उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- चिंतन*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 16/03/2025, रविवार*
*द्वितीया, कृष्ण पक्ष,*
*चैत्र*
(समाप्ति काल)

तिथि——— द्वितीया 16:57:43 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र———— हस्त 11:44:21
योग————- वृद्वि 14:47:28
करण————– गर 16:57:43
करण———- वणिज 30:14:23
वार———————– रविवार
माह————————– चैत्र
चन्द्र राशि——–कन्या 25:14:22
चन्द्र राशि—————– तुला
सूर्य राशि——————- मीन
रितु———————— वसंत
आयन——————उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————- 1946
कलि संवत————— 5125
सूर्योदय————– 06:28:49
सूर्यास्त————— 18:27:02
दिन काल———— 11:58:13
रात्री काल———— 12:00:39
चंद्रास्त————– 07:21:43
चंद्रोदय—————- 20:20:57
लग्न—-मीन 1°29′ , 331°29′
सूर्य नक्षत्र———- पूर्वा भाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र——————- हस्त
नक्षत्र पाया—————— रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

ठ—- हस्त 11:44:21

पे—-चित्रा 18:29:05

पो—- चित्रा 25:14:22

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मीन 01°40, पू oभाo 4 दी
चन्द्र= कन्या 20°30 , हस्त 4 ठ
बुध =मीन 15°52 ‘ उ o भा o 4 ञ
शु क्र= मीन 12°05, उ o फाo’ 3 झ
मंगल=मिथुन 25°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 2 को
गुरु=वृषभ 19°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 28°28 ‘ पू o भा o , 3 दा
राहू=(व) मीन 03°25 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 03°25 उ oफा o 3 पा

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

मुहूर्त
राहू काल 16:57 – 18:27 अशुभ
यम घंटा 12:28 – 13:58 अशुभ
गुली काल 15:27 – 16: 57अशुभ
अभिजित 12:04 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 16:51 – 17:39 अशुभ
वर्ज्यम 20:44 – 22:32 अशुभ
प्रदोष 18:27 – 20:53 शुभ

💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 06:29 – 07:59 अशुभ
चर 07:59 – 09:28 शुभ
लाभ 09:28 – 10:58 शुभ
अमृत 10:58 – 12:28 शुभ
काल 12:28 – 13:58 अशुभ
शुभ 13:58 – 15:27 शुभ
रोग 15:27 – 16:57 अशुभ
उद्वेग 16:57 – 18:27 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
शुभ 18:27 – 19:57 शुभ
अमृत 19:57 – 21:27 शुभ
चर 21:27 – 22:57 शुभ
रोग 22:57 – 24:27* अशुभ
काल 24:27* – 25:57* अशुभ
लाभ 25:57* – 27:28* शुभ
उद्वेग 27:28* – 28:58* अशुभ
शुभ 28:58* – 30:28* शुभ

💮होरा, दिन
सूर्य 06:29 – 07:29
शुक्र 07:29 – 08:29
बुध 08:29 – 09:28
चन्द्र 09:28 – 10:28
शनि 10:28 – 11:28
बृहस्पति 11:28 – 12:28
मंगल 12:28 – 13:28
सूर्य 13:28 – 14:28
शुक्र 14:28 – 15:27
बुध 15:27 – 16:27
चन्द्र 16:27 – 17:27
शनि 17:27 – 18:27

🚩होरा, रात
बृहस्पति 18:27 – 19:27
मंगल 19:27 – 20:27
सूर्य 20:27 – 21:27
शुक्र 21:27 – 22:27
बुध 22:27 – 23:27
चन्द्र 23:27 – 24:27
शनि 24:27* – 25:27
बृहस्पति 25:27* – 26:27
मंगल 26:27* – 27:28
सूर्य 27:28* – 28:28
शुक्र 28:28* – 29:28
बुध 29:28* – 30:28

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मीन > 06:26 से 07:52 तक
मेष > 07:52 से 09:30 तक
वृषभ > 09:30 से 11:24 तक
मिथुन > 11:24 से 13:42 तक
कर्क > 13:42 से 15:58 तक
सिंह > 15:58 से 18:14 तक
कन्या > 18:14 से 20:28 तक
तुला > 20:28 से 22:42 तक
वृश्चिक > 22:42 से 01:04 तक
धनु > 01:04 से 03:20 तक
मकर > 02:20 से 04:54 तक
कुम्भ > 04:54 से 06:22 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 2 + 1 + 1 = 19 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 30:15 से प्रारम्भ

