*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -जंगल का स्कूल*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:-09/01/2024, मंगलवार*
*त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष,*
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———- त्रयोदशी 22:24:12 तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———– ज्येष्ठा 21:10:18
योग————– वृद्वि 24:20:56
करण————– गर 11:16:49
करण———– वणिज 22:24:12
वार———————– मंगलवार
माह————————- पौष
चन्द्र राशि——-वृश्चिक 21:10:18
चन्द्र राशि—————— धनु
सूर्य राशि——————– धनु
रितु———————— शिशिर
आयन——————–उत्तरायण
संवत्सर——————- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत——————-1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 07:12:24
सूर्यास्त—————- 17:39:57
दिन काल————- 10:27:32
रात्री काल————- 13:32:31
चंद्रास्त—————- 15:21:01
चंद्रोदय—————- 30:05:16
लग्न——– धनु 24°5′ , 264°5′
सूर्य नक्षत्र—————-पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र——————- ज्येष्ठा
नक्षत्र पाया——————- ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
या—- ज्येष्ठा 09:41:38
यी—- ज्येष्ठा 15:27:16
यू—- ज्येष्ठा 21:10:18
ये—- मूल 26:50:52
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 24:30, पूo षाo 4 ढा
चन्द्र=वृश्चिक 21:30 , ज्येष्ठा 2 या
बुध =धनु 01:53′ मूल 1 ये
शु क्र=वृश्चिक 18°05, ज्येष्ठा ‘ 1 नो
मंगल=धनु 09 °30 ‘ मूल ‘ 3 भा
गुरु=मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 09°40 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मीन 26°20 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 26°20 चित्रा , 1 पे
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 15:03 – 16:22 अशुभ
यम घंटा 09:49 – 11:08 अशुभ
गुली काल 12:26 – 13: 45अशुभ
अभिजित 12:05 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 09:18 – 09:59 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:05 – 23:47 अशुभ
🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
रोग 07:12 – 08:31 अशुभ
उद्वेग 08:31 – 09:49 अशुभ
चर 09:49 – 11:08 शुभ
लाभ 11:08 – 12:26 शुभ
अमृत 12:26 – 13:45 शुभ
काल 13:45 – 15:03 अशुभ
शुभ 15:03 – 16:22 शुभ
रोग 16:22 – 17:40 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
काल 17:40 – 19:22 अशुभ
लाभ 19:22 – 21:03 शुभ
उद्वेग 21:03 – 22:45 अशुभ
शुभ 22:45 – 24:26* शुभ
अमृत 24:26* – 26:08* शुभ
चर 26:08* – 27:49* शुभ
रोग 27:49* – 29:31* अशुभ
काल 29:31* – 31:12* अशुभ
💮होरा, दिन
मंगल 07:12 – 08:05
सूर्य 08:05 – 08:57
शुक्र 08:57 – 09:49
बुध 09:49 – 10:42
चन्द्र 10:42 – 11:34
शनि 11:34 – 12:26
बृहस्पति 12:26 – 13:18
मंगल 13:18 – 14:11
सूर्य 14:11 – 15:03
शुक्र 15:03 – 15:55
बुध 15:55 – 16:48
चन्द्र 16:48 – 17:40
🚩होरा, रात
शनि 17:40 – 18:48
बृहस्पति 18:48 – 19:55
मंगल 19:55 – 21:03
सूर्य 21:03 – 22:11
शुक्र 22:11 – 23:19
बुध 23:19 – 24:26
चन्द्र 24:26* – 25:34
शनि 25:34* – 26:42
बृहस्पति 26:42* – 27:49
मंगल 27:49* – 28:57
सूर्य 28:57* – 30:05
शुक्र 30:05* – 31:12
,*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 04:28 से 06:38 तक
मकर > 06:38 से 08:30 तक
कुम्भ > 08:34 से 09:52 तक
मीन > 09:52 से 11:22 तक
मेष > 11:22 से 13:04 तक
वृषभ > 13:04 से 15:02 तक
मिथुन > 15:02 से 17:14 तक
कर्क > 17:14 से 19:34 तक
सिंह > 19:34 से 21:46 तक
कन्या > 21:46 से 00:00 तक
तुला > 00:00 से 02:06 तक
वृश्चिक > 02:06 से 04:24 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 13 + 3 + 1 = 32 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
राहु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
28 + 28 + 5 = 61 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञेनवेलायां = कष्ट कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
रात्रि 22:24 से प्रारंभ
पाताल लोक =धनलाभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*प्रदोष व्रत (शिव पूजन)*
*मास शिव रात्रि*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
जन्ममृत्युं हि यात्येको भुनक्त्येकं शुभाशुभम् ।
नरकेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् ।।
।। चा o नी o।।
जब आप सफ़र पर जाते हो तो विद्यार्जन ही आपका मित्र है. घर में पत्नी मित्र है. बीमार होने पर दवा मित्र है. अर्जित पुण्य मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: सांख्ययोग अo-02
