धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -पांच लाख श्लोकों वाले महाभारत का सार मात्र नौ पंक्तियों में समझें:*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक :- 19/10/2024, शनिवार*
*द्वितीया, कृष्ण पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वितीया 09:48:10 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र———– भरणी 10:45:44
योग———— सिद्वि 17:40:23
करण————– गर 09:48:10
करण———– वणिज 20:13:17
वार———————- शनिवार
माह———————- कार्तिक
चन्द्र राशि—— मेष 16:09:15
चन्द्र राशि—————- वृषभ
सूर्य राशि——————- तुला
रितु————————- शरद
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर (उत्तर)————- कालयुक्त
विक्रम संवत————— 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत——————1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय————– 06:22:49
सूर्यास्त————— 17:44:54
दिन काल———— 11:22:05
रात्री काल———— 12:38:30
चंद्रास्त————– 08:16:29
चंद्रोदय—————- 19:04:08
लग्न—- तुला 1°56′ , 181°56′
सूर्य नक्षत्र—————— चित्रा
चन्द्र नक्षत्र—————– भरणी
नक्षत्र पाया—————— स्वर्ण

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

लो—- भरणी 10:45:44

अ—- कृत्तिका 16:09:15

ई—- कृत्तिका 21:34:29

उ—- कृत्तिका 27:01:32

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= तुला 01°05, चित्रा 3 रा
चन्द्र=मेष 23°30 , भरणी 4 लो
बुध =तुला 14°53′ स्वाति 3 रो
शु क्र= वृश्चिक 07°05, अनुराधा’ 2 नी
मंगल=मिथुन 29°30 ‘ पुनर्वसु’ 3 हा
गुरु=वृषभ 26°30 मृगशिरा , 2 वो
शनि=कुम्भ 19°50 ‘ शतभिषा , 4 सू
राहू=(व) मीन 11°15 उo भा o, 3 झ
केतु= (व)कन्या 11°15 हस्त 1 पू

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 09:13 – 10:39 अशुभ
यम घंटा 13:29 – 14:54 अशुभ
गुली काल 06:23 – 07: 48अशुभ
अभिजित 11:41 – 12:27 शुभ
दूर मुहूर्त 07:54 – 08:39 अशुभ
वर्ज्यम 21:34 – 23:02 अशुभ
प्रदोष 17:45 – 20:19 शुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 06:23 – 07:48 अशुभ
शुभ 07:48 – 09:13 शुभ
रोग 09:13 – 10:39 अशुभ
उद्वेग 10:39 – 12:04 अशुभ
चर 12:04 – 13:29 शुभ
लाभ 13:29 – 14:54 शुभ
अमृत 14:54 – 16:20 शुभ
काल 16:20 – 17:45 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:45 – 19:20 शुभ
उद्वेग 19:20 – 20:55 अशुभ
शुभ 20:55 – 22:29 शुभ
अमृत 22:29 – 24:04* शुभ
चर 24:04* – 25:39* शुभ
रोग 25:39* – 27:14* अशुभ
काल 27:14* – 28:49* अशुभ
लाभ 28:49* – 30:23* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 06:23 – 07:20
बृहस्पति 07:20 – 08:17
मंगल 08:17 – 09:13
सूर्य 09:13 – 10:10
शुक्र 10:10 – 11:07
बुध 11:07 – 12:04
चन्द्र 12:04 – 13:01
शनि 13:01 – 13:58
बृहस्पति 13:58 – 14:54
मंगल 14:54 – 15:51
सूर्य 15:51 – 16:48
शुक्र 16:48 – 17:45

🚩होरा, रात
बुध 17:45 – 18:48
चन्द्र 18:48 – 19:51
शनि 19:51 – 20:55
बृहस्पति 20:55 – 21:58
मंगल 21:58 – 23:01
सूर्य 23:01 – 24:04
शुक्र 24:04* – 25:07
बुध 25:07* – 26:11
चन्द्र 26:11* – 27:14
शनि 27:14* – 28:17
बृहस्पति 28:17* – 29:20
मंगल 29:20* – 30:23

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

तुला > 05:15 से 07: 30 तक
वृश्चिक > 07:30 से 09:52 तक
धनु > 09:52 से 12:08 तक
मकर > 12:08 से 15:00 तक
कुम्भ > 15:00 से 15:24 तक
मीन > 15:24 से 17:00 तक
मेष > 17:00 से 18:20 तक
वृषभ > 18:20 से 20:28 तक
मिथुन > 20:28 से 22:36 तक
कर्क > 22:36 से 01:10 तक
सिंह > 01:10 से 03:00 तक
कन्या > 03:04 से 05:10 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 2 + 7 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 20:17 से प्रारम्भ

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*गुरु रामदास जयंती (प्राचीन मत)*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

कःकालः कानि मित्राणि को देशः को व्ययागमौ ।
कस्याहं का च मेशक्तिरिति चिन्त्यं मुहुर्मुहुः ।।
।। चा o नी o।।

इन बातो को बार बार गौर करे…
सही समय
सही मित्र
सही ठिकाना
पैसे कमाने के सही साधन
पैसे खर्चा करने के सही तरीके
आपके उर्जा स्रोत.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: विभूतियोग अo-10

वृष्णीनां वासुदेवोऽस्मि पाण्डवानां धनञ्जयः ।,
मुनीनामप्यहं व्यासः कवीनामुशना कविः ॥,

