उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- फर्ज*


*आज का पञ्चांग*

*दिनाँक:- 13/04/2024, शनिवार*
*पंचमी, शुक्ल पक्ष,*
*चैत्र*
(समाप्ति काल)

तिथि———– पंचमी 12:03:33 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——— मृगशिरा 24:48:10
योग———— शोभन 24:32:33
करण————बालव 12:03:33
करण———– कौलव 23:47:21
वार———————- शनिवार
माह————————– चैत्र
चन्द्र राशि——- वृषभ 12:43:09
चन्द्र राशि—————– मिथुन
सूर्य राशि——- मीन 21:03:14
सूर्य राशि——————– मेष
रितु————————- वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)————- कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत——————-1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय————— 05:57:44
सूर्यास्त—————- 18:41:51
दिन काल————- 12:44:07
रात्री काल————–11:14:51
चंद्रोदय—————- 09:12:07
चंद्रास्त—————- 23:57:17
लग्न—-मीन 29°23′ , 359°23′
सूर्य नक्षत्र—————— रेवती
चन्द्र नक्षत्र—————- मृगशिरा
नक्षत्र पाया——————- लोहा

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

वे—- मृगशिरा 06:45:05

वो—- मृगशिरा 12:43:09

का—- मृगशिरा 18:44:11

की—- मृगशिरा 24:48:10

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मीन 29:10, रेवती 4 ची
चन्द्र=वृषभ 26:30 , मृगशिरा 1 वे
बुध =मीन 27:53′ रेवती 4 ची
शु क्र= मीन 15°05, उ o भाo ‘ 4 ञ
मंगल=कुम्भ 22°30 ‘ पूoभाo’ 1 से
गुरु=मेष 25°30 भरणी , 4 लो
शनि=कुम्भ 20°50 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 21°15 रेवती , 2 दो
केतु=(व) कन्या 21°15 हस्त , 4 ठ

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 09:09 – 10:44 अशुभ
यम घंटा 13:55 – 15:31 अशुभ
गुली काल 05:58 – 07: 33अशुभ
अभिजित 11:54 – 12:45 शुभ
दूर मुहूर्त 07:40 – 08:31 अशुभ
वर्ज्यम 06:21 – 07:56 अशुभ
प्रदोष 18:42 – 20:58 शुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 05:58 – 07:33 अशुभ
शुभ 07:33 – 09:09 शुभ
रोग 09:09 – 10:44 अशुभ
उद्वेग 10:44 – 12:20 अशुभ
चर 12:20 – 13:55 शुभ
लाभ 13:55 – 15:31 शुभ
अमृत 15:31 – 17:06 शुभ
काल 17:06 – 18:42 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:42 – 20:06 शुभ
उद्वेग 20:06 – 21:31 अशुभ
शुभ 21:31 – 22:55 शुभ
अमृत 22:55 – 24:19* शुभ
चर 24:19* – 25:44* शुभ
रोग 25:44* – 27:08* अशुभ
काल 27:08* – 28:32* अशुभ
लाभ 28:32* – 29:57* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 05:58 – 07:01
बृहस्पति 07:01 – 08:05
मंगल 08:05 – 09:09
सूर्य 09:09 – 10:12
शुक्र 10:12 – 11:16
बुध 11:16 – 12:20
चन्द्र 12:20 – 13:23
शनि 13:23 – 14:27
बृहस्पति 14:27 – 15:31
मंगल 15:31 – 16:35
सूर्य 16:35 – 17:38
शुक्र 17:38 – 18:42

🚩होरा, रात
बुध 18:42 – 19:38
चन्द्र 19:38 – 20:34
शनि 20:34 – 21:31
बृहस्पति 21:31 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:23
सूर्य 23:23 – 24:19
शुक्र 24:19* – 25:16
बुध 25:16* – 26:12
चन्द्र 26:12* – 27:08
शनि 27:08* – 28:04
बृहस्पति 28:04* – 29:00
मंगल 29:00* – 29:57

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मीन > 03:38 से 05:08 तक
मेष > 05:08 से 06:46 तक
वृषभ > 06:46 से 08:56 तक
मिथुन > 08:46 से 11:04 तक
कर्क > 11:04 से 13:34 तक
सिंह > 13:34 से 15:38 तक
कन्या > 15:38 से 17:54 तक
तुला > 17:54 से 19:44 तक
वृश्चिक > 19:44 से 22:08 तक
धनु > 22:08 से 00:08 तक
मकर > 00:08 से 02:10 तक
कुम्भ > 02:10 से 03:36 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

