*भारतीय मुद्रा पर आदि गुरु शंकराचार्य जी का चित्र हो अंकित-पंकज भट्ट*
देवभूमि जेके न्यूज ऋषिकेश-
प्रदेश सह संयोजक भाजपा खेल प्रकोष्ठ के पंकज भट्ट ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री को पत्र प्रेषित कर मांग किया है की आदि गुरु शंकराचार्य जी की तस्वीर भारतीय मुद्रा पर अंकित किया जाए ,उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि
श्री नरेंद्र मोदी जी
माननीय प्रधानमंत्री,
भारत सरकारनई दिल्ली – 110011
विषय: भारतीय मुद्रा पर आदि गुरु शंकराचार्य जी का चित्र अंकित कराने हेतु अनुरोध
माननीय प्रधानमंत्री जी,
सादर प्रणाम!
मैं, आपका ध्यान एक महत्वपूर्ण विषय की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ । भारत एक सनातन राष्ट्र है, जिसकी संस्कृति, परंपराएँ एवं आध्यात्मिक धरोहर अत्यंत समृद्ध हैं। इन्हीं महान परंपराओं के संवाहक आदि गुरु शंकराचार्य जी थे, जिन्होंने अद्वैत वेदांत के माध्यम से भारतीय समाज को एकजुट किया और संपूर्ण विश्व को अद्वैत दर्शन की अनुपम सीख दी।
आदि गुरु शंकराचार्य जी का योगदान न केवल भारत के आध्यात्मिक उत्थान में महत्वपूर्ण रहा है, बल्कि उन्होंने चार मठों की स्थापना कर भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को भी सुदृढ़ किया। उनकी शिक्षाएँ आज भी हमें सनातन धर्म के मूलभूत सिद्धांतों को आत्मसात करने की प्रेरणा देती हैं।
माननीय प्रधानमंत्री जी, मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि भारतीय मुद्रा (रुपये) पर आदि गुरु शंकराचार्य जी का चित्र अंकित किया जाए। इससे न केवल सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ेगा, बल्कि भारत के “विश्वगुरु” बनने के स्वप्न को साकार करने में भी सहायता मिलेगी। यह कदम हमारी युवा पीढ़ी को भी हमारी प्राचीन संस्कृति और ज्ञान परंपरा से जोड़ने का कार्य करेगा।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करेंगे और इस दिशा में उचित कदम उठाएंगे।
आपके उत्तर एवं सकारात्मक पहल की प्रतीक्षा में।
े]श्री नरेंद्र मोदी जी
माननीय प्रधानमंत्री,
भारत सरकारनई दिल्ली – 110011
विषय: भारतीय मुद्रा पर आदि गुरु शंकराचार्य जी का चित्र अंकित कराने हेतु अनुरोध
माननीय प्रधानमंत्री जी,
सादर प्रणाम!
मैं, आपका ध्यान एक महत्वपूर्ण विषय की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ । भारत एक सनातन राष्ट्र है, जिसकी संस्कृति, परंपराएँ एवं आध्यात्मिक धरोहर अत्यंत समृद्ध हैं। इन्हीं महान परंपराओं के संवाहक आदि गुरु शंकराचार्य जी थे, जिन्होंने अद्वैत वेदांत के माध्यम से भारतीय समाज को एकजुट किया और संपूर्ण विश्व को अद्वैत दर्शन की अनुपम सीख दी।
आदि गुरु शंकराचार्य जी का योगदान न केवल भारत के आध्यात्मिक उत्थान में महत्वपूर्ण रहा है, बल्कि उन्होंने चार मठों की स्थापना कर भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को भी सुदृढ़ किया। उनकी शिक्षाएँ आज भी हमें सनातन धर्म के मूलभूत सिद्धांतों को आत्मसात करने की प्रेरणा देती हैं।
माननीय प्रधानमंत्री जी, मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि भारतीय मुद्रा (रुपये) पर आदि गुरु शंकराचार्य जी का चित्र अंकित किया जाए। इससे न केवल सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ेगा, बल्कि भारत के “विश्वगुरु” बनने के स्वप्न को साकार करने में भी सहायता मिलेगी। यह कदम हमारी युवा पीढ़ी को भी हमारी प्राचीन संस्कृति और ज्ञान परंपरा से जोड़ने का कार्य करेगा।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करेंगे और इस दिशा में उचित कदम उठाएंगे।
आपके उत्तर एवं सकारात्मक पहल की प्रतीक्षा में।