*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- दूसरे से उम्मीद खुद को कमजोर बना देती है*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:-19/01/2024, शुक्रवार*
*नवमी, शुक्ल पक्ष,*
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———– नवमी 19:51:20 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र———- भरणी 26:49:21
योग———— साध्य 12:44:33
करण———- बालव08:14:15
करण———- कौलव 19:51:20
वार———————– शुक्रवार
माह———————— पौष
चन्द्र राशि——————- मेष
सूर्य राशि—————– मकर
रितु———————– शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत————— 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत——————1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 07:11:53
सूर्यास्त—————- 17:47:51
दिन काल————- 10:35:58
रात्री काल———— 13:23:50
चंद्रोदय—————- 12:27:27
चंद्रास्त—————- 26:18:36
लग्न—- मकर 4°16′ , 274°16′
सूर्य नक्षत्र————- उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र—————— भरणी
नक्षत्र पाया——————- स्वर्ण
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ली—- भरणी 08:52:31
लू—- भरणी 14:49:46
ले—- भरणी 20:48:44
लो—- भरणी 26:49:21
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मकर 04:10, उ o षाo 3 जा
चन्द्र=मेष 15:30 , भरणी 1 ली
बुध =धनु 11:53′ मूल 4 भी
शु क्र=धनु 00°05, ज्येष्ठा ‘ 1 ये
मंगल=धनु 16 °30 ‘ पू oषाo’ 1 भू
गुरु=मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 10°40 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मीन 25°45 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 25°45 चित्रा , 1 पे
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 11:10 – 12:30 अशुभ
यम घंटा 15:09 – 16:28 अशुभ
गुली काल 08:31 – 09: 51अशुभ
अभिजित 12:09 – 12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 09:19 – 10:01 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:51 – 13:33 अशुभ
वर्ज्यम 12:27 – 14:02 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
चर 07:12 – 08:31 शुभ
लाभ 08:31 – 09:51 शुभ
अमृत 09:51 – 11:10 शुभ
काल 11:10 – 12:30 अशुभ
शुभ 12:30 – 13:49 शुभ
रोग 13:49 – 15:09 अशुभ
उद्वेग 15:09 – 16:28 अशुभ
चर 16:28 – 17:48 शुभ
🚩चोघडिया, रात
रोग 17:48 – 19:28 अशुभ
काल 19:28 – 21:09 अशुभ
लाभ 21:09 – 22:49 शुभ
उद्वेग 22:49 – 24:30* अशुभ
शुभ 24:30* – 26:10* शुभ
अमृत 26:10* – 27:51* शुभ
चर 27:51* – 29:31* शुभ
रोग 29:31* – 31:12* अशुभ
💮होरा, दिन
शुक्र 07:12 – 08:05
बुध 08:05 – 08:58
चन्द्र 08:58 – 09:51
शनि 09:51 – 10:44
बृहस्पति 10:44 – 11:37
मंगल 11:37 – 12:30
सूर्य 12:30 – 13:23
शुक्र 13:23 – 14:16
बुध 14:16 – 15:09
चन्द्र 15:09 – 16:02
शनि 16:02 – 16:55
बृहस्पति 16:55 – 17:48
🚩होरा, रात
मंगल 17:48 – 18:55
सूर्य 18:55 – 20:02
शुक्र 20:02 – 21:09
बुध 21:09 – 22:16
चन्द्र 22:16 – 23:23
शनि 23:23 – 24:30
बृहस्पति 24:30* – 25:37
मंगल 25:37* – 26:44
सूर्य 26:44* – 27:51
शुक्र 27:51* – 28:58
बुध 28:58* – 30:05
चन्द्र 30:05* – 31:12
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मकर > 06:00 से 07:58 तक
कुम्भ > 07:58 से 09:16 तक
मीन > 09:16 से 10:46 तक
मेष > 10:46 से 12:28 तक
वृषभ > 12:28 से 14:26 तक
मिथुन > 14:26 से 16:38 तक
कर्क > 16:38 से 18:58 तक
सिंह > 18:58 से 21:10 तक
कन्या > 21:10 से 23:24 तक
तुला > 23:24 से 01:30 तक
वृश्चिक > 01:30 से 03:42 तक
धनु > 03:42 से 05:58 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
9 + 6 + 1 = 16 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
9 + 9 + 5 = 23 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सन्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*हरि जयंती*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
कवयः किं न पश्यन्ति कि न कुर्वन्ति योषितः ।
मद्यपाः किं न जल्पन्ति किंन खादन्ति वायसाः ।।
।। चा o नी o।।
वह क्या है जो कवी कल्पना में नहीं आ सकता. वह कौनसी बात है जिसे करने में औरत सक्षम नहीं है. ऐसी कौनसी बकवास है जो दारू पिया हुआ आदमी नहीं करता. ऐसा क्या है जो कौवा नहीं खाता.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: कर्मयोग अo-03