पाताल लोक = धनलाभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि अमृत सिद्धि योग 11:44 तक*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

कुराजराज्येन कुतः प्रजासुखं
कुमित्रमित्रेण कुतोऽभिनिर्वृतिः ।
कुदारदारैश्च कुतो गृहे रतिः
कुशिष्यमध्यापयतः कुतो यशः ।।
।। चा o नी o।।

एक बेकार राज्य में लोग सुखी कैसे हो? एक पापी से किसी शान्ति की प्राप्ति कैसे हो? एक बुरी पत्नी के साथ घर में कौनसा सुख प्राप्त हो सकता है. एक नालायक शिष्य को शिक्षा देकर कैसे कीर्ति प्राप्त हो?

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: पुरुषोत्तमयोग :- अo-15

यदादित्यगतं तेजो जगद्भासयतेऽखिलम्‌ ।,
यच्चन्द्रमसि यच्चाग्नौ तत्तेजो विद्धि मामकम्‌ ॥,

सूर्य में स्थित जो तेज सम्पूर्ण जगत को प्रकाशित करता है तथा जो तेज चन्द्रमा में है और जो अग्नि में है- उसको तू मेरा ही तेज जान॥,12॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अच्छे लोगों से भेंट होगी जो आपके हितचिंतक रहेंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। नौकरी में पदोन्नाति के योग हैं। आलस्य से बचकर रहें। परिवार की मदद मिलेगी।

🐂वृष
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता से हर्ष होगा। सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। विचारों से सकारात्मकता बढ़ेगी। दुस्साहस न करें। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

👫मिथुन
कष्ट, भय, चिंता व बेचैनी का माहौल बन सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं करें। महत्वपूर्ण कार्यों में हस्तक्षेप से नुकसान की आशंका है। परिवार में तनाव रहेगा। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा।

🦀कर्क
प्रतिष्ठा बढ़ेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। यात्रा का शुभ योग होने के साथ ही कठिन कार्य में भी सफलता मिल सकेगी। रिश्तेदारों से संपत्ति संबंधी विवाद हो सकता है। व्यापार-नौकरी में लाभ होगा। पुराना रोग उभर सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।

🐅सिंह
शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। मन में उत्साह रहेगा, जिससे कार्य की गति बढ़ेगी। आपके कार्यों को समाज में प्रशंसा मिलेगी। भागीदारी में आपके द्वारा लिए गए निर्णयों से लाभ होगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी।

🙍‍♀️कन्या
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। नेत्र पीड़ा हो सकती है। अधिकारी वर्ग विशेष सहयोग नहीं करेंगे। ऋण लेना पड़ सकता है। यात्रा आज नहीं करें। परिवार के कार्यों को प्राथमिकता दें। आपकी बुद्धिमत्ता सामाजिक सम्मान दिलाएगी।

⚖️तुला
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बचें। कार्य-व्यवसाय में लाभ होने की संभावना है। दांपत्य जीवन में अनुकूलता रहेगी। सामाजिक समारोहों में भाग लेंगे। सुकर्मों के लाभकारी परिणाम मिलेंगे।

🦂वृश्चिक
भ्रम की स्थिति बन सकती है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हल हो सकेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। रुका धन मिलेगा।

🏹धनु
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। मितव्ययिता को ध्यान में रखें। कुटुंबियों से संबंध सुधरेंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। खर्चों में कमी करें। सश्रम किए गए कार्य पूर्ण होंगे।

🐊मकर
फालतू खर्च होगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाएगा। परिवार की चिंता रहेगी। आय से व्यय अधिक होंगे। अजनबियों पर विश्वास से हानि हो सकती है।

🍯कुंभ
राजनीतिक व्यक्तियों से लाभकारी योग बनेंगे। साझेदारी में नवीन प्रस्ताव प्राप्त हो सकेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। गर्व-अहंकार को दूर करें। मनोबल बढ़ने से तनाव कम होगा।

