*नंदिनी फाऊंडेशन ऋषिकेश द्वारा शैक्षिक भ्रमण पर भेजे मेघावी छात्र लौटे -चेहरे पर झलकी खुशी*
देव भूमि जे के न्यूज, ऋषिकेश 12 दिसंबर 2024 नंदिनी फाऊंडेशन ऋषिकेश के द्वारा 6 दिसंबर को शैक्षिक भ्रमण पर भेजा ऋषिकेश के सरकारी विद्यालयों के मेधावी छात्रों का 24 सदस्य दल ऋषिकेश वापस लौट आया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के साथ गए श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के शिक्षक संजीव कुमार उपाध्याय ने बताया कि 6 दिसंबर और 7 दिसंबर को सभी सदस्य दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों ,कुतुब मीनार ,लाल किला और इंडिया गेट के शैक्षिक भ्रमण पर थे , जहां इन स्थलों के राजनीतिक और ऐतिहासिक महत्व को देखा और समझा ।इसके बाद 8 दिसंबर और 9 दिसंबर को शैक्षिक भ्रमण दल जयपुर रवाना हुआ जहां पर आमेर का किला ,जल महल ,हवा महल और अल्बर्ट म्यूजियम देखकर बच्चों के शैक्षिक और मानसिक ज्ञान में वृद्धि हुई । 10 दिसंबर और 11 दिसंबर को शैक्षिक भ्रमण दल दिव्य स्थल श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा गया जहां पर वृंदावन, प्रेम मंदिर ,बांके बिहारी मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि देखकर सभी छात्र-छात्राएं बहुत आनंदित और दिव्या क्षणों की अनुभूति मिली और सभी छात्र-छात्राएं पूरे शैक्षिक भ्रमण के दौरान अनुशासन में रहे और बहुत गहनता से सभी स्थलों का अध्ययन किया। और सभी ने अपनी सात दिवसीय एक डायरी भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने अनुभवों को साझा किया।
शैक्षिक भ्रमण दल के साथ गई शिक्षिका सुशील बर्थवाल ने कहा कि अब से पहले बच्चों ने केवल किताबों में ही इन स्थलों के बारे में पढ़ा था और अब उन्होंने यह बिल्कुल साक्षात देखे हैं जिससे उनको एक अलग ही दिव्यता की अनुभूति हुई है ।शिक्षिका शकुंतला आर्य ने कहा कि इस तरह के शैक्षिक भ्रमण से बच्चों को पढ़ाई के प्रति भी प्रेरणा मिलती है कि ताकि अन्य बच्चे भी मेहनत करें अच्छे से अच्छे नंबर लाएं ताकि उन्हें इस तरह के शैक्षिक भ्रमणों का अवसर नंदिनी फाउंडेशन के द्वारा दिया जाए। श्री भरत मंदिर पब्लिक स्कूल के शिक्षक राजीव कुमार ने बताया कि इस तरह के शैक्षिक भ्रमणों से छात्र-छात्राओं के शैक्षिक, बौद्धिक और रचनात्मक ज्ञान में वृद्धि होती है क्योंकि उनको कृष्ण जन्मभूमि के जो अनुभव हुए वो आलोकित करने वाले हैं। शैक्षिक भ्रमण दल के वापसी के अवसर पर नंदिनी फाउंडेशन के संस्थापक हर्षवर्धन शर्मा जी , प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह , डा सुनील दत्त थपलियाल,भगवती जोशी,रंजन अंथवाल, उपदेश उपाध्याय आदि उपस्थित थे।*