न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत् ।,
कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः ॥,
निःसंदेह कोई भी मनुष्य किसी भी काल में क्षणमात्र भी बिना कर्म किए नहीं रहता क्योंकि सारा मनुष्य समुदाय प्रकृति जनित गुणों द्वारा परवश हुआ कर्म करने के लिए बाध्य किया जाता है॥,5॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। चिंता रहेगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🐂वृष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जुए व सट्टे से दूर रहें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा काम होने से उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। जीवन सुखमय रहेगा। अपरिचितों पर अतिविश्वास न करें। किसी अनहोनी होने का भय सताएगा।
👫मिथुन
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। चिंता तथा निराशा हावी रहेंगी। बेकार बातों पर ध्यान न दें। आय में निश्चितता रहेगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें।
🦀कर्क
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल रहेगी। नौकरी में मातहतों का साथ रहेगा। व्यापार अच्छा चलेगा। जल्दबाजी न करें। रुके कामों में गति आएगी। कीमती वस्तु गुम हो सकती है। चोट व रोग से बचें। आशंका-कुशंका से बाधा संभव है।
🐅सिंह
सुख के साधन जुटेंगे। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नए कार्य करने का मन बनेगा। भाइयों का सहयोग मिलेगा। उत्साह वृद्धि होगी। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। सावधानी आवश्यक है। भाग्य साथ है। अपने काम पर ध्यान दें। शत्रुओं का का पराभव होगा।
🙍♀️कन्या
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। परिवार व मित्रों के साथ जीवन सुखमय गुजरेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। अध्ययन में मन लगेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। बेचैनी रहेगी। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। व्यापार में लाभ के योग हैं।
⚖️तुला
नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। भागदौड़ अधिक रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। किसी अपने के व्यवहार से मन को ठेस पहुंच सकती है। दूसरों के उकसावे में न आएं। व्यापार धीमा चलेगा।
🦂वृश्चिक
व्यवसाय में उतार-चढ़ाव रहेगा। आय बनी रहेगी। गृह क्लेश हो सकता है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। कुसंगति से हानि होगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। क्रोध व उत्तेजना से समस्या बढ़ सकती है। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। तनाव रहेगा। मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
🏹धनु
आय में वृद्धि होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। अज्ञात भय सताएगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जल्दबाजी न करें। अच्छी बात भी लोगों को समझ नहीं आएगी। विरोध होगा। जीवन सुखमय करने के लिए व्यय होगा। प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। सामाजिक कार्य में मन लगेगा। मान-सम्मान मिलेगा।
🐊मकर
पूजा-पाठ में मन लगेगा। शत्रुओं का पराभव होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। आय में वृद्धि होगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शुभ समय। शारीरिक कष्ट संभव है। विवाद में न पड़ें। क्लेश होगा। बेचैनी रहेगी।
🍯कुंभ
सुख के साधन जुटेंगे। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। नई योजना बनेगी। समाज में मान-सम्मान मिलेगा। कोई बड़ी मुश्किल का हल मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी की चिंता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।
🐟मीन
व्यापार से अधिक लाभ होगा। नौकरी में प्रशंसा मिलेगी। उत्साह वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यस्तता के चलते स्वयं का ध्यान नहीं रख पाएंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*🌳 दूसरे से उम्मीद खुद को कमजोर बना देती है 🌳*
एक बार एक बादशाह सर्दियों की शाम अपने महल में दाखिल हो रहा था तभी उसने एक बूढ़े दरबान को देखा जो महल के मुख्य दरवाज़े पर बिलकुल पुरानी और फटी वर्दी में पहरा दे रहा था…।
बादशाह ने उस बूढ़े दरबान के करीब अपनी सवारी को रुकवाया और उससे पूछा…
“सर्दी नही लग रही तुम्हें…इन फटे हुए कपड़ों में कैसे रात गुजारते हो ?”
