*धर्मनगरी ऋषिकेश बनेगा स्मार्ट सिटी -डॉक्टर भूपेन्द्र कुमार मोदी*
देव भूमि जे के न्यूज ऋषिकेश 22/07/2024-
आज दिनांक 22 जुलाई को मोदी योगा रिट्रीट वीरभद्र मार्ग ऋषिकेश में राजऋषि डॉ भूपेन्द्र कुमार मोदी ने अपने जीवन के 2 जनवरी2024 को 75 वर्ष पूर्ण होने के बाद भारतमण्डपम नई दिल्ली में देश के चारों पूज्य शंकराचार्ययो से संन्यास लिया। गोवर्धन पीठ के पूज्य शंकराचार्य जी ने उन्हें अपना सिंहासन दिया। द्वारिका पीठ से उन्हें राज ऋषि की उपाधि मिली। ज्योत्रिमठ के शंक़राचार्य ने उनका नाम स्वर्ण से अपनी रचित किताब में लिखा। रामेश्वरम् पीठ से मोदी को धर्मधंड मिला ।
उपरोक्त परिपेक्ष्मेंय डॉक्टर भूपेंद्र कुमार मोदी ने भारत के विभिन्न शहरों में चल रहे विभिन्न परियोजनाओं आगामी क्रिया कलापों पर पत्रकारों से बातचीत की।
भूपेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं 75 साल बाद अमेरिका से भारत लौटा हूं और यहां कुछ विशेष काम करना चाहता हूं, जिसके लिए मैं ऋषिकेश पहुंचा हूं. क्योंकि मेरी माता ने कहा था कि जब भी भारत लौटो तो शुरुआत ऋषिकेश से ही करना। उन्होंने धर्मनगरी से सनातन का संदेश देने और सनातनी लोगों की सोच को आगे बढ़ाने को कहा।
उन्होंने भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में काम करने पर जोर दिया। डॉ. मोदी ने कहा कि भारत में किसी खास धर्म की बात कर राजनीतिक मुद्दा बनाया जाता है, जो ठीक नहीं है। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यहां बुलाया है। लेकिन अब सनातन सिटी को प्रमोट करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय सभ्यता का इतिहास इतिहास की सामान्य समझ से कहीं अधिक प्राचीन और व्यापक है। विकास के साथ-साथ विरासत भी भारत का दृष्टिकोण है। पिछले दस वर्षों में भारत ने विरासत के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। प्राचीन सभ्यता का विकास भी भारत में हुआ। इसी आधार पर भारत को विश्व गुरु माना गया। प्राचीन काल में भारत ज्ञान और विज्ञान का जनक था और यहीं से ज्ञान पूरे विश्व में फैलता था। भारत अपनी बुनियादी जरूरतों से कहीं आगे बढ़ चुका है। आज हम दस साल आगे की योजना पर काम कर रहे हैं। निःसंदेह भारत बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ हमें अपने धर्म और संस्कृति को दुनिया में कैसे मजबूत करना चाहिए। इस पर भी विचार करने की जरूरत है। भारत को एक शाश्वत राष्ट्र बनाने के लिए हम सभी को अपनी अगली पीढ़ी को संस्कारित बनाना बहुत जरूरी है।
हम मां गंगा के तट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। मां गंगा के कारण यहां के हजारों परिवारों को रोजगार मिल रहा है और गंगा में गंदगी फैल रही है। यह भी चिंता का विषय है कि आज गंगा के पानी में पाए जाने वाले बैक्टीरिया गायब हो रहे हैं। इस वर्ष 2 जनवरी को मैंने अपने जीवन के 75 वर्ष पूरे किये। उसके बाद मैंने सन्यास ले लिया और अपना सम्पूर्ण सन्यास काल भारत में बिताकर भारत को एक शाश्वत राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। इस दिशा में काम शुरू हो चुका है।जिसकी शुरुआत देवभूमि उत्तराखंड से होगी।
लोग देश-विदेश में अपना कारोबार व्यापार करते हैं लेकिन हर विदेशी का यह सपना होता है कि भारत भूमि पर उनका अंतिम संस्कार हो। दुनिया भर से हिंदू अपने पूर्वजों की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए हरिद्वार आते हैं और यहीं से चार धाम यात्रा शुरू होती है। यदि हरिद्वार के पास एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाता है, तो दुनिया भर से धर्मनिष्ठ हिंदू तीर्थयात्री गंगा में स्नान करने के लिए आएंगे।
ऋषिकेश ,मोदीनगर सहित देश के विभिन्न शहरों में स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है इसमें जो पहले ग्रामीण परिवेश होते थे उसी प्रकार से इसकी संरचना तैयार की जा रही है। इसकी परिकल्पना शंकराचार्यों द्वारा सनातन विधि से किया जा रहा है। पर उसमें सभी अत्याधुनिक सुविधा होगी और लोग निश्चित रूप से विश्व में बन रही तमाम तरह की अत्याधुनिक वास्तुकला का इस स्मार्ट सिटी में समावेश होगा।
इस कार्यक्रम का सुंदर संचालन पंकज भट्ट के द्वारा किया गया।