 पर्यंत पश्चात विष्कुम्भ
करण……………………………गरज
प्रातः 08.00 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु……………………(सहस्य) हेमंत
दिन…………………………..शुक्रवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
29 दिसम्बर सन 2023 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक…………………..3
🔯 शुभ रंग……………आसमानी

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.07 से 12.49 बजे तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल (अशुभ) :-*
प्रात: 11.08 से 12.28 तक ।

🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

🌞 *उदय लग्न तालिका -*
*धनु*
06:20:23 08:26:53
*मकर*
08:26:53 10:07:15
*कुम्भ*
10:07:15 11:34:58
*मीन*
11:34:58 13:00:10
*मेष*
13:00:10 14:35:40
*वृषभ*
14:35:40 16:31:32
*मिथुन*
16:31:32 18:46:32
*कर्क*
18:46:32 21:07:14
*सिंह*
21:07:14 23:24:54
*कन्या*
23:24:54 25:41:34
*तुला*
25:41:34 28:01:27
*वृश्चिक*
28:01:27 30:20:23

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.28 से 09.48 तक लाभ
प्रात: 09.48 से 11.08 तक अमृत
दोप. 12.27 से 01.47 तक शुभ
सायं 04.26 से 05.46 तक चंचल
रात्रि 09.07 से 10.47 तक लाभ ।

📿 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ गन्धर्वाय नमः॥

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
यस्य सर्वे समारम्भाः कामसंकल्पवर्जिताः।
ज्ञानाग्निदग्धकर्माणं तमाहुः पण्डितं बुधाः॥४-१९॥
अर्थात :
जिसके सभी कर्मों के आरंभ बिना कामना और संकल्प के होते हैं और जिसके सभी कर्म ज्ञान रूपी अग्नि द्वारा जल चुके हैं, उसको ज्ञानी लोग भी पंडित कहते हैं॥19॥

🍃 *आरोग्यं :-*
*हींग के फायदे -*

*1. त्वचा को लाभ -*
त्वचा की कुछ समस्याओं को दूर करने में हींग कारगर साबित होती है. मसलन त्वचा पर दाद होने से पानी में थोड़ी हींग मिलाने और घिसकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है. त्वचा संबंधी अनेक उत्पादों में हींग का प्रयोग किया जाता है. इसका उपयोग त्वचा संबंधी बीमारियों को ठीक करने में भी होता है.

*2. कैंसर में लाभ -*
शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट्स वाली हींग लगातार खाने पर यह फ्री रेडिकल्स से शरीर का बचाव करती है. इसकी कैंसर प्रतिरोधी क्षमता कैंसर कोशिकाओं के विकास में रूकावट पैदा करती है.

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। थकान व कमजोरी रहेगी। किसी बड़े काम को करने की तीव्र इच्छा जागृत होगी। आर्थिक उन्नति की योजना बनेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक व्यय होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। शत्रु पस्त होंगे।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। लाभदायक यात्रा होगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। जो‍खिम न लें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। समय अनुकूल है। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। बेरोजगारी के प्रयास सफल रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
बनते कामों में विघ्न आ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेकार बातों की तरफ ध्यान न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। चोट व दुर्घटना के प्रति सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर खर्च होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में नि‍श्चितता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी न करें।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
व्यर्थ दौड़धूप रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। रोजगार मिलेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कानूनी अड़चन सामने आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आत्मसम्मान बना रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करेंग। कार्य में सफलता मिलेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। प्रमाद न करें।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
लाभ के अवसर टलेंगे। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। कोई बड़ी बाधा उठ खड़ी हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें, गुम हो सकती है। विवाद के बढ़ावा न दें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। मेहनत अधिक होगी।

