*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -भगवान की इच्छा और स्वर्ग-का-सेब*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:-03/01/2024, बुधवार*
सप्तमी, कृष्ण पक्ष,
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———- सप्तमी 19:47:34 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र—- उत्तरा फाल्गुनी14:45:10
योग———— शोभन 30:19:28
करण————– बव 19:47:34
वार———————— बुधवार
माह————————- पौष
चन्द्र राशि—————– कन्या
सूर्य राशि——————— धनु
रितु———————— शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर——————- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 07:11:28
सूर्यास्त—————- 17:35:33
दिन काल————- 10:24:05
रात्री काल————- 13:36:07
चंद्रास्त—————- 11:42:53
चंद्रोदय—————- 24:07:02
लग्न—- धनु 17°58′ , 257°58′
सूर्य नक्षत्र————— पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र——— उत्तरा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
पा—- उत्तरा फाल्गुनी 08:00:07
पी—- उत्तरा फाल्गुनी 14:45:10
पू—-हस्त 21:29:10
ष—- हस्त 28:11:53
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 17:30, पूo षाo 2 धा
चन्द्र=सिंह 06:30 , उ o फाo 3 पा
बुध =वृश्चिक 28:53′ ज्येष्ठा 4 यू
शु क्र=वृश्चिक 10°05, अनुराधा’ 3 नू
मंगल=धनु 04 °30 ‘ मूल ‘ 2 यो
गुरु=मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 09°40 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मीन 26°40 रेवती , 4 ची
केतु=(व) कन्या 26°40 चित्रा , 2 पो
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 12:24 – 13:42 अशुभ
यम घंटा 08:29 – 09:47 अशुभ
गुली काल 11:06 – 12: 24अशुभ
अभिजित 12:03 – 12:44 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:03 – 12:44 अशुभ
वर्ज्यम 24:10* – 25:58* अशुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 07:11 – 08:29 शुभ
अमृत 08:29 – 09:47 शुभ
काल 09:47 – 11:06 अशुभ
शुभ 11:06 – 12:24 शुभ
रोग 12:24 – 13:42 अशुभ
उद्वेग 13:42 – 14:59 अशुभ
चर 14:59 – 16:18 शुभ
लाभ 16:18 – 17:36 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 17:36 – 19:18 अशुभ
शुभ 19:18 – 20:59 शुभ
अमृत 20:59 – 22:42 शुभ
चर 22:42 – 24:24* शुभ
रोग 24:24* – 26:06* अशुभ
काल 26:06* – 27:48* अशुभ
लाभ 27:48* – 29:30* शुभ
उद्वेग 29:30* – 31:12* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 07:11 – 08:03
चन्द्र 08:03 – 08:55
शनि 08:55 – 09:47
बृहस्पति 09:47 – 10:39
मंगल 10:39 – 11:32
सूर्य 11:32 – 12:24
शुक्र 12:24 – 13:16
बुध 13:16 – 14:08
चन्द्र 14:08 – 14:59
शनि 14:59 – 15:52
बृहस्पति 15:52 – 16:44
मंगल 16:44 – 17:36
🚩होरा, रात
सूर्य 17:36 – 18:44
शुक्र 18:44 – 19:52
बुध 19:52 – 20:59
चन्द्र 20:59 – 22:08
शनि 22:08 – 23:16
बृहस्पति 23:16 – 24:24
मंगल 24:24* – 25:32
सूर्य 25:32* – 26:40
शुक्र 26:40* – 27:48
बुध 27:48* – 28:56
चन्द्र 28:56* – 30:04
शनि 30:04* – 31:12
,*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 04:52 से 07:02 तक
मकर > 07:02 से 08:54 तक
कुम्भ > 08:54 से 10:16 तक
मीन > 10:16 से 11:46 तक
मेष > 11:46 से 13:28 तक
वृषभ > 13:28 से 15:26 तक
मिथुन > 15:26 से 17:38 तक
कर्क > 17:38 से 19:58 तक
सिंह > 19:58 से 22:08 तक
कन्या > 22:08 से 00:24 तक
तुला > 00:24 से 02:30 तक
वृश्चिक > 02:30 से 04:48 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 7 + 4 + 1 = 27 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
22 + 22 + 5 = 49 ÷ 7 = 0 शेष
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*सर्वार्थ सिद्धि योग 14:45 से
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
आलस्योपगता विद्या परहस्तगतं धनम् ।
अल्पबीजं हतं क्षेत्रं हतं सैन्यमनायकम् ।।
।। चा o नी o।।
खाली बैठने से अभ्यास का नाश होता है. दुसरो को देखभाल करने के लिए देने से पैसा नष्ट होता है. गलत ढंग से बुवाई करने वाला किसान अपने बीजो का नाश करता है. यदि सेनापति नहीं है तो सेना का नाश होता है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: सांख्ययोग अo-02
तानि सर्वाणि संयम्य युक्त आसीत मत्परः ।,
वशे हि यस्येन्द्रियाणि तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता ॥,
इसलिए साधक को चाहिए कि वह उन सम्पूर्ण इन्द्रियों को वश में करके समाहित चित्त हुआ मेरे परायण होकर ध्यान में बैठे क्योंकि जिस पुरुष की इन्द्रियाँ वश में होती हैं, उसी की बुद्धि स्थिर हो जाती है॥,61॥
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
सुख के साधन जुटेंगे। भूमि व भवन की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। संतान की प्रगति होगी। व्यापार-व्यवसाय में प्रगतिकारक वातावरण का सृजन होगा। पारिवारिक स्थिति आनंददायक रहेगी। मन प्रफुल्लित रहेगा।
🐂वृष
विवाद व जल्दबाजी से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। अधूरे काम समय से पूरे होने के योग हैं। नए कार्यों से लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। धन का संग्रह होगा।
👫मिथुन
तीर्थयात्रा हो सकती है। सत्संग का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा। नवीन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए दिन अच्छा होने की संभावना है। प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। परिवार में मेल-मिलाप बढ़ेगा। अधिकारी वर्ग में महत्व बढ़ेगा।
🦀कर्क
संतान पक्ष की चिंता रहेगी। चोट व दुर्घटना से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। खर्च का बोझ बढ़ेगा। किसी पर अत्यधिक भरोसा न करें। व्यापार, नौकरी में अड़चनें आने से मनोबल में कमी आ सकती है।
🐅सिंह
प्रेम में सफलता मिलेगी। प्रयास सफल रहेंगे। रुके कार्यों में गति आएगी। मान-सम्मान मिलेगा। धनार्जन होगा। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सुख एवं पत्नी के सहयोग से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। किसी से बहस न करें। काम-धंधे में सफलता के शुभ संकेत हैं।
🙎♀️कन्या
लेनदारी वसूल होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। राज्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष लाभ का योग है। आर्थिक उन्नति होगी। सामाजिक उत्तरदायित्व की पूर्ति करेंगे। ईश्वर के प्रति श्रद्धा बढ़ेगी।
⚖️तुला
प्रेम-प्रसंग में सफलता मिलेगी। बाहर सहायता से काम होंगे। प्रसन्नता रहेगी। संतान के संबंध में संतोष रहेगा। व्यावसायिक अथवा आजीविका संबंधी समस्या का समाधान हो सकेगा। पुरुषार्थ का पूर्ण फल मिलेगा। थकान रहेगी। शत्रु भय रहेगा।
🦂वृश्चिक
यात्रा में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। दु:खद समाचार मिल सकता है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर संयम रखें। विरोधियों से सावधान रहें। परिवार की परेशानी का हल संभव है। भागीदारी के कामों में सफलता मिलेगी।
🏹धनु
अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। आत्मसम्मान बना रहेगा। सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे। पारिवारिक सुख-शांति बरकरार रहेगी। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। यात्रा होगी।
🐊मकर
कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होंगे। लेन-देन में सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें। संतान की गतिविधियों पर नजर रखना होगी। कामकाज का बोझ बढ़ने से व्यापार पर विपरीत असर हो सकता है। वाद-विवाद से दूर रहें।
🍯कुंभ
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। माता के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना आवश्यक। पुराने रुके कामों, लेनदेन में सफलता की संभावना है। रोमांस में सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को शिक्षा में उपलब्धि हासिल होने के योग हैं।
🐟मीन
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम उठाएं। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। सोच-समझकर कार्य करना लाभप्रद रहेगा। पुरुषार्थ सफल होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखना चाहिए। व्यापार में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे।
*भगवान की इच्छा और स्वर्ग-का-सेब*
एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए तैयार हो कर लाइन लगाकर खड़े हो गए.
एक छोटी बच्ची बहुत उत्सुक थी क्योंकि वह पहली बार भगवान को देखने जा रही थी एक बड़े और सुंदर सेब के साथ साथ भगवान के दर्शन की कल्पना से ही खुश थी अंत में प्रतीक्षा समाप्त हुई बहुत लंबी कतार में जब उसका नम्बर आया तो भगवान ने उसे एक बड़ा और लाल सेब दिया लेकिन जैसे ही उसने सेब पकड़कर लाइन से बाहर निकली उसका सेब हाथ से छूटकर कीचड़ में गिर गया बच्ची उदास हो गई अब उसे दुबारा से लाइन में लगना पड़ेगा दूसरी लाइन पहली से भी लंबी थी लेकिन कोई और रास्ता नहीं था सब लोग ईमानदारी से अपनी बारी-बारी से सेब लेकर जा रहे थे.
अन्ततः वह बच्ची फिर से लाइन में लगी और अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगी आधी क़तार को सेब मिलने के बाद सेब ख़त्म होने लगे अब तो बच्ची बहुत उदास हो गई उसने सोचा कि उसकी बारी आने तक तो सब सेब खत्म हो जाएंगे लेकिन वह ये नहीं जानती थी कि भगवान के भंडार कभी ख़ाली नही होते जब तक उसकी बारी आई तो और भी नए सेब आ गए.
भगवान तो अन्तर्यामी होते हैं बच्ची के मन की बात जान गए उन्होंने इस बार बच्ची को सेब देकर कहा कि पिछली बार वाला सेब एक तरफ से सड़ चुका था तुम्हारे लिए सही नहीं था इसलिए मैने ही उसे तुम्हारे हाथों गिरवा दिया था दूसरी तरफ लंबी कतार में तुम्हें इसलिए लगाया क्योंकि नए सेब अभी पेडों पर थे उनके आने में समय बाकी था इसलिए तुम्हें अधिक प्रतीक्षा करनी पड़ी ये सेब अधिक लाल, सुंदर और तुम्हारे लिए उपयुक्त है भगवान की बात सुनकर बच्ची संतुष्ट हो कर गई.
इसी प्रकार यदि आपके किसी काम में बिलम्ब हो रहा है तो उसे भगवान की इच्छा मानकर स्वीकार करें। जिस प्रकार हम अपने बच्चों को उत्तम से उत्तम देने का प्रयास करते हैं उसी प्रकार भगवान भी अपने बच्चों को वही देंगे जो उनके लिए उत्तम होगा। ईमानदारी से अपनी बारी की प्रतीक्षा करें,और उन परम पिता की कृपा के लिए हर पल हर क्षण उसका गुणगान करें..!!