दरबान ने जवाब दिया….. “बहुत लग रही है हुज़ूर ! मगर क्या करूँ, गर्म कपड़े हैं नही मेरे पास, इसलिए मज़बूरी में बर्दाश्त करना पड़ता है, कोई चारा भी नहीं है…. औऱ ड्यूटी तो करनी ही है ,नहीं तो गुजारा कैसे होगा…..” ??
बादशाह का दिल पसीज गया औऱ वह सोचने लगा कि इस बूढ़े के लिए क्या किया जाए ??
कुछ सोचकर बादशाह ने कहा ” तुम चिंता मत करो..मैं अभी महल के अंदर जाकर तुरंत अपना ही कोई गर्म कपड़ा तुम्हारे लिए भेजता हूँ…तुम बस थोड़ी देर औऱ इंतज़ार करो…।”
दरबान ने बहुत खुश होकर बादशाह को दिल से सलाम किया साथ ही उसके प्रति अपनी कृतज्ञता औऱ वफ़ादारी का भी इज़हार किया।
लेकिन…… बादशाह जैसे ही महल में दाखिल हुआ ,वह अपनी रानी औऱ बच्चों के साथ बातचीत में उलझ गया औऱ कुछ देर के बाद वह दरबान के साथ किया हुआ अपना वादा भूल गया।
उधर दरबान बेसब्री से इंतजार करता रहा, करता रहा।वह बार बार झांक कर देखता कि महल के अंदर से कोई आ रहा है कि नहीं । इसी तरह इंतजार में ही दरबान की पूरी रात गुजर गई ।
सुबह महल के मुख्य दरवाज़े पर उस बूढ़े दरबान की अकड़ी हुई लाश पड़ी मिली और ठीक उसके करीब ही मिट्टी पर उसकी उंगलियों से लिखा गया ये शब्द भी जो चीख़ चीख़कर उसकी बेबसी की दास्तान सुना रहे थे……” बादशाह सलामत ! मैं कई सालों से लगातार सर्दियों में इसी फटी वर्दी में दरबानी कर रहा था लेकिन मुझें कोई ख़ास परेशानी नहीं हो रही थी , मगर कल रात सिर्फ़ आपके एक गर्म लिबास के वादे ने मेरी जान निकाल दी…मैं इस उम्मीद के साथ इस दुनिया से विदा ले रहा हूँ कि भविष्य में आप फ़िर किसी लाचार ग़रीब इंसान से कोई झूठा वादा नहीं करेंगे……।”
” सहारे व्यक्ति को अंदर तक खोखला कर देते हैं और दूसरों के प्रति उसकी उम्मीदें उसे बेहद कमज़ोर बना देती हैं ” …..!
“इसलिए हम सब सिर्फ़ अपनी ताकत औऱ सामर्थ्य के बल पर जीना शुरू करें औऱ खुद की सहन शक्ति, ख़ुद की ख़ूबी पर भरोसा करना सीखें क्योंकि हमारा हमसे अच्छा साथी, दोस्त, गुरु और हमदर्द इस दुनिया में शायद औऱ कोई नही हो सकता।
ये हमें हमेशा याद रखने की जरुरत है कि,,, ज़िंदगी तो अपने दम पर जी जाती है , दूसरों के कंधों पर तो सिर्फ़ ज़नाज़े उठा करते हैं..!!*