वृष्णिवंशियों में (यादवों के अंतर्गत एक वृष्णि वंश भी था) वासुदेव अर्थात्‌ मैं स्वयं तेरा सखा, पाण्डवों में धनञ्जय अर्थात्‌ तू, मुनियों में वेदव्यास और कवियों में शुक्राचार्य कवि भी मैं ही हूँ॥,37॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। व्यापार मनोनुकूल रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। प्रमाद न करें।

🐂वृष
जल्दबाजी में कोई काम न करें। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। प्रमाद न करें।

👫मिथुन
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में कमी रह सकती है। दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। बेवजह विवाद की स्थिति बन सकती है। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। दूसरों के उकसाने में न आकर महत्वपूर्ण निर्णय स्वयं लें, लाभ होगा।

🦀कर्क
किसी भी निर्णय को लेने में जल्दबाजी न करें। भ्रम की स्थिति बन सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। थकान व कमजोरी महसूस होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। कारोबार में मनोनुकूल लाभ होगा। प्रमाद न करें।

🐅सिंह
रोजगार में वृद्धि तथा बेरोजगारी दूर होगी। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। संचित कोष में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। शेयर मार्केट में सोच-समझ्कर निवेश करें। संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। झंझटों से दूर रहें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। भाग्य का साथ रहेगा। सभी काम पूर्ण होंगे। जल्दबाजी न करें। कोर्ट व कचहरी में लंबित कार्य पूरे होंगे।

⚖️तुला
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। घर-बाहर सहयोग प्राप्त होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। बेरोजगारी दूर होगी। अचानक कहीं से लाभ के आसार नजर आ सकते हैं। किसी बड़ी समस्या से निजात मिलेगी। निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे।

🦂वृश्चिक
कीमती वस्तु गुम हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। हल्की हंसी-मजाक किसी से भी न करें। नकारात्मकता रहेगी। अकारण क्रोध होगा। फालतू खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। जोखिम न लें। आंखों को चोट व रोग से बचाएं।

🏹धनु
प्रतिद्वंद्विता कम होगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। ऐसा कोई कार्य न करें जिससे बाद में पछताना पड़े। जोखिम न लें। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।

🐊मकर
कोई पुरानी व्याधि परेशानी का कारण बनेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। कोई बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। किसी विशेष क्षेत्र में सामाजिक कार्य करने की इच्छा रहेगी। प्रभाव क्षेत्र में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा।

🍯कुंभ
लाभ के मौके बार-बार प्राप्त होंगे। विवेक का प्रयोग करें। बेकार बातों में समय नष्ट न करें। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में तरक्की के योग हैं। व्यापार की गति बढ़ेगी। लाभ में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी।

🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। कोर्ट व कचहरी के अटके कामों में अनुकूलता आएगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। चोट व रोग से बचें। सेहत का ध्यान रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लाभ में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*पांच लाख श्लोकों वाले महाभारत का सार मात्र नौ पंक्तियों में समझें:*

चाहे आप किसी भी धर्म से,
चाहे आप महिला हों या पुरुष,
चाहे आप गरीब हों या अमीर,
चाहे आप अपने देश में हों या विदेश में, संक्षेप में,
अगर आप एक इंसान हैं, तो नीचे दिए गए महाभारत के अनमोल “9 मोती” को पढ़ें और समझें:

1. अगर आप समय रहते अपने बच्चों की अनुचित मांगों और इच्छाओं पर नियंत्रण नहीं रखते हैं, तो आप जीवन में असहाय हो जाएंगे… **”कौरव”**
2. आप चाहे कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों, अगर आप अधर्म का साथ देंगे, तो आपकी ताकत, हथियार, कौशल और आशीर्वाद सब बेकार हो जाएंगे… **”कर्ण”**
3. अपने बच्चों को इतना महत्वाकांक्षी न बनाएं कि वे अपने ज्ञान का दुरुपयोग करें और कुल विनाश का कारण बनें… **”अश्वत्थामा”**
4. कभी भी ऐसे वादे न करें कि आपको अधर्मियों के सामने आत्मसमर्पण करना पड़े… **”भीष्म” पितामह”**
5. धन, शक्ति, अधिकार का दुरुपयोग और गलत काम करने वालों का समर्थन अंततः पूर्ण विनाश की ओर ले जाता है… **”दुर्योधन”**
6. सत्ता की बागडोर कभी भी किसी अंधे व्यक्ति को न सौंपें, अर्थात जो स्वार्थ, धन, अभिमान, ज्ञान, आसक्ति या वासना से अंधा हो, क्योंकि यह विनाश की ओर ले जाएगा… **”धृतराष्ट्र”**
7. यदि ज्ञान के साथ बुद्धि भी हो, तो आप निश्चित रूप से विजयी होंगे… **”अर्जुन”**
8. छल आपको हर समय सभी मामलों में सफलता नहीं दिलाएगा… **”शकुनि”**
9. यदि आप नैतिकता, धर्म और कर्तव्य को सफलतापूर्वक बनाए रखते हैं, तो दुनिया की कोई भी शक्ति आपको नुकसान नहीं पहुँचा सकती… **”युधिष्ठिर”**

यह लेख सभी के लिए लाभदायक है, इसलिए कृपया इसे बिना किसी बदलाव के साझा करें।

*”सर्वे भवन्तु सुखिनः – सर्वे सन्तु निरामयाः।”*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *