नेत्रदान जागरुकता अभियान के विषय में छात्र- छात्राओं को दी जानकारी।
देव भूमि जे के न्यूज,ऋषिकेश – 31/08/2024 25-अगस्त से 8सितम्बर तक नेत्रदान जागरुकता पखवाड़ा के अंतर्गत आज एम्स के सीनियर डॉक्टर के द्वारा नेत्रदान जागरुकता अभियान के विषय में बताया गया ।व एक नृत्य नाटिका भी उपस्थित की गई। अध्यक्ष नूतन अग्रवाल के द्वारा भी आंखें हमारे जीवन में क्यों जरूरी है ।और उन्हें जलाकर या दफनाकर बर्बाद नहीं करना चाहिए। वैसे तो शरीर के सभी अंग महत्वपूर्ण है लेकिन आंखों को हम खास इसलिए मानते हैं ।यह हमें दृष्टि प्रदान करती है। हमें दुनिया की खूबसूरत दृश्य काआनंद लेने में सहयोग करती है । हालांकि कई तरह की दृष्टि संबंधी कर्मियों के कारण कई लोग दृष्टि खो देते हैं और दुनिया उनके लिए अंधकार में हो जाती है ।हम उन्हें मृत्यु के पश्चात नेत्रदान के एक छोटे से प्रयास से रोशनी का तोहफा दे सकते हैं। अमूल्य है दृष्टि अमूल्य है नेत्रदान मरने के बाद बंधू करते चलो यह नेकाम 👀 नेत्रदान महादान मृत्यु के पश्चात मृत के परिवार की सहमति से नेत्रदान हो सकते हैं मृत्यु के उपरांत आंखों के अलावा शरीर के सभी अंग नष्ट हो जाते हैं ।और किसी काम नहीं आते। केवल आंखें ही मृत्यु के 6 घंटे बाद भी जीवित रहती है। इन दोनों आंखों का दान करके दो व्यक्ति के जीवन का अंधकार दूर हो सकता है। मृत्यु के 6 घंटे के अंदर आंखें बंद कर देनी चाहिए मृतक की आंखें बंद करके उन पर गली रूई रखें।पंखा बंद कर दें यदि ऐ ,सी है ।तो चला दे। सिर के नीचे तकिया रख दे धन्यवाद। इस कार्य में एम्स की सहयोगी टीम सीनियर डॉक्टर सारस्वत डॉ अमित राज आई डोनेशन काउंसलर श्रीमती बिंदिया भाटिया आई डोनेशन काउंसलर श्री संदीप जी व मॉडर्न स्कूल प्रिंसिपल नंदिनी मैंडम, फैकेल्टी अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन अध्यक्ष नूतन अग्रवाल सचिव रचना गर्ग बाल विकास प्रमुख प्रियंका गुप्ता व स्कूल के लगभग 85 बच्चे लग-भग 100 उपस्थित थे ।आज की मीटिंग में लगभग 1000 लोगों को नेत्रदान की जागरूकता पहुंची मॉडर्न स्कूल की प्रिंसिपल मैडम टीचर्स बच्चों में एम्स के डॉक्टर का धन्यवाद किया ।