धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- परोपकार का फल*


*आज का पंचांग*

*दिनाँक:-18/12/2023, सोमवार*
*षष्ठी, शुक्ल पक्ष,*
*मार्गशीर्ष*
(समाप्ति काल)

तिथि————- षष्ठी 15:13:24 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र——– शतभिषा 25:20:45
योग————– वज्र 21:30:26
करण———– तैतुल 15:13:24
करण————– गर 26:08:10
वार———————– सोमवार
माह———————- मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि——————– कुम्भ
सूर्य राशि——————— धनु
रितु————————- हेमंत
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 07:04:53
सूर्यास्त—————- 17:26:24
दिन काल————- 10:21:30
रात्री काल————- 13:39:02
चंद्रोदय————— 11:36:44
चंद्रास्त—————- 23:12:28
लग्न—- धनु 1°40′ , 241°40′
सूर्य नक्षत्र——————– मूल
चन्द्र नक्षत्र—————- शतभिषा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

गो—- शतभिषा 08:29:10

सा—- शतभिषा 14:05:36

सी—- शतभिषा 19:42:47

सू—- शतभिषा 25:20:45

से—- पूर्वा भाद्रपदा 30:59:33

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 01:30, ज्येष्ठा 1 ये
चन्द्र=कुम्भ 09:30 , शतभिषा 1 गो
बुध =धनु 12:53′ मूल 4 भी
शु क्र=तुला 21°05, विशाखा’ 1 ती
मंगल=वृश्चिक 22 °30 ‘ ज्येष्ठा’ 2 या
गुरु=मेष 11°30 ‘ अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 08°40 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मीन 27°30 रेवती , 4 ची
केतु=(व) कन्या 27°30 चित्रा , 2 पो

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 08:23 – 09:40 अशुभ
यम घंटा 10:58 – 12:16 अशुभ
गुली काल 13:33 – 14: 51अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:36 शुभ
दूर मुहूर्त 12:36 – 13:18 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:41 – 15:22 अशुभ
वर्ज्यम 09:36 – 11:06 अशुभ

🚩पंचक अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 07:05 – 08:23 शुभ
काल 08:23 – 09:40 अशुभ
शुभ 09:40 – 10:58 शुभ
रोग 10:58 – 12:16 अशुभ
उद्वेग 12:16 – 13:33 अशुभ
चर 13:33 – 14:51 शुभ
लाभ 14:51 – 16:09 शुभ
अमृत 16:09 – 17:26 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 17:26 – 19:09 शुभ
रोग 19:09 – 20:51 अशुभ
काल 20:51 – 22:34 अशुभ
लाभ 22:34 – 24:16* शुभ
उद्वेग 24:16* – 25:58* अशुभ
शुभ 25:58* – 27:41* शुभ
अमृत 27:41* – 29:23* शुभ
चर 29:23* – 31:05* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 07:05 – 07:57
शनि 07:57 – 08:48
बृहस्पति 08:48 – 09:40
मंगल 09:40 – 10:32
सूर्य 10:32 – 11:24
शुक्र 11:24 – 12:16
बुध 12:16 – 13:07
चन्द्र 13:07 – 13:59
शनि 13:59 – 14:51
बृहस्पति 14:51 – 15:43
मंगल 15:43 – 16:35
सूर्य 16:35 – 17:26

🚩होरा, रात
शुक्र 17:26 – 18:35
बुध 18:35 – 19:43
चन्द्र 19:43 – 20:51
शनि 20:51 – 21:59
बृहस्पति 21:59 – 23:08
मंगल 23:08 – 24:16
सूर्य 24:16* – 25:24
शुक्र 25:24* – 26:32
बुध 26:32* – 27:41
चन्द्र 27:41* – 28:49
शनि 28:49* – 29:57
बृहस्पति 29:57* – 31:05

