धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- सच्चे दोस्त*


*आज का पञ्चांग*

*दिनाँक:-10/01/2024, बुधवार*
*चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष,*
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———- चतुर्दशी 20:10:19 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र————- मूल 19:39:06
योग————– ध्रुव 21:16:21
करण——- विष्टि भद्र 09:21:39
करण———– शकुनी 20:10:19
करण——— चतुष्पद 30:51:28
वार———————— बुधवार
माह————————– पौष
चन्द्र राशि——————– धनु
सूर्य राशि——————— धनु
रितु———————— शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 07:12:28
सूर्यास्त—————- 17:40:42
दिन काल————- 10:28:14
रात्री काल————- 13:31:47
चंद्रास्त—————- 16:21:29
चंद्रोदय—————- 31:07:27
लग्न—- धनु 25°6′ , 265°6′
सूर्य नक्षत्र————— पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र——————— मूल
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

यो—- मूल 08:29:05

भा—- मूल 14:05:07

भी—- मूल 19:39:06

भू—- पूर्वाषाढा 25:11:13

धा—- पूर्वाषाढा 30:41:37

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 25:30, पूo षाo 4 ढा
चन्द्र=धनु 05:30 , ज्येष्ठा 2 यो
बुध =धनु 01:53′ मूल 1 ये
शु क्र=वृश्चिक 19°05, ज्येष्ठा ‘ 1 नो
मंगल=धनु 09 °30 ‘ मूल ‘ 3 भा
गुरु=मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 09°40 ‘ शतभिषा ,1 गो
राहू=(व) मीन 26°15 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 26°15 चित्रा , 1 पे

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 12:27 – 13:45 अशुभ
यम घंटा 08:31 – 09:50 अशुभ
गुली काल 11:08 – 12: 27अशुभ
अभिजित 12:06 – 12:48 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:06 – 12:48 अशुभ
वर्ज्यम 18:10 – 19:39 अशुभ

🚩गंड मूल 07:12 – 19:39 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 07:12 – 08:31 शुभ
अमृत 08:31 – 09:50 शुभ
काल 09:50 – 11:08 अशुभ
शुभ 11:08 – 12:27 शुभ
रोग 12:27 – 13:45 अशुभ
उद्वेग 13:45 – 15:04 अशुभ
चर 15:04 – 16:22 शुभ
लाभ 16:22 – 17:41 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 17:41 – 19:22 अशुभ
शुभ 19:22 – 21:04 शुभ
अमृत 21:04 – 22:45 शुभ
चर 22:45 – 24:27* शुभ
रोग 24:27* – 26:08* अशुभ
काल 26:08* – 27:50* अशुभ
लाभ 27:50* – 29:31* शुभ
उद्वेग 29:31* – 31:13* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 07:12 – 08:05
चन्द्र 08:05 – 08:57
शनि 08:57 – 09:50
बृहस्पति 09:50 – 10:42
मंगल 10:42 – 11:34
सूर्य 11:34 – 12:27
शुक्र 12:27 – 13:19
बुध 13:19 – 14:11
चन्द्र 14:11 – 15:04
शनि 15:04 – 15:56
बृहस्पति 15:56 – 16:48
मंगल 16:48 – 17:41

🚩होरा, रात
सूर्य 17:41 – 18:48
शुक्र 18:48 – 19:56
बुध 19:56 – 21:04
चन्द्र 21:04 – 22:11
शनि 22:11 – 23:19
बृहस्पति 23:19 – 24:27
मंगल 24:27* – 25:34
सूर्य 25:34* – 26:42
शुक्र 26:42* – 27:50
बुध 27:50* – 28:57
चन्द्र 28:57* – 30:05
शनि 30:05* – 31:13

,*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

धनु > 04:24 से 06:34 तक
मकर > 06:34 से 08:30 तक
कुम्भ > 08:30 से 09:48 तक
मीन > 09:48 से 11:18 तक
मेष > 11:18 से 13:00 तक
वृषभ > 13:00 से 14:58 तक
मिथुन > 14:58 से 17:10 तक
कर्क > 17:10 से 19:30 तक
सिंह > 19:30 से 21:42 तक
कन्या > 21:42 से 23:56 तक
तुला > 23:56 से 02:02 तक
वृश्चिक > 02:02 से 04:20 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 14 + 4 + 1 = 34 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

29 + 29 + 5 = 63 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 09:15 तक समाप्त

पाताल लोक =धनलाभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*शशिमोहन दास जी महाराज जयंती महोत्सव*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

