*दुःखद ख़बर -उत्तराखंड:-उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल का हिस्सा टूटा-30 से अधिक मज़दूर फंसे*
डेस्क -उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा-डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन टनल का एक हिस्सा टूट गया है। इस भयानक हादसे में भारी संख्या में मजदूरों के टनल के अंदर फंसे होने की खबर सामने आ रही है। हादसा दिवाली के दिन रविवार को तड़के करीब चार बजे हुआ।
उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ये निर्माणाधीन सुरंग करीब 4 किलोमीटर लंबी थी जो सिलक्यारा की ओर से 150 मीटर आगे की ओर टूटी है। पीटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में करीब 40 मजदूरों के भीतर फंसे होने की खबर है।
बीती रात इसके भीतर करीब 174 मजदूर काम करने के लिए घुसे थे। टनल का 50 मीटर का हिस्सा धंस गया है। इसमें फंसे ज्यादातर मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार के हैं। फंसे मज़दूरों की वास्तविक स्थिति अभी पता नहीं चल पा रहा है। सरकारी महकमे के अनुसार मौके पर सीनियर अधिकारी मौजूद हैं। मजदूरों के लिए बचाव कार्य व सुरंग खुलवाने का काम जारी है।
मौके पर पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन, आपातकालीन 108 व सुरंग का निर्माण करा रही संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कर्मचारी भी मौजूद हैं।
तमाम विरोधों के बावजूद सरकार की बहु प्रचारित ‘हर मौसम के अनुकूल चार धाम सड़क परियोजना’ (आलवेदर रोड प्रोजेक्ट) के तहत बन रही यह सुरंग स्थिति का दर्पण है।
उल्लेखनीय है कि यह परियोजना उत्तराखंड की पहाड़ी इलाके की भू-स्थिति के अनुकूल नहीं है। भूस्खलन की संभावनाएं लगातार बनी रहती हैं। साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से भी यह परियोजना प्रतिकूल है।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही इस सुरंग का निर्माण जनवरी 2019 में शुरू किया गया। इसकी लागत करीब साढ़े आठ करोड़ रुपये है। सरकार का दावा है कि इस सुरंग के बनने से उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम तक का सफर 26 किलोमीटर कम हो जाएगा।