धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -पड़ोसी*


📜««« *आज का पंचांग*»»»📜
कलियुगाब्द……………………5125
विक्रम संवत्…………………..2080
शक संवत्……………………..1945
मास…………………………मार्गशीर्ष
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी………………………….द्वितीया
रात्रि 12.54पर्यंत पश्चात तृतीया
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय…………प्रातः 06.58.06पर
सूर्यास्त………..संध्या 05.44.02 पर
सूर्य राशि………………………वृश्चिक
चन्द्र राशि…………………………धनु
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र……………………………..मूल
प्रातः 09.39 पर्यंत पश्चात पूर्वाषाढ़ा
योग……………………………….गंड
दोप 01.18 पर्यंत पश्चात वृद्धि
करण…………………………..बालव
दोप 02.02 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु……………………..(सह:) हेमंत
दिन……………………………गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :–*
14 दिसंबर सन 2023 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 11.59 से 12.42 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
दोपहर 01.40 से 03.00 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*वृश्चिक*
04:56:04 07:16:33
*धनु*
07:16:33 09:17:54
*मकर*
09:17:54 11:04:58
*कुम्भ*
11:04:58 12:38:30
*मीन*
12:38:30 14:09:42
*मेष*
14:09:42 15:50:27
*वृषभ*
15:50:27 17:49:06
*मिथुन*
17:49:06 20:02:48
*कर्क*
20:02:48 22:18:58
*सिंह*
22:18:58 24:30:46
*कन्या*
24:30:46 26:41:26
*तुला*
26:41:26 28:56:04

🚦 *दिशाशूल :-*
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक……………………6
🔯 शुभ रंग………………….पीला

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 11.00 से 12.20 तक चंचल
दोप. 12.20 से 01.39 तक लाभ
दोप. 01.39 से 02.59 तक अमृत
सायं 04.19 से 05.39 तक शुभ
सायं 05.39 से 07.19 तक अमृत
रात्रि 07.19 से 08.59 तक चंचल

📿 *आज का मंत्र :-*
|। ॐ बृं बृहस्पतये नम: ।|

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः।
तस्य कर्तारमपि मां विद्ध्यकर्तारमव्ययम्॥४-१३॥
अर्थात :
चारों वर्णों ( ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र) को उनके गुण और कर्मों के विभाग पूर्वक मेरे द्वारा रचा गया है । उस सृष्टि-रचनादि कर्म का कर्ता होने पर भी मुझ अविनाशी को तुम अकर्ता ही जानो ॥13॥

🍃 *आरोग्यं :-*
*बाल बढ़ाने घरेलू उपाय -*

*2. मेंथी -*
यह जड़ी बूटी भी बालों के विकास की समस्याओं के लिए एक सदियों पुराना उपाय है। इसमें प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड शामिल हैं। आपको बता दें कि प्रोटीन-समृद्ध आहार बालों के विकास के लिए जाना जाता है। इसके लिए आप एक चम्मच मेथी लीजिए और ग्राइंडर में पानी के साथ मिलाकर एक अच्छा पेस्ट बना लीजिए।
इसमें थोड़ा सा नारियल का तेल (या दूध) मिलाएं और अपने बालों और स्कैल्प पर आधे घंटे के लिए लगाएं और इसे हल्के शैम्पू से धो लें। यह निश्चित रूप से बालों की ग्रोथ के लिए सबसे अच्छे टिप्स में से एक है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
दूर यात्रा की योजना बन सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बेचैनी रहेगी। धनार्जन सुगम होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता अर्जित करेगा। पठन-पाठन में मन लगेगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी के व्यवहार से क्लेश हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद को बढ़ावा न दें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार में तनाव रह सकता है। शुभ समाचार मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है।

👧 *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
घर-बाहर असहयोग मिलेगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। आय में कमी हो सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी विवाद में उलझ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जोखिम न उठाएं।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। बेचैनी रहेगी। थकान महसूस होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कारोबारी अनुबंधों में वृद्धि हो सकती है। समय का लाभ लें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। कानूनी बाधा आ सकती है। विवाद न करें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधनों पर व्यय हो सकता है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। बेचैनी रहेगी। चोट व रोग से बचें। काम का विरोध होगा। तनाव रहेगा। कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल होंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
राज्य के प्रतिनिधि सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद से क्लेश संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। अपेक्षित कार्यों में अप्रत्याशित बाधा आ सकती है। तनाव रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मातहतों से संबंध सुधरेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। कष्ट, भय, चिता व बेचैनी का वातावरण बन सकता है। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। जल्दबाजी न करें।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
भूमि, भवन, दुकान व फैक्टरी आदि के खरीदने की योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। अपरिचितों पर अतिविश्वास न करें। प्रमाद न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।
*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*

