*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- जंगल का स्कूल*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:- 11/01/2024, गुरुवार*
*अमावस्या, कृष्ण पक्ष,*
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———— अमावस्या 17: 26:24 तक
पक्ष————————— कृष्ण
नक्षत्र—————- पूर्वाषाढा 17:37:55
योग——————- व्याघात 17:47:56
करण——————— नाग 17:26:24
करण—————- किन्स्तुघ्न 27:56:26
वार————————— गुरूवार
माह————————– पौष
चन्द्र राशि—————- धनु 23:04:10
चन्द्र राशि——————— मकर
सूर्य राशि———————- धनु
रितु————————— शिशिर
आयन————————- उत्तरायण
संवत्सर———————– शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ————- पिंगल
विक्रम संवत——————- 2080
गुजराती संवत—————– 2080
शक संवत——————— 1945
कलि संवत——————– 5124
सूर्योदय———————– 07:12:30
सूर्यास्त———————— 17:41:29
दिन काल——————— 10:28:58
रात्री काल——————— 13:31:02
चंद्रास्त———————— 17:29:18
चंद्रोदय———————— 31:31:42
लग्न————— धनु 26°7′, 266°7′
सूर्य नक्षत्र——————— पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र——————— पूर्वाषाढा
नक्षत्र पाया——————— ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
फा—————— पूर्वाषाढा 12:10:27
ढा—————— पूर्वाषाढा 17:37:55
भे—————— उत्तराषाढा 23:04:10
भो—————— उत्तराषाढा 28:29:23
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= धनु 26:30, पूo षाo 4 ढा
चन्द्र=धनु 20:30 , ज्येष्ठा 3 फा
बुध =धनु 02:53′ मूल 1 ये
शु क्र=वृश्चिक 20°05, ज्येष्ठा ‘ 1 नो
मंगल=धनु 10 °30 ‘ मूल ‘ 4 भी
गुरु=मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
शनि=कुम्भ 10°40 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मीन 26°15 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 26°15 चित्रा , 1 पे
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 13:46 – 15:04 अशुभ
यम घंटा 07:13 – 08:31 अशुभ
गुली काल 09:50 – 11:08 अशुभ
अभिजित 12:06 – 12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 10:42 – 11:24 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:54 – 15:36 अशुभ
वर्ज्यम 24:53* – 26:19* अशुभ
💮चोघडिया, दिन
शुभ 07:13 – 08:31 शुभ
रोग 08:31 – 09:50 अशुभ
उद्वेग 09:50 – 11:08 अशुभ
चर 11:08 – 12:27 शुभ
लाभ 12:27 – 13:46 शुभ
अमृत 13:46 – 15:04 शुभ
काल 15:04 – 16:23 अशुभ
शुभ 16:23 – 17:41 शुभ
🚩चोघडिया, रात
अमृत 17:41 – 19:23 शुभ
चर 19:23 – 21:04 शुभ
रोग 21:04 – 22:46 अशुभ
काल 22:46 – 24:27* अशुभ
लाभ 24:27* – 26:08* शुभ
उद्वेग 26:08* – 27:50* अशुभ
शुभ 27:50* – 29:31* शुभ
अमृत 29:31* – 31:13* शुभ
💮होरा, दिन
बृहस्पति 07:13 – 08:05
मंगल 08:05 – 08:57
सूर्य 08:57 – 09:50
शुक्र 09:50 – 10:42
बुध 10:42 – 11:35
चन्द्र 11:35 – 12:27
शनि 12:27 – 13:19
बृहस्पति 13:19 – 14:12
मंगल 14:12 – 15:04
सूर्य 15:04 – 15:57
शुक्र 15:57 – 16:49
बुध 16:49 – 17:41
🚩होरा, रात
चन्द्र 17:41 – 18:49
शनि 18:49 – 19:57
बृहस्पति 19:57 – 21:04
मंगल 21:04 – 22:12
सूर्य 22:12 – 23:19
शुक्र 23:19 – 24:27
बुध 24:27* – 25:35
चन्द्र 25:35* – 26:42
शनि 26:42* – 27:50
बृहस्पति 27:50* – 28:57
मंगल 28:57* – 30:05
सूर्य 30:05* – 31:13
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 04:20 से 06:30 तक
मकर > 06:30 से 08:26 तक
कुम्भ > 08:26 से 09:44 तक
मीन > 09:44 से 11:14 तक
मेष > 11:14 से 12:56 तक
वृषभ > 12:56 से 14:54 तक
मिथुन > 14:54 से 17:06 तक
कर्क > 17:06 से 19:26 तक
सिंह > 19:26 से 21:38 तक
कन्या > 21:38 से 23:52 तक
तुला > 23:52 से 01:58 तक
वृश्चिक > 01:58 से 04:10 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
लाभ में व्यापार करें।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें।
*💮दिशा शूल ज्ञान—————-दक्षिण*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते हैl
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु चl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय:ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं।।*
*महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत्।।*
15 + 15 + 5 + 1 = 36 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक हैl
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
30 + 30 + 5 = 65 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सन्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*पौषी अमावस्या*
*देवपितृ कार्य अमावस्या*
*लालबहादुर शास्त्री पुण्य तिथि*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
विद्यार्थी सेवकः पान्थः क्षुधार्तो भयकातरः।
भाण्डारी प्रतिहारी च सप्त सुप्तान् प्रबोधयेत्।।
।। चा o नी o।।
इन सातो को जगा दे यदि ये सो जाए…
१. विद्यार्थी
२. सेवक
३. पथिक
४. भूखा आदमी
५. डरा हुआ आदमी
६. खजाने का रक्षक