5 + 7 + 1 = 13 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

5 + 5 + 5 = 15 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*नवरात्रि पंचम दिवस (माता स्कंदमाता पूजन)*

*श्री पंचमी*

*ह्यव्रत पंचमी*

*श्री राम जन्मोत्सव प्रारम्भ*

*मेष में सूर्य रात्रि 21:034*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

अहो वत ! विचित्राणि चरितानि महात्मनाम् ।
लक्ष्मी तृणाय मन्यन्ते तद्भारेण नमन्ति च ।।
।। चा o नी o।।

देखिये क्या आश्चर्य है? बड़े लोग अनोखी बाते करते है. वे पैसे को तो तिनके की तरह मामूली समझते है लेकिन जब वे उसे प्राप्त करते है तो उसके भार से और विनम्र होकर झुक जाते है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: कर्मसन्यास योग अo-05

योगयुक्तो विशुद्धात्मा विजितात्मा जितेन्द्रियः ।,
सर्वभूतात्मभूतात्मा कुर्वन्नपि न लिप्यते ॥,

जिसका मन अपने वश में है, जो जितेन्द्रिय एवं विशुद्ध अन्तःकरण वाला है और सम्पूर्ण प्राणियों का आत्मरूप परमात्मा ही जिसका आत्मा है, ऐसा कर्मयोगी कर्म करता हुआ भी लिप्त नहीं होता॥,7॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
सही काम का भी विरोध होगा। कोई पुरानी व्याधि परेशानी का कारण बनेगी। कोई बड़ी समस्या बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने के प्रति रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में चैन बना रहेगा।

🐂वृष
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। चोट व रोग से बचें। सेहत का ध्यान रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। झंझटों में न पड़ें। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। परिवार में प्रसन्नता रहेगी।

👫मिथुन
शत्रुभय रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से क्लेश होगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। ऐश्वर्य के साधनों पर सोच-समझकर खर्च करें। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि बाद में पछताना पड़े। दूसरे अधिक अपेक्षा करेंगे। नकारात्मकता हावी रहेगी।

🦀कर्क
प्रतिद्वंद्विता कम होगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बिगड़ सकती है। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्त्री वर्ग से सहायता प्राप्त होगी। नौकरी व निवेश में इच्छा पूरी होने की संभावना है।

🐅सिंह
भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आर्थिक उन्नति होगी। संचित कोष में वृद्धि होगी। देनदारी कम होगी। नौकरी में मनोनुकूल स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। शेयर मार्केट आदि से बड़ा फायदा हो सकता है। परिवार की चिंता बनी रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। झंझटों में न पड़ें।

⚖️तुला
शत्रुओं का पराभव होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। काम पर ध्यान नहीं दे पाएंगे। बेवजह किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। दूसरों के बहकावे में न आएं। फालतू बातों पर ध्यान न दें। लाभ में वृद्धि होगी।

🦂वृश्चिक
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की बाधा दूर होगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि तथा सम्मान में वृद्धि होगी।

🏹धनु
किसी भी तरह के विवाद में पड़ने से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी। राजभय रहेगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। सही काम का भी विरोध हो सकता है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें।

🐊मकर
कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। किसी अनहोनी की आशंका रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में लापरवाही न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है।

🍯कुंभ
मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है या समय पर नहीं मिलेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। यश बढ़ेगा।

🐟मीन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक से कार्य करें। लाभ में वृद्धि होगी। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। व्यापार-व्यवसाय की गति बढ़ेगी। चिंता रह सकती है। थकान रहेगी। प्रमाद न करें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

💐💐” *फर्ज* “💐💐

*श्री प्रेमानंद जी महाराज का एकांतिक वार्तालाप जरूर सुने-*

“जाओ तो ये लिस्ट लेते जाना किराने के सामान की”- सुधा ने नवीन को एक लिस्ट हाथ में थमाते हुए कहा

