उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- बाली का अहंकार*


📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5126
विक्रम संवत्……………………2081
शक संवत्………………………1946
मास…………………………………पौष
पक्ष………………………………..शुक्ल
तिथी…………………………….द्वादशी
प्रातः 08.22 पर्यंत पश्चात त्रयोदशी
रवि…………………………दक्षिणायन
सूर्योदय………..प्रातः 07.09.10 पर
सूर्यास्त………..संध्या 06.00.00 पर
सूर्य राशि…………………………..धनु
चन्द्र राशि………………………..वृषभ
गुरु राशी…………………………वृषभ
नक्षत्र……………………………रोहिणी
दोप 12.29 पर्यंत पश्चात मृगशीर्ष
योग……………………………….शुक्ल
प्रातः 11.41 पर्यंत पश्चात ब्रह्मा
करण…………………………….बालव
प्रातः 08.22 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु………………….(सहस्य) हेमंत
दिन……………………………शनिवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
11 जनवरी सन 2025 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक……………………..2
🔯 शुभ रंग…………………….नीला

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.13 से 12.56 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 09.53 से 11.14 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त -*
*धनु*
05:26:13 08:49:56
*मकर*
08:49:56 09:12:53
*कुम्भ*
09:12:53 10:40:42
*मीन*
10:40:42 12:05:58
*मेष*
12:05:58 13:41:28
*वृषभ*
13:41:28 15:37:21
*मिथुन*
15:37:21 17:52:21
*कर्क*
17:52:21 20:13:04
*सिंह*
20:13:04 22:30:43
*कन्या*
22:30:43 24:47:24
*तुला*
24:47:24 27:07:16
*वृश्चिक*
27:07:16 29:26:13

🚦 *दिशाशूल :-*
पूर्व दिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.32 से 09.53 तक शुभ
दोप. 12.33 से 01.54 तक चर
दोप. 01.54 से 03.14 तक लाभ
दोप. 03.14 से 04.35 तक अमृत
संध्या 05.55 से 07.35 तक लाभ
रात्रि 09.14 से 10.54 तक शुभ ।

💮 *आज का मंत्र :-*
।। ॐ महावीराय नम: ।।

📢 *संस्कृत सुभाषितानि -*
*श्रीमद्भगवतगीता (एकादशोऽध्यायः – विश्वरूपदर्शनयोग:) -*
द्यावापृथिव्योरिदमन्तरं हि व्याप्तं त्वयैकेन दिशश्च सर्वाः ।
दृष्ट्वाद्भुतं रूपमुग्रं तवेदं लोकत्रयं प्रव्यथितं महात्मन् ॥११- २०॥
अर्थात :
हे महात्मन्‌! यह स्वर्ग और पृथ्वी के बीच का सम्पूर्ण आकाश तथा सब दिशाएँ एक आपसे ही परिपूर्ण हैं तथा आपके इस अलौकिक और भयंकर रूप को देखकर तीनों लोक अतिव्यथा को प्राप्त हो रहे हैं॥20॥

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*ब्राह्मी के औषधीय उपयोग :*

*कब्ज (Constipation):-*
ब्राह्मी में पाये जाने वाले औषधीय गुण कब्ज की परेशानी को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से ब्राह्मी का सेवन करने से पुरानी से पुरानी कब्ज की परेशानी दूर हो जाती है। इसके अलावा ब्राह्मी में कई रक्तशोधक गुण भी होते हैं, जो पेट से संबंधित समस्या से बचाव करते हैं।

*अनिद्रा (Insomnia):-*
जो व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं, उन्हें ब्राह्मी इस्तेमाल करना चाहिए। रोजाना सोने से एक घंटा पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच ब्राह्मी चूर्ण मिलाकर पीने से व्यक्ति तनावमुक्त होता है और नींद अच्छी आती है।

*उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure):-*
ब्राह्मी में मौजूद औषधीय गुण रक्तचाप को संतुलित रखते हैं। यदि कोई व्यक्ति उच्च रक्तचाप की वजह से परेशान है तो उसे ब्राह्मी की ताजी पत्तियों का रस शहद में मिलाकर पीना चाहिए। ऐसा करने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।

*खांसी और बुखार (Cold and Fever):-*
ब्राह्मी, शंखपुष्पी, बादाम, छोटी या सफ़ेद इलायची- चूर्ण एक समान मात्रा में लेकर पानी में घोलकर छान लें। इस पानी में मिश्री मिलाकर रोजाना सुबह- शाम आधा- आधा गिलास पीएं। इससे खांसी, जुकाम, बुखार आदि से राहत मिलती है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
आपका व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। घर में तनाव रहेगा। पार्टनरों से मतभेद व कहासुनी हो सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। बनते काम बि‍गड़ सकते हैं। चोट व दुर्घटना से बचें। नकारात्मकता बढ़ेगी।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। कोई बड़ा सौदा हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। थकान व कमजोरी रहेगी।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। सभी कार्य समय पर होंगे। निवेश शुभ रहेगा। आय में वृद्धि होगी। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
संतान के रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। कारोबारी व्यस्तता रहेगी। कोई आनंददायक यात्रा का आयोजन हो सकता है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। घर-परिवार की चिंता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। प्रमाद न करें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। आय बनी रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। मेहनत अधिक होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। शोक समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