७. खजांची
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: सांख्ययोग अo-02
या निशा सर्वभूतानां तस्यां जागर्ति संयमी।,
यस्यां जाग्रति भूतानि सा निशा पश्यतो मुनेः॥,
सम्पूर्ण प्राणियों के लिए जो रात्रि के समान है, उस नित्य ज्ञानस्वरूप परमानन्द की प्राप्ति में स्थितप्रज्ञ योगी जागता है और जिस नाशवान सांसारिक सुख की प्राप्ति में सब प्राणी जागते हैं, परमात्मा के तत्व को जानने वाले मुनि के लिए वह रात्रि के समान है॥,69॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत।।
🐏मेष –
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त हो सकता है। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों के साथ मजोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। झंझटों से दूर बनाए रखें।
🐂वृष –
सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। बाहर जाने का मन बनेगा। परिवार के साथ जीवन सुखमय गुजरेगा। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों से अपेक्षा न करें।
👫मिथुन –
अपेक्षित कार्यों में बाधा होगी। तनाव रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास हानि का कारण बनेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। शोक समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण रहेगा। व्यय होगा। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।
🦀कर्क –
अपेक्षित कार्यों में विलंब होने से तनाव रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। कीमती वस्तुएं गुम हो सकती हैं। जल्दबाजी व लापरवाही न करें। लाभ में कमी रहेगी। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। कर्ज लेना पड़ सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। स्वास्थ्य पर खर्च होगा।
🐅सिंह –
रुका हुआ धन प्राप्त होने की संभावना है। यात्रा लाभदायक रहेगी। आय में वृद्धि होगी। भाइयों का सहयोग आत्मशांति देगा। शत्रु पस्त होंगे। नौकरी में अधिकारी आप पर ध्यान देंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। व्यापार वृद्धि के लिए प्रयास हो सकते हैं। समय अनुकूल है। विवाद को बढ़ावा न दें।
🙍♀️कन्या –
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। वरिष्ठजनों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। भाग्य अनुकूल है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस हो सकती है। घर के वृद्धजनों के स्वास्थ्य पर व्यय होगा। जल्दबाजी न करें। लाभ होगा।
⚖️तुला –
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी न करें। जीवनसाथी से तनाव रह सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी अन्य व्यक्ति के उकसावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। झंझटों से दूर रहें। निवेश करने का सही समय नहीं है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। आय में कमी तथा तनाव रहेगा।
🦂वृश्चिक –
परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। प्रमाद न करें। तीर्थदर्शन सुलभ हो सकते हैं। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। नौकरी में तनाव रहेगा। कार्यभार बढ़ सकता है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। शत्रु सक्रिय रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🏹धनु –
कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। व्यापार वृद्धि के लिए योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। लाभ में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। किसी जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। पारिवारिक चिंता रहेगी। आशंका-कुशंका बने रहेंगे।
🐊मकर –
भेंट व उपहार की प्राप्ति से मान बढ़ेगा। बेरोजगारी दूर होने के योग हैं। यात्रा लाभदायक रहेगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। बड़ा काम करने का मन बनेगा। भाग्य का साथ मिलता रहेगा।
🍯कुंभ –
संपत्ति के कार्य लाभप्रद रहेंगे। कोई बड़ा कार्य हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाइयों से सहयोग प्राप्त होगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। लापरवाही से कोई भी कार्य न करें। चोट व दुर्घटना का भय है। आशंका-कुशंका रहेगी। विवाद से बचें।
🐟मीन –
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। कार्यों में गति आएगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त होगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। शत्रुओं से सावधान रहें।
*🌳 जंगल का स्कूल 🌳*
हुआ यूँ कि जंगल के राजा शेर ने ऐलान कर दिया
कि अब आज के बाद कोई अनपढ़ न रहेगा।
हर पशु को अपना बच्चा स्कूल भेजना होगा।
राजा साहब का स्कूल पढ़ा-लिखाकर सबको सर्टिफिकेट बांटेगा।
सब बच्चे चले स्कूल।
हाथी का बच्चा भी आया,
शेर का भी, बंदर भी आया
और मछली भी, खरगोश भी
आया तो कछुआ भी,
ऊँट भी और जिराफ भी।
प्रथम टेस्ट(परीक्षा)
हुआ तो हाथी का बच्चा फेल।
“किस विषय में फेल हो गया जी?”
