उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- एक रुपये के ईश्वर🍋*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 01/02/2025, शनिवार*
*तृतीया, शुक्ल पक्ष,*
*माघ*
(समाप्ति काल)

तिथि———- तृतीया 11:37:42 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——— पूoभाo 26:31:59
योग———— परिघ 12:23:20
करण————–गर 11:37:42
करण———- वणिज 22:25:48
वार——————– शनिवार
माह———————— माघ
चन्द्र राशि—– कुम्भ 20:57:28
चन्द्र राशि—————- मीन
सूर्य राशि—————– मकर
रितु———————- शिशिर
आयन——————उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत——————1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————- 07:06:59
सूर्यास्त————- 17:58:55
दिन काल———— 10:51:55
रात्री काल———— 13:07:32
चंद्रोदय————– 08:59:22
चंद्रास्त—————- 21:04:57
लग्न—- मकर 18°14′ , 288°14′
सूर्य नक्षत्र—————– श्रवण
चन्द्र नक्षत्र———- पूर्वा भाद्रपदा
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

से—- पूर्वा भाद्रपदा 09:48:15

सो—- पूर्वा भाद्रपदा 15:22:55

दा—- पूर्वा भाद्रपदा 20:57:28

दी—- पूर्वा भाद्रपदा 26:31:59

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मकर 18°40, श्रवण 2 खू
चन्द्र= कुम्भ 21°30 , पू o भा o 1 से
बुध =धनु 12°52 ‘ श्रवण 1 खी
शु क्र= मीन 03°05, पू o फाo’ 4 दी
मंगल=मिथुन 26°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 2 को
गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 23°28 ‘ पू o भा o , 1 से
राहू=(व) मीन 05°40 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 05°40 उ oफा o 3 पा

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 09:50 – 11:11 अशुभ
यम घंटा 13:54 – 15:16 अशुभ
गुली काल 07:07 – 08: 28अशुभ
अभिजित 12:11 – 12:55 शुभ
दूर मुहूर्त 08:34 – 09:17 अशुभ
वर्ज्यम 10:11 – 11:40 अशुभ
प्रदोष 17:59 – 20:39 शुभ

🚩पंचक ³ अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 07:07 – 08:28 अशुभ
शुभ 08:28 – 09:50 शुभ
रोग 09:50 – 11:11 अशुभ
उद्वेग 11:11 – 12:33 अशुभ
चर 12:33 – 13:54 शुभ
लाभ 13:54 – 15:16 शुभ
अमृत 15:16 – 16:37 शुभ
काल 16:37 – 17:59 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:59 – 19:37 शुभ
उद्वेग 19:37 – 21:16 अशुभ
शुभ 21:16 – 22:54 शुभ
अमृत 22:54 – 24:33* शुभ
चर 24:33* – 26:11* शुभ
रोग 26:11* – 27:50* अशुभ
काल 27:50* – 29:28* अशुभ
लाभ 29:28* – 31:06* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 07:07 – 08:01
बृहस्पति 08:01 – 08:56
मंगल 08:56 – 09:50
सूर्य 09:50 – 10:44
शुक्र 10:44 – 11:39
बुध 11:39 – 12:33
चन्द्र 12:33 – 13:27
शनि 13:27 – 14:22
बृहस्पति 14:22 – 15:16
मंगल 15:16 – 16:10
सूर्य 16:10 – 17:05
शुक्र 17:05 – 17:59

🚩होरा, रात
बुध 17:59 – 19:05
चन्द्र 19:05 – 20:10
शनि 20:10 – 21:16
बृहस्पति 21:16 – 22:21
मंगल 22:21 – 23:27
सूर्य 23:27 – 24:33
शुक्र 24:33* – 25:38
बुध 25:38* – 26:44
चन्द्र 26:44* – 27:50
शनि 27:50* – 28:55
बृहस्पति 28:55* – 30:01
मंगल 30:01* – 31:06

