*अहिल्याभाई होवल्कर जी की त्रिशताब्दी वर्ष पर विद्यालय में हुई भाषण,पोस्टर व निबंध प्रतियोगिता*
*देव भूमि जे के न्यूज-17 दिसम्बर 2024-
अहिल्याभाई होवल्कर जी की त्रिशताब्दी वर्ष कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रिंसिपल उमाकांत पंत एवं वाइस प्रिंसिपल नागेन्द्र पोखरियाल व एन. एस.एस कार्यक्रम अधिकारी रामगोपाल रतूड़ी ने संयुक्त रूप से अहिल्याभाई होवल्कर जी के चित्र के समक्ष माल्यार्पण कर किया।
इसके पश्चात छात्र छात्राओं ने भी
अहिल्याभाई होवल्कर जी पर भाषण प्रतियोगिता,पोस्टर और निबन्ध व कला प्रतियोगिता कराई गई।
कार्यक्रम में विद्यालय की वरिष्ठ अध्यापिका यशोदा भारद्वाज ने बताया कि अपने साम्राज्य के संरक्षण के लिए जो कुछ भी संभव था वह उन्होंने किया। अहिल्याबाई होलकर ने 1757 में होलकर राज्य की बागडोर संभाली। श्वसुर मल्हारराव से मिले संस्कारों व मार्गदर्शन का यह प्रभाव रहा की रानी अहिल्याबाई में एक कुशल शासक के सभी गुण विद्यमान थे। प्रजा के हित में उठाए कदमों ने उन्हें लोकमाता की उपाधि दी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 2025 में 100 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है इस सम्बन्ध में सभी अहिल्या भाई होलकर जी को याद कर रहा है,राजमाता अहिल्याबाई होलकर, मालवा साम्राज्य की होलकर रानी थीं। उन्हें भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों में से एक माना जाता है। 18वीं शताब्दी में, मालवा की महारानी के रूप में, धर्म का संदेश फैलाने में और औद्योगीकरण के प्रचार-प्रसार में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था।
कार्यक्रम में लक्ष्मी चौहान,मनोज पंत,नरेंद्र खुराना , सतीश चौहान,कर्णपाल बिष्ट, सुहानी सेमवाल आदि उपस्थित थे।