इन्द्रियाणां हि चरतां यन्मनोऽनुविधीयते ।,
तदस्य हरति प्रज्ञां वायुर्नावमिवाम्भसि ॥,
क्योंकि जैसे जल में चलने वाली नाव को वायु हर लेती है, वैसे ही विषयों में विचरती हुई इन्द्रियों में से मन जिस इन्द्रिय के साथ रहता है, वह एक ही इन्द्रिय इस अयुक्त पुरुष की बुद्धि को हर लेती है॥,67॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। प्रबुद्धजनों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। नया कार्य करने करने की योजना बनेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट संभव है। अनहोनी की आशंका रहेगी। धैर्य रखें। शुभ समय।
🐂वृष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। कुछ अनहोनी की आशंका रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क बढ़ेगा। सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।
👫मिथुन
दूसरों से अपेक्षा न करें। कोई भी बड़ा निर्णय सोच-समझकर करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न लें। पुरानी व्याधि उठ सकती है। शोक समाचार मिल सकता है। भागदौड़ रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। बनते कामों में व्यवधान संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे।
🦀कर्क
भूमि, भवन, दुकान व शोरूम आदि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। यश प्राप्ति के योग हैं। सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। लाभ होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है।
🐅सिंह
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। प्रमोशन व इनाम आदि मिलने की संभावना है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। घर-परिवार में समय प्रसन्नता के साथ व्यतीत होगा। विवाद न करें। थकान रहेगी। चिंता रहेगी।
🙍♀️कन्या
व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। सही बात का भी विरोध हो सकता है, धैर्य रखें। स्थिति अनुकूल होगी। शारीरिक कष्ट संभव है। स्वास्थ्य को अनदेखा न करें। प्रसन्नता बनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
⚖️तुला
स्वास्थ्य पर अधिक व्यय हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। धैर्य रखें। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। किसी विशिष्ट व्यक्ति से मार्गदर्शन प्राप्त होगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनहानि होने के योग हैं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
🦂वृश्चिक
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सुख के साधन जुटेंगे। संतान पक्ष की चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। व्यवसाय-व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। समय सुखमय व्यतीत होगा। जल्दबाजी न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। प्रमाद न करें।
🏹धनु
विवाद को बढ़ावा न दें। राजभय बना रहेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दूसरों के कार्य में दखल न दें। समय पर कार्य न होने से तनाव रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार के वरिष्ठजनों के स्वास्थ्य की चिंता बनी रहेगी।
🐊मकर
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। काफी समय से अटके काम पूर्ण होने के योग हैं। मित्रों तथा परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। लापरवाही न करें। प्रतिद्वंद्वी परेशानी का कारण बन सकते हैं। व्यापार, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। धनार्जन होगा।
🍯कुंभ
अधिक धनलाभ के योग बनते हैं। प्रमाद न कर प्रयास करें। नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ बना रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना सफल रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।
🐟मीन
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। मनोरंजन के अवसर प्राप्त होंगे। मित्रों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। व्यस्तता रहेगी। शत्रुभय रहेगा। शारीरिक पीड़ा रह सकती है। नए मित्रों से संपर्क बढ़ेगा।
*🌳 जंगल का स्कूल 🌳*
हुआ यूँ कि जंगल के राजा शेर ने ऐलान कर दिया
कि अब आज के बाद कोई अनपढ़ न रहेगा।
हर पशु को अपना बच्चा स्कूल भेजना होगा।
राजा साहब का स्कूल पढ़ा-लिखाकर सबको सर्टिफिकेट बांटेगा।
सब बच्चे चले स्कूल।
हाथी का बच्चा भी आया,
शेर का भी, बंदर भी आया
और मछली भी, खरगोश भी
आया तो कछुआ भी,
ऊँट भी और जिराफ भी।
प्रथम टेस्ट(परीक्षा)
हुआ तो हाथी का बच्चा फेल।
“किस विषय में फेल हो गया जी?”
“पेड़ पर चढ़ने में फेल हो गया,
हाथी का बच्चा।”
“अब का करें?”
