उत्तराखंड

*अच्छा स्वास्थ्य जीवन के समस्त सुखों का आधार- डॉ डी के श्रीवास्तव*

देव भूमि जे के न्यूज,10/11/2023-ऋषिकेश

मानवीय देह ईश्वरीय उपहार है। अतः शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक स्वास्थ्य रक्षण मनुष्य की प्राथमिकता होनी चाहिए। स्वस्थ तन और पवित्र मन इस जीवन की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शरीर ही सभी धर्मों (कर्तव्यों) को पूरा करने का साधन है। अर्थात शरीर को स्वस्थ बनाए रखना जरूरी है अच्छा स्वास्थ्य जीवन के समस्त सुख का आधार है।उक्त व्यक्तव्य वर्ल्ड आयुष फाउंडेशन के उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष अन्तर्राष्ट्रीय आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ डीके श्रीवास्तव ने धन्वंतरि भवन में आयोजित अष्ठम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर वर्ल्ड आयुष फाउंडेशन एवं ऋषिकेश आयुर्वेदिक डॉक्टर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित आयुर्वेद दिवस के वैज्ञानिक संगोष्ठी में दिया ! डॉ श्रीवास्तव ने कहा स्वस्थ रहना सबसे बड़ा सुख है। कहावत भी है पहला सुख निरोगी काया कोई आदमी तभी अपने जीवन का पूरा आनंद उठा सकता है, जब वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहे। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इसलिए मानसिक स्वस्थता के लिए भी शारीरिक स्वस्थ रहना अनिवार्य है। ऋषियों ने कहा है शरीर माय खलु धर्मसाधनम् अर्थात यह शरीर ही धर्म का श्रेष्ठ साधन है। डॉ जी एल अरोड़ा ने कहा यदि हम धर्म में विश्वास रखते हैं और स्वयं को धार्मिक कहते हैं तो अपने शरीर को स्वस्थ रखना हमारा पहला कर्तव्य है आज प्रतिस्पर्धा और भाग-दौड़ की दुनिया में 90 प्रतिशत से अधिक बीमारी साइकोसोमैटिक (मनोदैहिक) है। इनकी उपज ज्यादातर मानसिक तनाव, अस्थिरता और अस्वस्थता के कारण ही है। फलस्वरूप अपराध वृत्ति असामाजिक कार्य, अवसाद एवं आत्मघात आदि में अतिशय वृद्धि हुई है। इस विषम परिस्थिति से उबरने के लिए व्यक्ति और समाज में मानसिक स्वास्थ्य की परिभाषा महत्व और उसे प्राप्त करने के सरल और सहज उपाय के बारे में जन जागृति लाना जरूरी है। डॉ अरुण कुमार ने कहा हालांकि हमारे पेशेवर जीवन में काफी अड़चनें आ गई है और हम में से अधिकांश लोग घरों से काम कर रहे हैं. इसके बावजूद यह जरूरी है। कि हम अपने लिए एक रूटीन तय करें और उस पर कायम रहें। दिन सुनिश्चित हो तो इससे तनाव घटता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। आपके रूटीन में बच्चों को उनको पढ़ाई में मदद करना, घर से ऑफिस के काम पूरे करना, खाना बनाना, पर के दूसरे काम करना और आसन, व्यायाम, प्रणायाम आदि स्वास्थ्य संबंधी उपाय भी शामिल हों तो बेहतर है ! डॉ सीमा सक्सेना ने कहा नियमित रूप से आप जितना सोते थे. उसे जरूर पूरा करने की कोशिश करें क्योंकि पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है। हर रोज के लिए सोने का एक सामान्य समय और उठने का समय तय रखें। इससे आप बेहतर रूप से नींद पूरी कर पाएंगे और सुबह उठते हुए तरो-ताजा महसूस करेंगे। साक्ष्य बताते हैं कि जो लोग नींद पूरी नहीं करते उनको ज्यादा मानसिक और शारीरिक समस्याएं होती हैं। नींद की कमी से आपकी मौजूदा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती है। अगर आप रात को पर्याप्त (वयस्कों के लिए 7 से 9 घंटे नींद पूरी करते हैं तो इससे आपको सीखने की क्षमता, स्मृति, मूड और हृदय का स्वास्थ्य बेहतर होगा और साथ हो रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर रहेगी। डॉ रवि कौशल ने कहा स्वस्थ भोजन ऊर्जा बढ़ाता है, आपके शरीर के कार्यों के तरीके में सुधार करता है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और वजन बढ़ने से रोकता है। अन्य भी प्रमुख लाभ हैं। डॉ भास्कर आनंद ने कहा संतुलित आहार आपको पोषण संबंधी आवश्यकता को पूरा करता है। एक विविध संतुलित आहार पोषक तत्वों की कमी से बचने के लिए आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है फल, सब्जी, दालों, पूर्ण अनाज (बिना प्रोसेस किए भुट्टे के दाने, जी-बाजरा, ओट्स, गेहूं, ब्राउन राइस) भोजन में शामिल करें। उचित पौष्टिक आहार खाने से हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं और बीमारियों से भी दूर रहने में इससे सहायता मिलती है। अच्छा पोषण शरीर के सभी अंगों को हमेशा बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है। सभी दैनिक कार्यों को उचित तरीके से करने के लिए पौष्टिक आहार एक ईंधन के रूप में काम आता है! कार्यक्रम में डॉ जे पी राठी डॉ के एल कोठारी ने भी आयुर्वेद दिवस पर अपने व्याख्यान दिया ! सभी ने स्वास्थ जीवन के लिये आयुर्वेद की महत्ता के साथ निरोगी जीवन हेतु आयुर्वेद की आवश्यकता बताई!

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