“पेड़ पर चढ़ने में फेल हो गया,
हाथी का बच्चा।”
“अब का करें?”
“ट्यूशन दिलवाओ,
कोचिंग में भेजो।”
अब हाथी की जिन्दगी का एक ही मक़सद था
कि हमारे बच्चे को पेड़ पर चढ़ने में टॉप कराना है।
किसी तरह साल बीता।
अंतिम रिजल्ट आया तो हाथी,
ऊँट, जिराफ सब के बच्चे फेल हो गए।
बंदर की औलाद प्रथम आयी।
Principal ने मंच पर बुलाकर मेडल दिया।
बंदर ने उछल-उछल के कलाबाजियाँ दिखाकर
गुलाटियाँ मार कर खुशी का इजहार किया।
उधर अपमानित महसूस कर रहे हाथी,
ऊँट और जिराफ ने अपने-अपने बच्चे कूट दिये।
नालायकों,
इतने महँगे स्कूल में पढ़ाते हैं तुमको |
ट्यूशन-कोचिंग सब लगवाए हैं।
फिर भी आज तक तुम पेड़ पर चढ़ना नहीं सीखे।
सीखो, बंदर के बच्चे से सीखो कुछ,
पढ़ाई पर ध्यान दो।
फेल हालांकि मछली भी हुई थी।
बेशक़ तैराकी में प्रथम आयी थी
पर बाकी विषय में तो फेल ही थी।
मास्टरनी बोली,
“आपकी बेटी के साथ
उपस्थिति की समस्या है।
मछली ने बेटी को आँखें दिखाई!
बेटी ने समझाने की कोशिश की कि,
“माँ, मेरा दम घुटता है इस स्कूल में।
मैं साँस ही नहीं ले पाती।
मुझे नहीं पढ़ना इस स्कूल में।
हमारा स्कूल तो तालाब में होना चाहिये न?”
मां – नहीं, ये राजा का स्कूल है।
तालाब वाले स्कूल में भेजकर मुझे
अपनी बेइज्जती नहीं करानी।
समाज में कुछ इज्जत Reputation है मेरी।
तुमको इसी स्कूल में पढ़ना है।
पढ़ाई पर ध्यान दो।”
हाथी, ऊँट और जिराफ अपने-अपने बच्चों को
पीटते हुए ले जा रहे थे।
रास्ते में बूढ़े बरगद ने पूछा,
“क्यों पीट रहे हो, बच्चों को?”
जिराफ बोला,
“पेड़ पर चढ़ने में फेल हो गए?”
बूढ़ा बरगद सोचने के बाद पते की बात बोला,
“पर इन्हें पेड़ पर चढ़ाना ही क्यों है ?”
उसने हाथी से कहा,
“अपनी सूंड उठाओ और सबसे ऊँचा फल तोड़ लो।
जिराफ तुम अपनी लंबी गर्दन उठाओ और
सबसे ऊँचे पत्ते तोड़-तोड़ कर खाओ।”
ऊँट भी गर्दन लंबी करके फल पत्ते खाने लगा।
हाथी के बच्चे को क्यों चढ़ाना चाहते हो पेड़ पर?
मछली को तालाब में ही सीखने दो न?
दुर्भाग्य से आज स्कूली शिक्षा का पूरा चक्र और सिलेबस सिर्फ बंदर के बच्चे के लिये ही डिज़ाइन है।
इस स्कूल में 35 बच्चों की क्लास में
सिर्फ बंदर ही First आएगा।बाकी सबको फेल होना ही है।
हर बच्चे के लिए अलग Syllabus,अलग Subject
और अलग स्कूल चाहिये।
हाथी के बच्चे को पेड़ पर चढ़ाकर
अपमानित मत करो।
जबर्दस्ती उसके ऊपर फेलियर का
ठप्पा मत लगाओ।
ठीक है,
बंदर का उत्साहवर्धन करो पर शेष
34 बच्चों को नालायक,
कामचोर, लापरवाह,
Duffer, Failure
घोषित मत करो।
मछली बेशक़ पेड़ पर न चढ़ पाये
पर एक दिन वो पूरा समंदर नाप देगी।
*बन्धुओ बहनों:-* अपने बच्चों की क्षमताओं व प्रतिभा की कद्र करिये, चाहे वह पढ़ाई, खेल, नाच, गाने, कला, अभिनय, व्यापार, खेती, बागवानी, मकेनिकल, किसी भी क्षेत्र में हो और उन्हें उसी दिशा में अच्छा करने दें |
जरूरी नहीं कि सभी बच्चे पढ़ने में ही अव्वल हो! बस जरूरत हैं उनमें अच्छे संस्कार व नैतिक
मूल्यों की जिससे बच्चे गलत रास्ते नहीं चुने l
ध्यान रखियेगा की आपके बच्चे भी आपसे ही सीखेंगे अब ये आपके ऊपर निर्भर है कि आप उन्हें क्या सिखाना पसन्द करेंगे..!!