“पापा मेरी चाँकलेट” -बेटा भी लाड में बोला

“पापा मेरे लिए अंकल चिप्स” – छोटी से आराध्या भी अपनी पेंट हिलाते हुए इठलाकर बोली

“हां बेटा ले आऊंगा” नवीन ने पुचकारते हुए जवाब दिया

मगर नवीन के दिमाग में तो सुबह फोन पर बाँस से हुई बातचीत में कहे शब्द गूंज रहे थे
“नवीन बाबू , इस बार भी आधी सैलरी ही मिलेगी”
“बैठे बिठाए जो मिले चुपचाप ले लो”

“सुधा…!! नवीन को दवा की पर्ची दे दी”!! मां की आवाज सुनकर नवीन का ध्यान अचानक टूटा!

“जी मां जी! पहले ही दे दी”।

उफ्फ !! ये बीमारी कोरोना, कमर तोड दी हम प्राइवेट कम्पनी वर्कर की, उसपर ये लाकडाउन, हरबार बढ जाता है, अब आधी सैलरी मे कैसे मां की दवाई, किरानेवाले का महीने के राशन के पैसे, मकान का किराया, दूधवाले का पैसा,
क्या दूं क्या रखूं- नवीन मन ही मन बुदबुदाने लगा।

“उसपर चार महीने पहले नयी स्कूटी ली थी,सोचा था सुधा और बच्चों को स्कूल छोडने को काम आएगी, अब इएमआई” सोच सोच कर ही मन चिंता में डूब रहा था।

ऐसी अनेकों परेशानियों को सोचते हुए नवीन राशन लेने बाहर निकल पडा।

अभी कुछ ही दूरी पर पहुंचा था की स्कूटी की पीछे से । टीं~~टीं~~……..
की आवाज सुनाई दी ।

मुड़कर देखा तो सुधा थी स्कूटी पर ।

स्कूटी रोककर नवीन को मास्क देते हुए बोली-
“ये लीजिए,बस चल देते हैं मुंह उठाकर, यूं ही, lockdown है जनाब”।
और ये भी लीजिए-पर्स से पैसे निकाल कर देते हुए बोली।

“ये इतने पैसे,तुम्हारे पास ,कैसे, हमारे पास तो हर महीने कुछ नही बचता तो”-हैरान से नवीन सुधा की ओर देख कर बोला।

सुधा मुसकुराते हुए बोली – “आपके आँफिस जाने के बाद बच्चों को टयूशन पढाकर उन्हीं से बचाए हुए हैं, कुछ और बच्चों को टयूशन देने लगी थी। आपको नही बताया था सोचा था कभी एमरजेंसी मे काम आएंगे” ।

“सबके सामने नही देना चाहती थी इसलिए पीछे पीछे चली आई” चेहरे पर हल्की मुस्कान लाकर सुधा ने जवाब दिया।

“तुम बिल्कुल मां की तरह मेरी हर परेशानियों को चेहरे पर से पढ लेती हो” चैन की सांस लेते हुए नवीन के मुंह से निकला।

“हां !! मां ही तो हूं मगर तुम्हारी नहीं, तुम्हारे बच्चों की” सुधा मुस्कुराई!

“बस एक पत्नी का फर्ज निभा रही हूं जैसे तुम हर मोड पर हर वक्त मेरे साथ मेरे हमकदम बनकर साथ रहते हो, आखिर हम जीवनसाथी जो है सुख दुख के”- मुसकुराकर वो स्कूटी लिए चली गई

वहीं भीगी हुई पलकों से नवीन भी हंसते हुए उसे देख रहा था।

*💐सीख*💐

महिलाओं को परिवार की कई बड़ी जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं। उन्हें बचत से लेकर भोजन, स्वास्थ्य, रिश्तेदार, बच्चों की पढ़ाई सब कुछ देखना पड़ता है। ऐसे में उन्हें शुरू से ही बचत की आदत डालनी चाहिए, छात्राओं में बचत की लगन सबसे अधिक होती है। वे स्कूल टाइम से ही बचत करने लगतीं हैं। गृहणी बनने पर घर संभालतीं हैं, तो भी बचत करके रखती हैं,यही बचत बुरे समय मे काम आती है, धन्य है हमारी मातृ शक्ति तथा पूजनीय है उनका समाज तथा परिवार में योगदान।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*
🙏🙏🙏🌳🌳🌳🙏🙏🙏

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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