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मकर > 05:06 से 06: 52 तक
कुम्भ > 06:52 से 08:24 तक
मीन > 08:24 से 10:54 तक
मेष > 10:54 से 11:34 तक
वृषभ > 11:34 से 13:32 तक
मिथुन > 13:32 से 15:44 तक
कर्क > 15:34 से 18:06 तक
सिंह > 18:06 से 20:20 तक
कन्या > 20:20 से 22:42 तक
तुला > 22:42 से 00:46 तक
वृश्चिक > 00:46 से 03:56 तक
धनु > 03:56 से 05:06 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

3 + 7 + 1 = 11 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

22:26 से प्रारम्भ

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*गौरी तृतीया*

*तिल वरद चतुर्थी व्रत*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

सकृज्जल्पन्ति राजानः सकृज्जल्पन्ति पण्डिताः ।
सकृत्कन्याः प्रदीयन्ते त्रीण्येतानि सकृत्सकृत् ।।
।। चा o नी o।।

यह बाते एक बार ही होनी चाहिए..
१. राजा का बोलना.
२. बिद्वान व्यक्ति का बोलना.
३. लड़की का ब्याहना.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविभागयोग अo-13

प्रकृत्यैव च कर्माणि क्रियमाणानि सर्वशः ।,
यः पश्यति तथात्मानमकर्तारं स पश्यति ॥,

और जो पुरुष सम्पूर्ण कर्मों को सब प्रकार से प्रकृति द्वारा ही किए जाते हुए देखता है और आत्मा को अकर्ता देखता है, वही यथार्थ देखता है॥,29॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
योजना फलीभूत होगी। मनमाफिक स्थानांतरण या पदोन्नति हो सकती है। कार्यस्थल पर सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। घर-परिवार की चिंता रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूर से अच्‍छी खबर मिल सकती है।

🐂वृष
डूबी हुई रकम प्राप्त होने के योग हैं। यात्रा लाभदायक रहेगी। आय में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। कोई बुरी खबर मिल सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है।

👫मिथुन
ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। भूमि व भवन आदि के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। नौकरी में चैन रहेगा। शत्रु पस्त होंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। सभी कार्य पूर्ण होंगे।

🦀कर्क
फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। धन की तंगी होगी। बेकार बातों पर ध्यान न दें। विचारों की स्पष्टता न होने से उलझनें रहेंगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। नौकरी में स्थानांतरण या परिवर्तन संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक-ठीक चलेगा।

🐅सिंह
प्रियजनों के साथ बेवजह रिश्तों में खटास आ सकती है। लोगों की अपेक्षाएं बढ़ेंगी। हताशा का अनुभव होगा। मन की बात किसी को न बतलाएं। संवेदनशीलता बढ़ेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। अपरिचित व्यक्तियों पर अंधविश्वास न करें।

🙍‍♀️कन्या
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। शैक्षणिक व शोध कार्य मनोनुकूल रहेंगे। किसी प्रबु‍द्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में कोई नया कार्य कर पाएंगे। अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।

⚖️तुला
नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। मेहनत का फल प्राप्त होगा। अपेक्षित कार्य समय पर पूरे होंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। सुख के साधन जुटेंगे। कारोबारी लाभ बढ़ेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देंगे।

🦂वृश्चिक
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। शेयर मार्केट से आशातीत लाभ होगा। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। तनाव व चिंता में कमी होगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। समय अनुकूल है। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

🏹धनु
चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि की संभावना है। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। बिना वजह कहासुनी हो सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा यथासंभव टालें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। धैर्य रखें।

🐊मकर
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। कोई रुका काम बन सकता है। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।

🍯कुंभ
आत्मसम्मान बना रहेगा। अच्छी खबर प्राप्त होगी। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। भूले-बिसरे साथी तथा रिश्तेदारों से मुलाकात होगी।

🐟मीन
भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम होने से प्रसन्नता रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। कारोबारी लाभ बढ़ेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*🍋एक रुपये के ईश्वर🍋*