सर्वौषधीनाममृतं प्रधानम्
सर्वेषु सौख्येष्वशनं प्रधानम् ।
सर्वेन्द्रियाणां नयनं प्रधानं
सर्वेषु गात्रेषु शिरः प्रधानम्।।
।। चा o नी o।।

अमृत सबसे बढ़िया औषधि है.
इन्द्रिय सुख में अच्छा भोजन सर्वश्रेष्ठ सुख है.
नेत्र सभी इन्द्रियों में श्रेष्ठ है.
मस्तक शरीर के सभी भागो मे श्रेष्ठ है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

तस्माद्यस्य महाबाहो निगृहीतानि सर्वशः ।,
इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता ॥,

इसलिए हे महाबाहो! जिस पुरुष की इन्द्रियाँ इन्द्रियों के विषयों में सब प्रकार निग्रह की हुई हैं, उसी की बुद्धि स्थिर है॥,68॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
घर बाहर पूछ-परख रहेगी। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। नौकरी में प्रमोशन मिलने के योग हैं। निवेश शुभ रहेगा। सभी कार्य समय पर पूरे होंगे। नया काम करने का मन बनेगा। यात्रा की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। थोड़े प्रयास से काम बनेंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे।

🐂वृष
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों से विवाद हो सकता है। नौकरी में तनान रहेगा। कार्यभार रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यवसाय में सुधार आएगा। आय में निश्चितता रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। अपनों का व्यवहार विपरीत होगा।

👫मिथुन
अध्ययन में मन लगेगा। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। किसी अनहोनी होने की आशंका रहेगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। झंझटों से दूर रहें। शारीरिक पीड़ा से परेशानी हो सकती है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे।

🦀कर्क
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही भारी पड़ेगी। विशेषकर गृहिणियां सावधानी रखें। बेवजह क्रोध न करें। बात बिगड़ेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। कीमती वस्तुएं गुम हो सकती हैं। लेन-देन में सावधानी रखें। अपेक्षानुरूप कार्य न होने से चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

🐅सिंह
कार्य की बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। नौकरी में तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय बढ़ेगी। प्रसन्नता बनी रहेगी। तीर्थयात्रा तथा सत्संग लाभ के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। राजकीय सहयोग मिलेगा।

🙍‍♀️कन्या
आय के स्रोतों में वृद्धि के योग हैं। योजना फलीभूत होगी। भाग्य अनुकूल है। प्रयास करते रहें। लाभार्जन में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार मनोनुकूल रहेगा। नौकरी में तनाव रह सकता है। परिवार में स्वास्थ्य पर अधिक व्यय हो सकता है। आशंका-कुशंका रहेगी। जल्दबाजी में कोई भी निर्णय न लें।

⚖️तुला
आवश्यक बातों पर जल्दबाजी में निर्णय न लें। मेहनत का प्रभाव स्वास्थ्‍य पर पड़ेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। मित्रों से मुलाकात होगी। लाभ होगा। राजकीय बाधा से तनाव रह सकता है। जल्दबाजी न करें। समय पर सहयोग नहीं मिलेगा।

🦂वृश्चिक
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। सावधानी रखें। डूबी हुई रकम प्राप्त होने के योग बनते हैं। यात्रा से लाभ होगा। शत्रुओं का पराभव होगा। विवाद से बचें। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर सहयोग व प्रसन्नता रहेगी। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। किसी अपने वाले का व्यवहार समझ में न आएगा। शांति बनाए रखें।

🏹धनु
किसी बड़े के खर्च के होने के योग हैं। यात्रा में जल्दबाजी न करें। दूसरों से अपेक्षा न करें। सहयोग नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में कमी रह सकती है। धैर्य रखें। समय जल्दी ही बदलेगा। लाभ होगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं।

🐊मकर
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए कार्य मिल सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में उच्चाधिकारियों का सहयोग व प्रसन्नता प्राप्त होंगे। भाग्य अनुकूल है, लाभ लें। आशंका से बाधा संभव है। परिवार के साथ समय सुखमय गुजरेगा। व्यस्तता रहेगी। झंझटों में न पड़ें।

🍯कुंभ
घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार व आय में वृद्धि होगी। नए प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। घर-बाहर सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। जल्दबाजी में निर्णय न लें। व्यवसाय ठीक चलेगा। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी कार्य की चिंता अधिक हो सकती है।