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐परिवार💐💐*

सुबह सूर्योदय हुआ ही था कि एक वयोवृद्ध डॉक्टर के दरवाजे पर आकर घंटी बजाने लगा।सुबह-सुबह कौन आ गया? कहते हुए डॉक्टर की पत्नी ने दरवाजा खोला। वृद्ध को देखते ही डॉक्टर की पत्नी ने कहा:- रघुवीर दादा आज इतनी सुबह? क्या परेशानी हो गयी आपको?
वयोवृद्ध ने कहा:- मेरे अंगूठे के टांके कटवाने आया हूं ,डॉक्टर साहब के पास,मुझे 8:30 बजे किसी और जगह पहुंचना होता है, इसलिए जल्दी आया। सॉरी डॉक्टर!
डाक्टर के पड़ोस वाले मोहल्ले में ही वयोवृद्ध का निवास था। जब भी जरूरत पड़ती वह डॉक्टर के पास आते थे। इसलिए डाक्टर उनसे परिचित था। उसने कमरे से बाहर आकर कहा कोई बात नहीं दादा बैठो।
बताओ आप का अंगूठा डॉक्टर ने पूरे ध्यान से अंगूठे के टांके खोले और कहा कि दादा बहुत बढ़िया है। आपका घाव भर गया है। फिर भी मैं पट्टी लगा देता हूं कि कहीं पर चोंट न पहुंचे।
डाक्टर तो बहुत होते हैं, परंतु यह डॉक्टर बहुत हमदर्दी रखने वाले, हर आदमी का ख्याल रखने वाले और दयालु थे।डॉक्टर ने पट्टी लगाकर के पूछा:-दादा आपको कहां पहुंचना पड़ता है 8:30 बजे। आपको देर हो गई हो तो मैं चलकर आपको छोड़ आता हूं।
वृद्ध ने कहा:- नहीं नहीं डॉक्टर साहब ,अभी तो मैं घर जाऊंगा और नाश्ता तैयार करूंगा,फिर निकलूंगा और बराबर 9:00 बजे पहुंच जाऊंगा।
उन्होंने डॉक्टर का आभार माना और जाने के लिए खड़े हुए। बिल लेकर के उपचार करने वाले तो बहुत डॉक्टर होते हैं ,परंतु दिल से उपचार करने वाले कम होते हैं। दादा खड़े हुए तभी डॉक्टर की पत्नी ने आकर कहा कि दादा नाश्ता यहीं कर लो।
वृद्ध ने कहा:- ना बेन। मैं तो यहां नाश्ता यहां कर लेता, परंतु उसको नाश्ता कौन कराएगा?
डॉक्टर ने पूछा:- किस को नाश्ता कराना है?
तब वृद्ध ने कहा:- कि मेरी पत्नी को।
तो वह कहां रहती है और 9:00 बजे आपको उसके यहां कहां पहुंचना है?
वृद्ध ने कहा:- डॉक्टर साहब वह तो मेरे बिना रहती ही नहीं थी ,परंतु अब वह अस्वस्थ है, तो नर्सिंग होम में है।
डॉक्टर ने पूछा:- क्यों, उनको क्या तकलीफ है?
वृद्ध व्यक्ति ने कहा:- मेरी पत्नी को अल्जाइमर हो गया है और उसकी याददाश्त चली गई है। पिछले 5 साल से वह मेरे को पहचानती नहीं है। मैं नर्सिंग होम में जाता हूं। उसको नाश्ता खिलाता हूं, तो वह फटी आंख से शून्य नेत्रों से मुझे देखती है। मैं उसके लिए अनजाना हो गया हूं। ऐसा कहते कहते वृद्ध की आंखों में आंसू आ गए। डॉक्टर और उसकी पत्नी की आंखें भी गीली हो गई।

बाजार में नहीं मिलता है यह।
डॉक्टर और उसकी पत्नी ने कहा:- दादा 5 साल से आप रोज नर्सिंग होम में उनको नाश्ता कराने जाते हो? आप इतने वृद्ध, आप थकते नहीं हो, ऊबते नहीं हो?
उस वृद्ध ने कहा :- मैं तीन बार जाता हूं।डॉक्टर साहब, उसने जिंदगी में मेरी बहुत सेवा की और आज मैं उसके सहारे जिंदगी जी रहा हूं। उसको देखता हूं तो मेरा मन भर आता है। मैं उसके पास बैठता हूं, तो मुझ में शक्ति आ जाती है। अगर वह न होती तो अभी तक मैं भी बिस्तर पकड़ लेता, लेकिन उसको ठीक करना है, उसकी संभाल करना है, इसलिए मुझ में रोज ताकत आ जाती है। उसके कारण ही मुझ में इतनी फुर्ती है। सुबह उठता हूं तो तैयार होकर के काम में लग जाता हूं। यह भाव रहता है कि उसको मिलने जाना है। उसके साथ नाश्ता करना है, उसको नाश्ता कराना है। उसके साथ नाश्ता करने का आनंद ही अलग है। मैं अपने हाथ से उसको नाश्ता खिलाता हूं।
डॉक्टर ने कहा:- दादा एक बात पूछूं? वह तो आपको पहचानती नहीं, न तो आपके सामने बोलती है, न हंसती है, तो भी तुम मिलने जाते हो।

तब उस समय वृद्ध ने जो शब्द कहे वह शब्द दुनिया में सबसे अधिक हृदयस्पर्शी और मार्मिक हैं।
वृद्ध बोले:- डॉक्टर साहब, वह नहीं जानती कि मैं कौन हूं ,पर मैं तो जानता हूं ना कि वह कौन है! और इतना कहते कहते हैं वृद्ध की आंखों से पानी की धारा बहने लगी। डॉक्टर और उनकी पत्नी की आंखें भी भर आई। कहानी तो पूरी होगी परंतु पारिवारिक जीवन में स्वार्थ अभिशाप है और प्रेम आशीर्वाद है। प्रेम कम होता है तभी परिवार टूटता है । अपने घर में अपने माता पिता को प्रेम करना। जो लोग यह कहते हैं अपने पिता के लिए कि साठी, बुद्धि न्हाटी, उनको यह कथा 10 बार पढ़वाना।

यह शब्द वह नहीं जानती कि मैं कौन हूं परंतु मैं तो जानता हूं।
यह शब्द शायद परिवार में प्रेम का प्रवाह प्रवाहित कर दें।
अपने वो नहीं, जो तस्वीर में साथ दिखे,अपने तो वो है, जो तकलीफ में साथ दिखे!

*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, पर्याप्त है।।*

Devbhumi jknews

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