उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

आज आपका राशिफल एवं प्रेरक- प्रसंग मधुर व्यवहार


📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5126
विक्रम संवत्……………………2082
शक संवत्……………………..1946
मास……………………………….चैत्र
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी……………………………चतुर्थी
दोप 01.17 पर्यंत पश्चात पंचमी
रवि………………………….उत्तरायण
सूर्योदय…………प्रातः 06.09.54 पर
सूर्यास्त…………संध्या 06.46.02 पर
सूर्य राशि…………………………मीन
चन्द्र राशि……………………….वृषभ
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र………………………….रोहिणी
रात्रि 12.54 पर्यंत पश्चात मृगशीर्ष
योग…………………………..सौभाग्य
रात्रि 02.15 पर्यंत पश्चात शोभन
करण…………………………….विष्टि
दोप 01.17 पर्यंत पश्चात बव
ऋतु………………………..(मधु) वसंत
दिन……………………………शुक्रवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
12 अप्रैल सन 2024 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक…………………..3
🔯 शुभ रंग……………आसमानी

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.02 से 01.52 बजे तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल (अशुभ) :-*
प्रात: 10.53 से 12.27 तक ।

🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

🌞 *उदय लग्न तालिका -*
*मीन*
04:45:28 06:15:24
*मेष*
06:15:24 07:57:21
*वृषभ*
07:57:21 09:56:00
*मिथुन*
09:56:00 12:09:42
*कर्क*
12:09:42 14:25:52
*सिंह*
14:25:52 16:37:41
*कन्या*
16:37:41 18:48:21
*तुला*
18:48:21 21:02:58
*वृश्चिक*
21:02:58 23:19:08
*धनु*
23:19:08 25:24:45
*मकर*
25:24:45 27:11:52
*कुम्भ*
27:11:52 28:45:28

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.45 से 09.19 तक लाभ
प्रात: 09.19 से 10.52 तक अमृत
दोप. 12.26 से 02.00 तक शुभ
सायं 05.07 से 06.41 तक चंचल
रात्रि 09.33 से 11.00 तक लाभ ।

📿 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ हराय नमः॥

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (पञ्चमोऽध्यायः – कर्मसंन्यासयोगः) -*
लभन्ते ब्रह्मनिर्वाणमृषयः
क्षीणकल्मषाः।
छिन्नद्वैधा यतात्मानः
सर्वभूतहिते रताः॥५-२५॥ निष्पाप ऋषि, जिनके सब संशय (ज्ञान द्वारा) निवृत्त हो गए हैं, जो सभी प्राणियों के हित में रत हैं और जो अपनी आत्मा में स्थित हैं, वे शांत ब्रह्म को प्राप्त होते हैं॥25॥

🍃 *आरोग्यं :-*
*जीभ के छाले का घरेलू उपचार :-*

*1. जीभ के छाले के लिए दही -*
दही एक प्राकृतिक प्रोबियोटिक है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं जो दर्द और सूजन को कम कर सकता हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो जीभ के छाले से जुड़े किसी भी संक्रमण का इलाज कर सकते हैं। इसके लिए आप एक कप सादा दही लीजिए और उसे दिन में एक बार जरूर सेवन कीजिए।

*2. जीभ के छाले के लिए नमक -*
नमक को पानी में मिलाकर कुल्ला करें, ताकि मुंह साफ रहे और ठंडी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें। नमक जीभ के छाले के इलाज के लिए अच्छा विकल्प है क्योंकि इससे सूजन और दर्द कम हो जाएगा। नमक भी बैक्टीरिया को मार सकता है और संक्रमण को रोक सकता है। दरअसल नमक, सोडियम क्लोराइड के रूप में भी जाना जाता है, जो जीभ पर छाले के कारण सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप एक कप गर्म पानी में एक छोटा चम्मच नमक मिलाइए। फिर इस पानी से दिन में कई बार कुल्ला कीजिए।

⚜ *आज का राशिफल :-*

*राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। शत्रुओं का पराभव होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। भय रहेगा। प्रमाद न करें। दु:खद समाचार मिल सकता है। विरोध होगा। व्यर्थ भागदौड़ होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। विवाद न करें। रुका धन मिलेगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
सुख के साधन जुटेंगे। प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में मनचाही पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। अजनबियों पर विश्वास न करें। कार्य निर्णय बहुत शांति से विचार करके करना ही शुभ है।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
फालतू खर्च होगा। अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। विवाद न करें। आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है। व्यापार में नए अनुबंध होंगे। व्ययों में कमी करना चाहिए। व्यापार अच्छा चलेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा संभव है। विवाद न करें। रोजगार मिलेगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। आपकी मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति आपके जीवन में आनंद का संचार करेगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कुसंगति से बचें। लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। विवाद न करें। सार्वजनिक कार्यों में समय व्यतीत होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। रोजगार के क्षेत्र में उन्नति होगी। जीवनसाथी से मतभेद होंगे।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। लाभ होगा। उत्तम मनोबल आपकी सभी समस्याओं को हल कर देगा। प्रतिष्ठित जनों से मेलजोल बढ़ेगा। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
नई योजना बनेगी। कार्य का विस्तार होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें। काम के प्रति दृढ़ता से कार्य में अनुकूल सफलता मिल सकेगी। पारिवारिक सुख व धन बढ़ेगा। वाणी संयम आवश्यक है।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। समाज के कामों में उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। नौकरी में तबादला तथा पदोन्नति के योग हैं। अनावश्यक क्रोध न करें। धन संबंधी काम पूरे होंगे।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
पुराना रोग उभर सकता है। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। आय में कमी रहेगी। धैर्य रखें। स्वास्थ्य की समस्या हल होगी। ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ेगी। जीवनसाथी की भावनाओं को समझें। आर्थिक निवेश लाभकारी रहेगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
परिवार की चिंता रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। परोपकार करके मानसिक सुख अर्जित करेंगे। व्यापारिक स्थिति आशाजनक रहेगी। पारिवारिक, मांगलिक कार्य की योजना बनेगी। कर्ज लेने से बचना चाहिए।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
शत्रु परास्त होंगे। भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त हो सकती है। रोजगार मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नवीन गतिविधियां लाभकारी रहेंगी। व्यापार में नई योजनाओं का प्रारंभ होगा। पराक्रम के प्रति निष्क्रियता के कारण मन अप्रसन्न रहेगा।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। रोजगार की चिंता रह सकती है। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। मानसिक दृढ़ता से निर्णय लेकर कार्य करना चाहिए। व्यापार में लाभकारी परिवर्तन होंगे।