*8 साल का एक बच्चा 1 रूपये का सिक्का मुट्ठी में लेकर एक दुकान पर जाकर पूछने लगा,–क्या आपकी दुकान में ईश्वर मिलेंगे?*

*दुकानदार ने यह बात सुनकर सिक्का नीचे फेंक दिया और बच्चे को निकाल दिया।*

*बच्चा पास की दुकान में जाकर 1 रूपये का सिक्का लेकर चुपचाप खड़ा रहा!*

*– ए लड़के.. 1 रूपये में तुम क्या चाहते हो? — मुझे ईश्वर चाहिए। आपकी दुकान में है?*

*दूसरे दुकानदार ने भी भगा दिया।*

*लेकिन, उस अबोध बालक ने हार नहीं मानी। एक दुकान से दूसरी दुकान, दूसरी से तीसरी, ऐसा करते करते कुल चालीस दुकानों के चक्कर काटने के बाद एक बूढ़े दुकानदार के पास पहुंचा। उस बूढ़े दुकानदार ने पूछा,*

*– तुम ईश्वर को क्यों खरीदना चाहते हो? क्या करोगे ईश्वर लेकर?*

*पहली बार एक दुकानदार के मुंह से यह प्रश्न सुनकर बच्चे के चेहरे पर आशा की किरणें लहराईं ৷ लगता है इसी दुकान पर ही ईश्वर मिलेंगे ! बच्चे ने बड़े उत्साह से उत्तर दिया,*

*—-इस दुनिया में मां के अलावा मेरा और कोई नहीं है। मेरी मां दिनभर काम करके मेरे लिए खाना लाती है। मेरी मां अब अस्पताल में हैं। अगर मेरी मां मर गई तो मुझे कौन खिलाएगा ? डाक्टर ने कहा है कि अब सिर्फ ईश्वर ही तुम्हारी मां को बचा सकते हैं। क्या आपकी दुकान में ईश्वर मिलेंगे?*

*– हां, मिलेंगे…! कितने पैसे हैं तुम्हारे पास?*

*– सिर्फ एक रूपया ।*

*– कोई दिक्कत नहीं है। एक रूपए में ही ईश्वर मिल सकते हैं।*

*दुकानदार बच्चे के हाथ से एक रूपए लेकर उसने पाया कि एक रूपए में एक गिलास पानी के अलावा बेचने के लिए और कुछ भी नहीं है। इसलिए उस बच्चे को फिल्टर से एक गिलास पानी भरकर दिया और कहा, यह पानी पिलाने से ही तुम्हारी मां ठीक हो जाएगी।*

*अगले दिन कुछ मेडिकल स्पेशलिस्ट उस अस्पताल में गए। बच्चे की मां का आप्रेशन हुआ और बहुत जल्दी ही वह स्वस्थ हो उठीं।*

*डिस्चार्ज के कागज़ पर अस्पताल का बिल देखकर उस महिला के होश उड़ गए। डॉक्टर ने उन्हें आश्वासन देकर कहा, “टेंशन की कोई बात नहीं है। एक वृद्ध सज्जन ने आपके सारे बिल चुका दिए हैं। साथ में एक चिट्ठी भी दी है”।*

*महिला चिट्ठी खोलकर पढ़ने लगी, उसमें लिखा था- “मुझे धन्यवाद देने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको तो स्वयं ईश्वर ने ही बचाया है … मैं तो सिर्फ एक ज़रिया हूं। यदि आप धन्यवाद देना ही चाहती हैं तो अपने अबोध बच्चे को दीजिए जो सिर्फ एक रूपए लेकर नासमझों की तरह ईश्वर को ढूंढने निकल पड़ा। उसके मन में यह दृढ़ विश्वास था कि एकमात्र ईश्वर ही आपको बचा सकते है। विश्वास इसी को ही कहते हैं। ईश्वर को ढूंढने के लिए करोड़ों रुपए दान करने की ज़रूरत नहीं होती, यदि मन में अटूट विश्वास हो तो वे एक रूपए में भी मिल सकते हैं।”*

Devbhumi jknews

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