धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- भगवान की इच्छा और स्वर्ग-का-सेब*


📜««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द……………………5125
विक्रम संवत्…………………..2080
शक संवत्………………………1945
रवि………………………..दक्षिणायन
मास……………………………….पौष
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी………………………………षष्ठी
संध्या 05.10 पर्यंत पश्चात सप्तमी
सूर्योदय(इंदौर)……प्रातः 07.07.10 पर
सूर्यास्त (इंदौर)…..संध्या 05.54.00 पर
सूर्य राशि…………………………धनु
चन्द्र राशि……………………….सिंह
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र………………….पूर्वाफाल्गुनी
प्रातः 11.37 पर्यंत पश्चात उत्तराफाल्गुनी
योग…………………………..सौभाग्य
दुसरे दिन प्रातः 05.30 पर्यंत पश्चात शोभन
करण…………………………..वणिज
संध्या 05.10 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु………………….(सहस्य) हेमंत
दिन………………………….मंगलवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
02 जनवरी सन 2024 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त* :-
दोप 12.09 से 12.51 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल* :-
दोप 03.10 से 04.29 तक ।

☸ शुभ अंक………………..2
🔯 शुभ रंग……………….लाल

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*धनु*
06:04:37 08:09:31
*मकर*
08:09:31 09:51:38
*कुम्भ*
09:51:38 11:19:13
*मीन*
11:19:13 12:44:24
*मेष*
12:44:24 14:19:53
*वृषभ*
14:19:53 16:15:46
*मिथुन*
16:15:46 18:30:45
*कर्क*
18:30:45 20:51:28
*सिंह*
20:51:28 23:09:08
*कन्या*
23:09:08 25:25:48
*तुला*
25:25:48 27:45:41
*वृश्चिक*
27:45:41 30:04:37

🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.49 से 11.09 तक चंचल
प्रात: 11.09 से 12.29 तक लाभ
दोप. 12.29 से 01.49 तक अमृत
दोप. 03.09 से 04.29 तक शुभ
रात्रि 07.29 से 09.09 तक लाभ ।

📿 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ आंजनेय नमः ।।

📯 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
दैवमेवापरे यज्ञं योगिनः पर्युपासते।
ब्रह्माग्नावपरे यज्ञं यज्ञेनैवोपजुह्वति॥४-२५॥
अर्थात :
दूसरे मनुष्य देव-उपासना रूपी यज्ञ का ही भली-भाँति करते हैं और अन्य ब्रह्म रूपी अग्नि में (अभेद दर्शन द्वारा आत्म रूपी ) यज्ञ का हवन करते हैं॥25॥

🍃 *आरोग्यं :*-
*लहसुन के फायदे -*

4. लहसुन खाने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी होती है। इसमें मौजूद कई पोषक तत्व खाने को पचाने में मदद करते हैं।

5. लहसुन का एंटीबैक्टिरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण गले के दर्द और बार-बार होने वाले जुकाम से छुटकारा दिलाता है।

6. दांत के दर्द में भी लहसुन काफी फायदेमंद है। लहसुन में एलीसिन होता है जो दांत के पास के बैक्टीरिया, जर्म्स, जीवाणु इत्यादि को नष्ट कर देता है। इसके लिए आप लहसुन को पीसकर दाँत के दर्द वाली जगह पर लगा सकते हैं।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। धनहानि संभव है, सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से बचें। शत्रु शांत रहेंगे।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
शत्रु सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्‍ट संभव है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
परिवार के किसी सदस्य के स्वास्‍थ्य की चिंता रहेगी। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बढ़ सकती है।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विरोध होगा। विवाद से क्लेश होगा, इससे बचें। पुराना रोग उभर सकता है। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे।

💁‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें। पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य प्रभावित होगा। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा। भागदौड़ रहेगी। आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🏹 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं। जल्दबाजी से चोट लग सकती है। दूर से शोक समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें। जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है।

*भगवान की इच्छा और स्वर्ग-का-सेब*

एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए तैयार हो कर लाइन लगाकर खड़े हो गए.
एक छोटी बच्ची बहुत उत्सुक थी क्योंकि वह पहली बार भगवान को देखने जा रही थी एक बड़े और सुंदर सेब के साथ साथ भगवान के दर्शन की कल्पना से ही खुश थी अंत में प्रतीक्षा समाप्त हुई बहुत लंबी कतार में जब उसका नम्बर आया तो भगवान ने उसे एक बड़ा और लाल सेब दिया लेकिन जैसे ही उसने सेब पकड़कर लाइन से बाहर निकली उसका सेब हाथ से छूटकर कीचड़ में गिर गया बच्ची उदास हो गई अब उसे दुबारा से लाइन में लगना पड़ेगा दूसरी लाइन पहली से भी लंबी थी लेकिन कोई और रास्ता नहीं था सब लोग ईमानदारी से अपनी बारी-बारी से सेब लेकर जा रहे थे.
अन्ततः वह बच्ची फिर से लाइन में लगी और अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगी आधी क़तार को सेब मिलने के बाद सेब ख़त्म होने लगे अब तो बच्ची बहुत उदास हो गई उसने सोचा कि उसकी बारी आने तक तो सब सेब खत्म हो जाएंगे लेकिन वह ये नहीं जानती थी कि भगवान के भंडार कभी ख़ाली नही होते जब तक उसकी बारी आई तो और भी नए सेब आ गए.
भगवान तो अन्तर्यामी होते हैं बच्ची के मन की बात जान गए उन्होंने इस बार बच्ची को सेब देकर कहा कि पिछली बार वाला सेब एक तरफ से सड़ चुका था तुम्हारे लिए सही नहीं था इसलिए मैने ही उसे तुम्हारे हाथों गिरवा दिया था दूसरी तरफ लंबी कतार में तुम्हें इसलिए लगाया क्योंकि नए सेब अभी पेडों पर थे उनके आने में समय बाकी था इसलिए  तुम्हें अधिक प्रतीक्षा करनी पड़ी ये सेब अधिक लाल, सुंदर और तुम्हारे लिए उपयुक्त है भगवान की बात सुनकर बच्ची संतुष्ट हो कर गई.

इसी प्रकार यदि आपके किसी काम में बिलम्ब हो रहा है तो उसे भगवान की इच्छा मानकर स्वीकार करें। जिस प्रकार हम अपने बच्चों को उत्तम से उत्तम देने का प्रयास करते हैं उसी प्रकार भगवान भी अपने बच्चों को वही देंगे जो उनके लिए उत्तम होगा। ईमानदारी से अपनी बारी की प्रतीक्षा करें,और उन परम पिता की कृपा के लिए हर पल हर क्षण उसका गुणगान करें..!!
   

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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