👩‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
धन का निवेश करना आज शुभ रहेगा, इससे आगामी समय में अच्छा लाभ मिलेगा। मेहनत का फल प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी। श‍त्रुओं से सावधानी आवश्यक है।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नए मित्र बनेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। अच्छे समाचार मिलेंगे। अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। किसी बड़े काम को करने का मन बनेगा। जल्दबाजी न करें।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। बेरोजगारी दूर होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। निवेश शुभ रहेगा। भाग्य की अनुकूलता रहेगी। प्रमाद न करें। उत्साह व प्रसन्नता से काम कर पाएंगे। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
आज पारिवारिक बहस के चलते जीवनसाथी से असहयोग मिलेगा। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। किसी भी तरह के धन के लेन-देन में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। धनहानि हो सकती है। विवाद से बचें। झंझटों से दूर रहें। आय में निश्चितता रहेगी। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
घर-बाहर जीवन सुखमय रहेगा। रुका हुआ धन मिलने के योग हैं, प्रयास करते रहें। यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। आय बढ़ेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। भाइयों का सहयोग प्रसन्नता में वृद्धि करेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
आज रोजगार में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। नए काम मिल सकते हैं। बाहर जाने का मन बनेगा। प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। जल्दबाजी न करें। नई योजना बनेगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
नौकरी में उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। आज लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य प्रभावित हो सकता है। थकान रहेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

*🍁 बाली का अहंकार 🍁*

बाली किष्किंधा का राजा था। वह इंद्र का धर्म पुत्र, वृषराज का जैविक पुत्र, सुग्रीव का बड़े भाई और अंगद का पिता अप्सरा तारा के पति था।

बाली को वरदान प्राप्त था कि जिससे भी वह युद्ध करेगा उसकी आधी शक्ति बाली में स्थान्तरित हो जाएगी। बाली इतना बलशाली था कि उसने दुदम्भी नामक राक्षस और उसके भाई का वध कर दिया था।

बाली ने लंकापति रावण को भी अपनी कांख में 6 महीने तक दबा कर चार समुन्द्रों की परिक्रमा की थी यहां तक कि प्रभु श्री राम ने भी बाली का छुप के वध किया था।

किन्तु एक समय की बात है बाली अपने बल के घमंड अहंकार में चूर हो कर नगरों और जंगल से होता हुआ किष्किंधा जा रहा था और सबको ललकार रहा था “है कोई जो मुझसे युद्ध कर सके.. है कोई जिसने अपनी मां का दूध पिया हो जो मुझसे युद्ध कर सके..”

पास में ही हनुमान जी प्रभु श्री राम का ध्यान लगाए बैठे थे। बाली के चिल्लाने से उनकी तपस्या में विध्न पड़ रहा था उन्होंने बाली से कहा “हे वानरराज आप अत्यंत बलशाली है आपको कोई नही हरा सकता लेकिन आप इस तरह चिल्ला क्यों रहे है” यह सुन कर बाली भड़क गया और हनुमान जी को चुनौती दी और यहाँ तक कहा कि “तू जिसका ध्यान कर रहा है वह भी मुझे नही हरा सकता”
राम जी का अपमान होता देख हनुमान जी को क्रोध आ गया और उन्होंने बाली की चुनौती स्वीकार कर ली और तय ये हुआ कि अगले दिन सूर्योदय होते ही वे दोनों युद्ध करेंगे।

अगले दिन हनुमान जी युद्ध के लिए निकले तो वैसे ही ब्रम्हा जी प्रकट हो गए और हनुमान जी को समझाने लगे कि वे बाली से युद्ध न करें.. परंतु हनुमान जी ने कहा कि “मैं युद्ध अवश्य करूँगा क्योंकि बाली ने मेरे प्रभु श्री राम जी को चुनौती दी है”
यह सुन कर ब्रम्हा जी ने कहा “कि ठीक है आप युद्ध के लिए जाइये किन्तु अपनी शक्ति का केवल दसवाँ हिस्सा ही ले के जाइये। हनुमान जी ने कहा ठीक है”

फिर हनुमान जी अपनी शक्ति का दसवाँ हिस्सा ले के बाली से युद्ध करने पहुँच गए बाली के सामने जाते ही हनुमान जी की आधी शक्ति बाली में समाने लगी बाली को अपने अंदर अथाह शक्ति संचार महसूस हुआ उसे लगा कि उसकी नसें फटने को है शरीर मे भीषण दबाव महसूस होने लगा उसी समय ब्रम्हा जी प्रकट हुए और बाली से कहा कि “यदि अपने प्राण बचाना चाहते हो तो तुरंत हनुमान जी से हजार कोस दूर भाग जाओ नही तो तुम्हारा शरीर फट जाएगा”
यह सुनते ही बाली हनुमान जी से हजार कोस दूर भाग गया तब उसे राहत मिली उसने इसका कारण ब्रम्हा जी से पूछा तो ब्रम्हा जी ने बताया “यूं तो तुम बहुत शक्तिशाली हो लेकिन तुम्हारा शरीर हनुमान जी की शक्ति का एक छोटा सा हिस्सा ही नही संभाल पा रहा है तुम्हे बता दूं कि हनुमान जी अपनी शक्ति का केवल दसवाँ हिस्सा ही ले के तुमसे युद्ध करने आये थे।

सोचो यदि सम्पूर्ण भाग ले के आते तो तुम्हारा क्या होता”। यह सुन कर बाली चकित रह गया और हनुमान जी को दंडवत प्रणाम कर के बोला कि “इतना अथाह बल होते हुए भी आप कितना शांत रहते है और सदैव राम भजन में खोए रहते है मैं कितना बड़ा मूर्ख था जो आपको ललकार बैठा मैं तो आपकी शक्ति के एक बाल के बराबर भी नही मुझे क्षमा कर दीजिए”

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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