“ट्यूशन दिलवाओ,
कोचिंग में भेजो।”
अब हाथी की जिन्दगी का एक ही मक़सद था
कि हमारे बच्चे को पेड़ पर चढ़ने में टॉप कराना है।
किसी तरह साल बीता।
अंतिम रिजल्ट आया तो हाथी,
ऊँट, जिराफ सब के बच्चे फेल हो गए।
बंदर की औलाद प्रथम आयी।
Principal ने मंच पर बुलाकर मेडल दिया।
बंदर ने उछल-उछल के कलाबाजियाँ दिखाकर
गुलाटियाँ मार कर खुशी का इजहार किया।
उधर अपमानित महसूस कर रहे हाथी,
ऊँट और जिराफ ने अपने-अपने बच्चे कूट दिये।
नालायकों,
इतने महँगे स्कूल में पढ़ाते हैं तुमको |
ट्यूशन-कोचिंग सब लगवाए हैं।
फिर भी आज तक तुम पेड़ पर चढ़ना नहीं सीखे।
सीखो, बंदर के बच्चे से सीखो कुछ,
पढ़ाई पर ध्यान दो।
फेल हालांकि मछली भी हुई थी।
बेशक़ तैराकी में प्रथम आयी थी
पर बाकी विषय में तो फेल ही थी।
मास्टरनी बोली,
“आपकी बेटी के साथ
उपस्थिति की समस्या है।
मछली ने बेटी को आँखें दिखाई!
बेटी ने समझाने की कोशिश की कि,
“माँ, मेरा दम घुटता है इस स्कूल में।
मैं साँस ही नहीं ले पाती।
मुझे नहीं पढ़ना इस स्कूल में।
हमारा स्कूल तो तालाब में होना चाहिये न?”
मां – नहीं, ये राजा का स्कूल है।
तालाब वाले स्कूल में भेजकर मुझे
अपनी बेइज्जती नहीं करानी।
समाज में कुछ इज्जत Reputation है मेरी।
तुमको इसी स्कूल में पढ़ना है।
पढ़ाई पर ध्यान दो।”
हाथी, ऊँट और जिराफ अपने-अपने बच्चों को
पीटते हुए ले जा रहे थे।
रास्ते में बूढ़े बरगद ने पूछा,
“क्यों पीट रहे हो, बच्चों को?”
जिराफ बोला,
“पेड़ पर चढ़ने में फेल हो गए?”
बूढ़ा बरगद सोचने के बाद पते की बात बोला,
“पर इन्हें पेड़ पर चढ़ाना ही क्यों है ?”
उसने हाथी से कहा,
“अपनी सूंड उठाओ और सबसे ऊँचा फल तोड़ लो।
जिराफ तुम अपनी लंबी गर्दन उठाओ और
सबसे ऊँचे पत्ते तोड़-तोड़ कर खाओ।”
ऊँट भी गर्दन लंबी करके फल पत्ते खाने लगा।
हाथी के बच्चे को क्यों चढ़ाना चाहते हो पेड़ पर?
मछली को तालाब में ही सीखने दो न?
दुर्भाग्य से आज स्कूली शिक्षा का पूरा चक्र और सिलेबस सिर्फ बंदर के बच्चे के लिये ही डिज़ाइन है।
इस स्कूल में 35 बच्चों की क्लास में
सिर्फ बंदर ही First आएगा।बाकी सबको फेल होना ही है।
हर बच्चे के लिए अलग Syllabus,अलग Subject
और अलग स्कूल चाहिये।
हाथी के बच्चे को पेड़ पर चढ़ाकर
अपमानित मत करो।
जबर्दस्ती उसके ऊपर फेलियर का
ठप्पा मत लगाओ।
ठीक है,
बंदर का उत्साहवर्धन करो पर शेष
34 बच्चों को नालायक,
कामचोर, लापरवाह,
Duffer, Failure
घोषित मत करो।
मछली बेशक़ पेड़ पर न चढ़ पाये
पर एक दिन वो पूरा समंदर नाप देगी।
*बन्धुओ बहनों:-* अपने बच्चों की क्षमताओं व प्रतिभा की कद्र करिये, चाहे वह पढ़ाई, खेल, नाच, गाने, कला, अभिनय, व्यापार, खेती, बागवानी, मकेनिकल, किसी भी क्षेत्र में हो और उन्हें उसी दिशा में अच्छा करने दें |
जरूरी नहीं कि सभी बच्चे पढ़ने में ही अव्वल हो! बस जरूरत हैं उनमें अच्छे संस्कार व नैतिक
मूल्यों की जिससे बच्चे गलत रास्ते नहीं चुने l
ध्यान रखियेगा की आपके बच्चे भी आपसे ही सीखेंगे अब ये आपके ऊपर निर्भर है कि आप उन्हें क्या सिखाना पसन्द करेंगे..!!