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

धनु > 05:56 से 08:02 तक
मकर > 08:02 से 09:52 तक
कुम्भ > 09:52 से 11:20 तक
मीन > 11:20 से 12:52 तक
मेष > 12:52 से 14:32 तक
वृषभ > 14:32 से 16:26 तक
मिथुन > 16:26 से 18:42 तक
कर्क > 18:42 से 21:00 तक
सिंह > 21:00 से 23:14 तक
कन्या > 23:14 से 01:24 तक
तुला > 01:24 से 03:30 तक
वृश्चिक > 03:40 से 05:52 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

6 + 2 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*स्कंध षष्ठी*

*श्रीराम कलेवा*

*घासीदास जयंती*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

मूर्खश्चिरायुर्जातोऽपि तस्माज्जातमृतो वरः ।
मृतः स चाऽल्पदुःखाय यावज्जीवं जडोदहेत् ।।
।। चा o नी o।।

एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्ख दीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षण के लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप को जिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

यावानर्थ उदपाने सर्वतः सम्प्लुतोदके ।,
तावान्सर्वेषु वेदेषु ब्राह्मणस्य विजानतः ॥,

सब ओर से परिपूर्ण जलाशय के प्राप्त हो जाने पर छोटे जलाशय में मनुष्य का जितना प्रयोजन रहता है, ब्रह्म को तत्व से जानने वाले ब्राह्मण का समस्त वेदों में उतना ही प्रयोजन रह जाता है॥,46॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
यात्रा में अपनी वस्तुओं को संभालकर रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। अधीनस्थों की ओर ध्यान दें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। विवाद न करें।

🐂वृष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

👫🏻मिथुन
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें। नए अनुबंध होंगे। झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है।

🦀कर्क
दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे। समय ठीक नहीं है। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें।

🐅सिंह
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी।

🙎🏻‍♀️कन्या
व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। राजकीय काम बनेंगे। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। संतान से मदद मिलेगी। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

⚖तुला
राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। वाणी पर संयम रखें। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से बचें।

🦂वृश्चिक
वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी।

🏹धनु
मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

🐊 मकर
व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

🍯कुंभ
आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। मेहनत का फल मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। संतान से कष्ट रहेगा।

🐟मीन
प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।

1️⃣8️⃣❗1️⃣2️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣3️⃣

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*

*!! परोपकार का फल !!*
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एक बार एक गाँव में कुछ ग्रामीण मिलकर एक सांप को मार रहे थे, तभी उसी रस्ते से संत एकनाथ का निकलना हुआ। भीड़ को देख संत एकनाथ भी वहां आ पहुंचे, बोले – भाइयों इस प्राणी को क्यों मार रहे हो, कर्मवश सांप होने से क्या यह भी तो एक आत्मा है। तभी भीड़ में खड़े एक युवक ने कहा – “आत्मा है तो फिर काटता क्यों है ?” व्यक्ति की बात सुनकर संत एकनाथ ने कहा – तुम लोग सांप को बेवजह मरोगे तो वह भी तुम्हे कटेगा ही, अगर तुम सांप को नहीं मरोगे तो वह भी तुम्हें क्यों काटेगा। ग्रामीण संत एकनाथ का काफी आदर सम्मान करते थे इसलिए संत की बात सुनकर लोगों ने सांप को छोड़ दिया।

कुछ दिनों बाद एकनाथ शाम के वक़्त घाट पर स्नान करने जा रहे थे। तभी उन्हें रास्ते में सामने फन फैलाए एक सांप दिखाई दिया। संत एकनाथ ने सांप को रास्ते से हटाने की काफी कोशिश की लेकिन वह टस से मस न हुआ। आखिर में एकनाथ मुड़कर दुसरे घाट पर स्नान करने चले गए। उजाला होने पर लौटे तो देखा, बरसात के कारण वहां एक गड्डा हो गया था, अगर सांप ने ना बचाया होता तो संत एकनाथ उस गड्ढे में कब के समां चुके होते।

*शिक्षा :-*
इसीलिए कहा गया है, दया और परोपकार हमेशा अच्छे फल लेकर ही आते हैं।

*सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*
*जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।।*
✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️

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जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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