🐟मीन
बुद्धि से कार्य करें। कार्यसिद्धि होगी। पारिवारिक रिश्तेदार मिलने घर आ सकते हैं। व्यय होगा। अच्छे समाचार मिलेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। धनार्जन सहज ही होगा। क्रोध न करें। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। पीठ पीछे षड्यंत्र रच सकते हैं। शत्रुता बढ़ेगी। चोट व रोग से हानि के योग हैं।

1️⃣0️⃣❗0️⃣1️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣4️⃣

*♨️आज की प्रेरणा प्रसंग ♨️*

*🌷सच्चे दोस्त🌷*

मोहन अचानक उन चारों को होटल में बैठा देख कर हड़बड़ा सा गया…. अरे ये तो मेरे स्कूल के दोस्त है।राजू, किशन, जगदीश और वो आकाश है ,ये सब यहां,मिलूं क्या इन सब से , नहीं मोहन पागल है क्या ? देख इन सबको वो सभी सूटबूट मे है, लगता है कामयाब आदमी बन गए है और तू …. तू … यहां एक छोटे से होटल में एक मामूली सा वेटर, पहचानेगे भी वो और अगर पहचान भी लिया तो चारों तुझ पर हंसेंगे, नहीं मोहन नहीं।पर अब यहां ये हमारे होटल के कस्टमर है और मैं यहां का वेटर, तो आर्डर तो मुझे ही लेना और खाना भी मुझे ही परोसना होगा , खैर ….
मेरा काम है और पापा कहते थे कोई भी मेहनत वाला काम छोटा या शर्मिंदगी वाला नहीं होता । आज लगभग 15 सालों बाद मोहन के स्कूल के चारों दोस्त उसके सामने थे।मोहन ने चारों से आर्डर लिया और अपने काम को बखूबी अंजाम देते हुए खाना परोसने लगा,चारों ने उसकी और देखा तक नहीं , लगभग सभी अपने अपने मोबाइल फोन पर व्यस्त थे । पिता के आकस्मिक निधन के चलते मोहन अपनी दसवीं की पढ़ाई भी पूरी नही कर पाया था, मोहन को लगा था उसके जिगरी दोस्त उसे पहचान जाऐंगे लेकिन उन्होंने उसे पहचानने का प्रयास भी नही किया। वे चारों खाना खा कर बिल चुका कर चले गये।

मोहन को लगा उन चारों ने शायद उसे पहचाना नहीं या उसकी गरीबी देखकर जानबूझ कर कोशिश नहीं की….उसने एक गहरी लंबी सांस ली और टेबल साफ करने लगा। वो टिश्यु पेपर उठाकर कचरे मे डलने ही वाला था की उसपर कुछ लिखा हुआ सा दिखा,ओह…..शायद उन्होने उस पे कुछ जोड़-घटाया …

अचानक उसकी नजर उस पर लिखे हुए शब्दों पर पड़ी, जिस पर लिखा था – अबे साले तू हमे खाना खिला रहा था तो तुझे क्या लगा तुझे हम पहचानें नही, अबे 15 साल क्या अगले जनम बाद भी मिलता तो तुझे पहचान लेते, तुझे टिप देने की हिम्मत हममे नही थी। देख हमने पास ही फैक्ट्री के लिये जगह खरीदी है और अब हमारा इधर आन-जाना तो लगा ही रहेगा,आज तेरा इस होटल का आखरी दिन है,हमारे फैक्ट्री की कैंटीन कौन चलाएगा बे….
तू चलायेगा ना….

अबे तुझसे अच्छा पार्टनर और कहां मिलेगा,याद हैं ना स्कूल के दिनों मे हम पांचो एक दुसरे का टिफिन खा जाते थे,आज के बाद रोटी भी मिल बाँट कर साथ-साथ खाएंगे।
मोहन की आंखें भर आई, उसने डबडबाई आँखों से आसमान की तरफ देखा और उस पेपर को होंठो से लगाकर करीने से दिल के पास वाली जेब मे रख लिया…
मेरे दोस्तो…. सच्चे दोस्त वही तो होते है जो दोस्त की कमजोरी नही सिर्फ दोस्त देख कर ही खुश हो जाते है,
अच्छे दोस्त किस्मत से मिलते है
हमेशा अपने अच्छे दोस्त की कद्र करे।

*”दोस्तों दोस्त वादे नहीं करते, फिर भी हर मोड़ पे अपनी यारी निभाते है…..”.*

मोहन सोच रहा था जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है तो ऊपरवाला किसी ना किसी को सहारे के लिए जरूर भेज देता है ।

*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है,वो पर्याप्त है।।*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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