*💐💐पड़ोसी💐💐*

खट खट…..खट खट….कौन है ….पता नहीं कौन है इतनी रात गए ….बडबडाते हुए सावित्रीदेवी ने दरवाजे के बीच बने झरोखे से झांककर देखा …..अरे रमा तुम ….इतनी रात गए जानती भी हो दो बज रहे है क्या है…. आंटीजी वो……वो बाबूजी की तबीयत खराब हो रही है उन्हें बडे अस्पताल लेकर जाना होगा …. आंटीजी अंकलजी से कहिए ना वो अपनी गाडी से उन्हें…बात बीच मे काटते हुए सावित्रीदेवी बोली …. बेटा वो इनकी भी तबीयत खराब है बडी मुश्किल से दवाई देकर सुलाया है ऊपर से गाडी भी ठीक नहीं है तो तुम चौक पर चली जाओ वहां कोई आटो टैक्सी मिल जाएगी ….. क्या चौक पर….. रमा की आँखें भीगी हुई थी रात दो बजे चौक पर ….. मां बाबूजी ने कभी आठ बजे के बाद घरसे नही निकलने दिया कारण अक्सर मां बाबूजी उसे समझाते रहते थे बेटा ये वक्त असामाजिक तत्वों के बाहर घूमते हुए शिकार करने का ज्यादा होता है …. लेकिन आज….आज तो मुझे जाना ही होगा …मां को ढाढस बंधाकर आई हूं …..मुझे बेटी नही बेटा मानते है मेरे मां बाबूजी तो मैं कैसे पीछे हट सकती हूं…..लेकिन मन मे अक्सर अकेली लडकियों के साथ होती वारदातों की खबरें रमा के मन की आशंकाओं को और बढा रही थी ….लेकिन वो हिम्मत करते हुए अपनी गली से बाहर सडक की ओर जाने लगी….अरे रुको….कौन हो तुम….पीछे से आवाज सुनाई दी….रमा ने घबराकर पीछे की ओर देखा तो गली के नुक्कड़ पर महीने भर पहले रहने आए नये पडोसी जो कि रिक्शा चलाते है को खडा पाया ….अरे तुम तो हमारी गली के दीनानाथ भैया की बिटिया हो ना ….कहां जा रही हो इतनी रात गए…काका वो…. बाबूजी की तबीयत खराब है अस्पताल लेकर जाना है कोई सवारी ढूंढने ….. क्या ….दीनानाथ भैया की तबीयत खराब है बिटिया तुम घर चलो वापसी…. कहकर वह जंजीर से बंधे अपने रिक्शा को खोलने लगे….रमा तुरंत घर पहुंची बाबूजी को सहारा देकर उठाने की कोशिश कर ही रही थी कि रिक्शेवाले काका अंदर आ गए ….आओ दीनानाथ भैया ….सहारा देते हुए दीनानाथ जी को पकडते हुए रिक्शेवाले ने कहा……अरे बिटिया …. भाभीजी…. कुछ नहीं है सब ठीक है …अभी डाक्टर के पास पहुंच जाएंगे……पिछली सीट पर तीनों को बिठाकर रिक्शा पर तेजी से पैडल मारकर खींचने लगा……।।

अस्पताल पहुंचकर रमा के साथ साथ डाक्टरों के आगे पीछे भागते हुए दीनानाथ जी को भर्ती कराया ….देखिए थोडा बीपी बढा हुआ था ….. डाक्टर ने उन्हें दवाओं सहित थोड़ा आराम करने के लिए कहा…..बेड के पास बैठी रमा को शाम की वो तस्वीरे आँखों के आगे नजर आ रही थी जब बगलवाली सावित्री आंटी अंकलजी के साथ खिलखिलाकर गाडी से उतरी थी ….तब ना तो गाडी खराब थी और ना अंकलजी की तबीयत…. बस …..देखिए ये इंजेक्शन मंगवा लीजिए डाक्टर ने एक पर्ची रमा की ओर बढाते हुए कहा….यहां लाइए डाक्टर साहब ….कहकर रिक्शा वाले ने पर्ची पकड ली …. तुम मम्मी पापा के साथ रहो हम अभी लेकर आए बिटिया…..और वह बाहर की ओर तेजी से निकल गया…रमा एकटक उसकी और देखती रही…..एक छोटा सा चद्दर वाले मकान में रहनेवाला रिक्शा वाला …. गली मे सभी के घर दो तीन मंजिला थे सभी के घरो मे मार्बल पत्थरों की सजावट थी तो किसी के यहां टाइल्स की …. बस वही एक घर अजीब सा लगता था झोपड़ी नुमा सीमेंट की चद्दरों से ढका हुआ ….कुछ ही देर मे….लो डाक्टर साहब…. अचानक रिक्शेवाले की आवाज ने उसकी तंद्रा भंग की …..डाक्टर ने इंजेक्शन लगाया …. और आराम करने के लिए कहकर चला गया ….सुबह छ बजे तक डाक्टर ने चार बार बीपी चेक किया तकरीबन सभी समय सुधार था सो डाक्टरों ने दीनानाथ जी को घर जाने की अनुमति दे दी ….वापसी भी रिक्शे पर लेकर रिक्शावाला बडी सावधानी से घरतक छोडकर जैसे ही चलने को हुआ रमा ने बटुआ निकालकर पांच सौ का नोट उसकी और बढाया…. लीजिए काका….ये क्या कर रही हो

बिटिया…..हम इनसब कामों के पैसे नही लेते ….. मतलब….. ये तो आपका काम है ना काका ….लीजिए …बिटिया….. हमारे परिवार के जीवन यापन के लिए हम सुबह से शामतक उस ऊपरवाले की दया से मेहनत करके कमा लेते है ज्यादा का लालच नही वो इंतजाम किए देता है हमारे पेट का और वैसे भी हम एक गली मे रहते है ऐसे हम और आप पडोसी हुए और वो पडोसी किस काम का जो ऐसी स्थिति में भी साथ ना दे ….. कहकर रमा के सिरपर हाथ रखकर वो चलने लगा …..रमा भीगी हुई आँखें पोछते हुए ऊपरवाले की ओर देखकर बोली …. आप जैसे भगवान रुपी पडोसी ईश्वर हर घर के पास रहे….।

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