☯️ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

🐚।। *शुभम भवतु* ।।🐚

*💐💐मधुर व्यवहार💐💐*

एक राजा था। उसने एक सपना देखा। सपने में उससे एक परोपकारी साधु कह रहा था कि बेटा! कल रात को तुम्हें एक विषैला सांप काटेगा और उसके काटने से तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी। वह सर्प अमुक पेड़ की जड़ में रहता है। वह तुमसे पूर्व जन्म की शत्रुता का बदला लेना चाहता है।

सुबह हुई, राजा सोकर उठा और सपने की बात अपनी आत्मरक्षा के लिए क्या उपाय करना चाहिए? इसे लेकर विचार करने लगा। सोचते-सोचते राजा इस निर्णय पर पहुंचा कि मधुर व्यवहार से बढ़कर शत्रु को जीतने वाला और कोई हथियार इस पृथ्वी पर नहीं है। उसने सर्प के साथ मधुर व्यवहार करके उसका मन बदल देने का निश्चय किया।

शाम होते ही राजा ने उस पेड़ की जड़ से लेकर अपनी शय्या तक फूलों का बिछौना बिछवा दिया, सुगन्धित जलों का छिड़काव करवाया, मीठे दूध के कटोरे जगह जगह रखवा दिये और सेवकों से कह दिया कि रात को जब सर्प निकले तो कोई उसे किसी प्रकार कष्ट पहुंचाने की कोशिश न करें।

रात को सांप अपनी बांबी में से बाहर निकला और राजा के महल की तरफ चल दिया। वह जैसे आगे बढ़ता गया, अपने लिए की गई स्वागत व्यवस्था को देख देखकर आनन्दित होता गया। कोमल बिछौने पर लेटता हुआ मनभावनी सुगन्ध का रसास्वादन करता हुआ, जगह-जगह पर मीठा दूध पीता हुआ आगे बढ़ता था।

इस तरह क्रोध के स्थान पर सन्तोष और प्रसन्नता के भाव उसमें बढ़ने लगे। जैसे-जैसे वह आगे चलता गया, वैसे ही वैसे उसका क्रोध कम होता गया। राजमहल में जब वह प्रवेश करने लगा तो देखा कि प्रहरी और द्वारपाल सशस्त्र खड़े हैं, परन्तु उसे जरा भी हानि पहुंचाने की चेष्टा नहीं करते।

यह असाधारण सी लगने वाले दृश्य देखकर सांप के मन में स्नेह उमड़ आया। सदव्यवहार, नम्रता, मधुरता के जादू ने उसे मंत्रमुग्ध कर लिया था। कहां वह राजा को काटने चला था, परन्तु अब उसके लिए अपना कार्य असंभव हो गया। हानि पहुंचाने के लिए आने वाले शत्रु के साथ जिसका ऐसा मधुर व्यवहार है, उस धर्मात्मा राजा को काटूं तो किस प्रकार काटूं? यह प्रश्न के चलते वह दुविधा में पड़ गया।

राजा के पलंग तक जाने तक सांप का निश्चय पूरी तरह से बदल गया। उधर समय से कुछ देर बाद सांप राजा के शयन कक्ष में पहुंचा। सांप ने राजा से कहा, राजन! मैं तुम्हें काटकर अपने पूर्व जन्म का बदला चुकाने आया था, परन्तु तुम्हारे सौजन्य और सदव्यवहार ने मुझे परास्त कर दिया।

अब मैं तुम्हारा शत्रु नहीं, मित्र हूं। मित्रता के उपहार स्वरूप अपनी बहुमूल्य मणि मैं तुम्हें दे रहा हूं। लो इसे अपने पास रखो। इतना कहकर और मणि राजा के सामने रखकर सांप चला गया।

*💐शिक्षा:-💐*
यह महज कहानी नहीं जीवन की सच्चाई है। अच्छा व्यवहार कठिन से कठिन कार्यों को सरल बनाने का उपाय रखता है। यदि व्यक्ति का व्यवहार कुशल है तो वो सब कुछ पा सकता है जो पाने की वो हार्दिक इच्छा रखता है।

*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।

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