🐟मीन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखें। पत्नी के बतलाए रास्ते पर चलने से लाभ की संभावना बनती है। यात्रा से लाभ। वाहन-मशीनरी खरीदी के योग हैं। व्यवसाय में अड़चनें आएंगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*चिंतन*

*एक बार यूनान के मशहूर दार्शनिक सुकरात भ्रमण करते हुए एक नगर में गये।वहां उनकी मुलाकात एक वृद्ध सज्जन से हुई। दोनों आपस में काफी घुल मिल गये।*

*वृद्ध सज्जन आग्रहपूर्वक सुकरात को अपने निवास पर ले गये।भरा-पूरा परिवार था उनका, घर में बहु- बेटे, पौत्र-पौत्रियां सभी थे।*

*सुकरात ने वृद्ध से पूछा- “आपके घर में तो सुख-समृद्धि का वास है। वैसे अब आप करते क्या हैं?” इस पर वृद्ध ने कहा- “अब मुझे कुछ नहीं करना पड़ता। ईश्वर की दया से हमारा अच्छा कारोबार है,* *जिसकी सारी जिम्मेदारियां अब बेटों को सौंप दी हैं।घर की व्यवस्था हमारी बहुयें संभालती हैं। इसी तरह जीवन चल रहा है।”*

*यह सुनकर सुकरात बोले-“किन्तु इस वृद्धावस्था में भी आपको कुछ तो करना ही पड़ता होगा। आप बताइये कि बुढ़ापे में आपके इस सुखी जीवन का रहस्य क्या है?”*

*वह वृद्ध सज्जन मुस्कुराये और बोले- *“मैंने अपने जीवन के इस मोड़ पर एक ही नीति को अपनाया है कि दूसरों से अधिक अपेक्षायें मत पालो और जो मिले, उसमें संतुष्ट रहो। मैं और मेरी पत्नी अपने पारिवारिक उत्तरदायित्व अपने बेटे- बहुओं को सौंपकर निश्चिंत हैं। अब वे जो कहते हैं, वह मैं कर देता हूं और जो कुछ भी खिलाते हैं, खा लेता हूं।अपने पौत्र- पौत्रियों के साथ हंसता-खेलता हूं। मेरे बच्चे जब कुछ भूल करते हैं । तब भी मैं चुप रहता हूं । मैं उनके किसी कार्य में बाधक नहीं बनता। पर जब कभी वे मेरे पास सलाह-मशविरे के लिए आते हैं तो मैं अपने जीवन के सारे अनुभवों को उनके सामने रखते हुए उनके द्वारा की गई भूल से उत्पन्न् दुष्परिणामों की ओर सचेत कर देता हूं ।* *अब वे मेरी सलाह पर कितना अमल करते या नहीं करते हैं, यह देखना और अपना मन व्यथित करना मेरा काम नहीं है। वे मेरे निर्देशों पर चलें ही, मेरा यह आग्रह नहीं होता। परामर्श देने के बाद भी यदि वे भूल करते हैं तो मैं चिंतित नहीं होता।* *उस पर भी यदि वे मेरे पास पुन: आते हैं तो मैं पुन: सही सलाह देकर उन्हें विदा करता हूं।*

*बुजुर्ग सज्जन की यह बात सुन कर सुकरात बहुत प्रसन्न हुये। उन्होंने कहा- “इस आयु में जीवन कैसे जिया जाए, यह आपने सम्यक समझ लिया है।*

*यह कहानी सबके लिए है।अगर आज आप बूढ़े नही हैं तो कल अवश्य होंगे ।*
*इसलिए आज बुज़ुर्गों की ‘इज़्ज़त’ और ‘मदद’ करें जिससे कल कोई आपकी भी ‘मदद’ और ‘इज़्ज़त’ करे ।*
*याद रखें जो —- आज दिया जाता है वही कल प्राप्त होता है।*

*अपनी वाणी में सुई भले ही रखो, पर उसमें धागा जरूर डालकर रखो, ताकि सुई केवल छेद ही न करे आपस में माला की तरह जोडकर भी रखे।*

*वरिष्ठ नागरिक घर में वानप्रस्थी*
*बनकर रहने का अभ्यास करें*

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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