उत्तराखंड

*कितनी सच है बुजुर्गों को जवान बनाने के नाम पर ठगने की कहानी?*

देव भूमि जे के न्यूज –
(मनोज कुमार अग्रवाल – विभूति फीचर्स)


बंटी बबली की तर्ज पर एक दम्पति ने ऑक्सीजन थेरेपी से अधेड़ पुरुष महिलाओं को जवान बनाने का दावा करके करोड़ों रुपये की ठगी कर ली। आरोप है कि कानपुर व आसपास के अन्य शहरों के कई बुजुर्ग लोगों को इजराइल की मशीन से थेरेपी देकर जवान बनाने का झांसा देकर राजीव दुबे और उसकी पत्नी रश्मि दुबे ने करोड़ों की ठगी की है। इस दंपती के खिलाफ कई लोगों ने किदवई नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि इस बंटी बबली की जोड़ी ने करीब 35 करोड़ का फटका लगाया है।
उत्तर प्रदेश में सैकड़ों लोगों को ‘जवान’ बनाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए ठगने का मामला हैरान कर देने वाला है। आरोप है कि साठ साल की उम्र वालों को 25 का युवा बनाने का वादा कर यह दंपति बड़ी ही आसानी से इतना बड़ा कांड कर गया ।आश्चर्य यह भी कि जो लोग ठगे गए उन्होंने इस मशीन की जरा भी खोजबीन करना उचित नहीं समझा। जिस ‘टाइम मशीन’ के नाम पर उनकी जेबें ढीली करवाई जा रही थीं, उसके बारे में थोड़ी भी जानकारी जुटाना उन्हें नहीं सूझा। ताज्जुब की बात यह है कि उस दंपति के झांसे में आने वाले कई लोग उच्च शिक्षित थे। एक महिला डॉक्टर ने भी उन ठगों पर भरोसा कर लिया। हमारे देश की जनता कितनी मासूम है! हर साल ठग नए-नए शिगूफे छोड़ते हैं और उन्हें निराश नहीं होना पड़ता। सोचिए, अगर कुछ हजार रुपए खर्च कर बुढ़ापे को जवानी में बदलना संभव होता तो ऐसा दावा करने वाले लोग खुद हमेशा के लिए जवान क्यों नहीं हो जाते? वे अपने माता-पिता, रिश्तेदारों, दोस्तों आदि को ‘जवान’ क्यों नहीं बना देते? जो लोग उनके झांसे में आए, उनके मन में सबसे पहले ये ही सवाल उठने चाहिए थे। सवाल यह भी है कि क्या ठगी के आरोपियों ने उनके सामने अपने घर-परिवार के ऐसे बुजुर्गों को मिसाल के तौर पर पेश किया था? अगर सच में ऐसा होता तो यह विज्ञान से जुड़ी कितनी महान खोज होती, जिसका फायदा जो बाइडन और शी जिनपिंग जैसे राजनेता उठाकर पूरी तरह जवान हो चुके होते। इस कथित ‘टाइम मशीन’ को इजराइली बताया जा रहा है। चूंकि इजराइल ने विज्ञान और अनुसंधान में बहुत प्रगति की है, इसलिए अगर कोई चीज उसके साथ जोड़ दी जाती है तो लोग उस पर जल्द भरोसा कर लेते हैं। उत्तर प्रदेश में जो लोग ठगे गए, उन्हें इस झांसे में आने से पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर देख लेनी चाहिए थी। लगभग 74 साल के नेतन्याहू के चेहरे पर उम्र का असर साफ देखा जा सकता है। अगर कथित इजराइली मशीन इतनी ही चमत्कारी होती तो नेतन्याहू बहुत पहले जवान हो जाते! आज इजराइल के साथ ईरान, लेबनान, फिलिस्तीन जैसे देशों की जो लड़ाई चल रही है, उसमें नया मोड़ आ जाता। ये देश इजराइल से किसी भी कीमत पर वह तकनीक हासिल करने की कोशिश करते। सवाल है- बढ़ती उम्र से मुंह मोड़ने की इतनी ख्वाहिश क्यों? जो लोग उम्र के उस पड़ाव तक पहुंच जाएं, उन्हें तो खुद को सौभाग्यशाली समझना चाहिए। दुनिया में कितने ही लोग ऐसे हैं, जो अपनी जिंदगी में साठ वसंत नहीं देख पाए। हां, ईश्वर ने जो भौतिक शरीर दिया है, उसकी ठीक तरह से संभाल जरूर करनी चाहिए। इसके लिए योग-प्राणायाम करें, ऋतु के अनुकूल दिनचर्या अपनाएं, सात्विक भोजन करें, मन-वचन-कर्म से किसी को कष्ट न पहुंचाएं, जीवन में जो कुछ पाया, उससे संतुष्ट रहें, ईश्वर को धन्यवाद दें, क्योंकि आपके पास ऐसा बहुत कुछ है, जो दुनिया में करोड़ों लोगों के पास नहीं है। अगर जवानी का मतलब ‘सकारात्मकता, नई ऊर्जा, नई सोच’ है तो 65 की उम्र वाले भी जवान हो सकते हैं। साहित्य, संस्कृति, शिक्षा, राजनीति, व्यवसाय समेत विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे कई लोग हैं, जो 60 साल की उम्र के बाद खूब चमके। पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रख्यात वैज्ञानिक (स्व.) डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के युवाओं के बीच लगभग 71 साल की उम्र में लोकप्रिय हुए थे। उनके व्याख्यान सुनने के लिए किशोरों और युवाओं की भीड़ उमड़ने लगी थी, जो समय के साथ बढ़ती ही गई। डॉ. कलाम के पास ज्ञान, प्रेरणा और अनुभव का ऐसा खजाना था, जिससे देश के नौजवान सीखना चाहते थे। जो लोग अपनी जिंदगी के साठ, सत्तर, अस्सी… साल देख चुके हैं, उनके पास यकीनन बहुत अनुभव होता है। उन्हें भी चाहिए कि वे इसे नई पीढ़ी के साथ साझा करें, उसका भविष्य बेहतर बनाएं। सोचिए, अगर किसी तरह फिर से ‘जवान’ हो भी गए तो वह जवानी कितने वर्षों तक रहेगी? हम आपको ‘जवान’ होने का नहीं, ‘अमर’ होने का सूत्र बता रहे हैं। वह है- जितना संभव हो, भलाई की बुद्धि, शक्ति, सामर्थ्य, विवेक और संसाधनों से इस धरती को और सुंदर, और बेहतर जगह बनाने में योगदान दें। भौतिक शरीर कुछ वर्षों / दशकों बाद रहे या न रहे, आपके द्वारा की गई भलाई हमेशा रहेगी, वह और ज्यादा भले कामों की बुनियाद बनेगी।
अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपी राजीव दुबे ने अपने आपको निर्दोष बताया है। वैसे डीसीपी का कहना है कि इस मामले में जांच जारी है और आरोपी से पूछताछ की गई है। कानपुर नगर के स्वरूप नगर में रहने वाले राजीव दुबे और उनकी पत्नी किदवई नगर स्थित ऑक्सीजन थेरेपी के माध्यम से बूढ़े से जवान करने की बात करते थे। राजीव दुबे ने अपने क्लाइंट को भी झांसा दिया था कि वह इजराइल से एक मशीन मंगवा रहा है, जिससे 60 वर्ष का दिखने वाला 25 साल का दिखने लगेगा। जिस पर आरोपी राजीव दुबे और उनकी पत्नी पर किदवई नगर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद एक-एक कर किदवई नगर थाने में कुल 15 शिकायतें ठगी की राजीव दुबे और उसकी पत्नी के खिलाफ पहुंची। मामले को तूल पकड़ते देख पुलिस ने किदवई नगर स्थित थेरेपी वाले ऑफिस को सीज कर दिया है।
उधर आरोपी राजीव डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के ऑफिस आया था। इस मामले में आरोपी से पूछताछ जारी है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने लोगों से इन्वेस्टमेंट करवाया था। ऑक्सीजन बार, विभिन्न तरह के फेशियल, एच ब्यूटी थेरिपी को ये रिवर्स एजिंग के नाम पर प्रचलित कर रहे थे। इसके अलावा मल्टीलेवल मार्केटिंग की भी स्कीम थी। आरोपी से काफी लंबी पूछताछ चलने की संभावना है।आरोपी राजीव दुबे ने मीडिया से बातचीत करते हुए आरोपों को गलत बताया है। राजीव ने बताया कि रेनू सिंह चंदेल और उनका ग्रुप उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। जांच में सभी सच्चाई सामने आ जाएगी, मेरे पास ऑडियो साक्ष्य है। इन लोगों ने पहले 5 लाख, 10 लाख और 18 लाख रुपये वसूले हैं। पुलिस और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। राजीव ने बताया कि बूढे को जवान बनाने की कहानी पूरी तरह झूठी है। 35 करोड़ की ठगी की बात कही जा रही है, जबकि उसकी कंपनी से कुल 40 लाख का ही लेनदेन हुआ है।बहरहाल यह जांच के बाद ही तय हो पाएगा कि मामले की हकीकत क्या है और ठगी की रकम कितनी है। फिलहाल तो पुलिस मामले की जांच कर रही है।(विभूति फीचर्स)

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