*ऋषिकेश -अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर धर्म नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया*
देव भूमि जे के न्यूज 22/01/2024, ऋषिकेश –
प्रभु कीं कृपा भयउ सबु काजू।
जन्म हमार सुफल भा आजू॥
सुंदरकांड की इस चौपाई में हनुमान जी का भावार्थ यह है कि प्रभु ही विजयी हैं, वही विनय गुण रूपी सागर है, और उन्ही का यश तीनों लोकों में प्रकाशित है और प्रभु की कृपा से ही सब कार्य सिद्ध होते हैं और प्रभु की कृपा से ही जन्म सफल हुआ है। अर्थात जब प्रभु की कृपा होती है तो सारे काम हो जाते हैं। हिन्दू समाज के 500 वर्षों के तप के बाद आखिरकार सोमवार को प्रभु श्रीरामलला अपने नव्य-भव्य और दिव्य महल में सुशोभित हो गये हैं।
आज अयोध्या में रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के तमाम संतो महंतों और भक्तों ने विधि विधान से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को विधिवत संपन्न कराया।
इस अवसर पर पूरे देश में उत्साह का माहौल देखते ही बन रहा है। देश-विदेश में खासकर अपने देश भारत में शहर के तमाम शहर गांव मोहल्ला गली मोहल्ले दुल्हन की तरह सजाई गई है। कोई ऐसा देश का कोना नहीं जहां पर लोगों ने अपनी शक्ति और सामर्थ्य के अनुसार रामनवमी और दीपावली दोनों एक साथ मनाया । ऋषिकेश धर्म नगरी भी इससे अछूती नहीं रही, ऋषिकेश में तमाम मंदिर श्री भारत मंदिर,श्री जयराम आश्रम ,हनुमान मंदिर ,मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर माया कुंड, चंदेश्वर महादेव मंदिर, सोमेश्वर महादेव मंदिर, वीरभद्र महादेव मंदिर सहित समूचे शहर के मंदिरों , चौराहों को दुल्हन की तरह सजाया गया और इस ऐतिहासिक दिन के साक्षी सभी लोग बने।
धर्मानगर ऋषिकेश में क्षेत्र रोड बाजार, मुखर्जी मार्ग, लाजपत राय रोड, हरिद्वार रोड, देहरादून रोड, रेलवे रोड, लक्ष्मण झूला मार्ग, घाट रोड बाजार, त्रिवेणी घाट तमाम सड़कों को व्यापारी वर्गों ने सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दुल्हन की तरह सजाया। आज गोपाल मंदिर द्वारा भव्य शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से निकाली गई। जगह-जगह लोगों ने खीर हलवा , कढ़ी चावल व भंडारे लगाकर लोगों को प्रसाद वितरित किया।श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का को उत्साह पूर्वक मनाया। इतिहास में शायद पहली बार ऐसी सजावट भारत देश के प्रत्येक शहर और गांव में देखने को मिली। हर कोने पर हर चौराहे पर राम धुन- राम आयेंगे आयेंगे…. सुनने को मिला।
सचमुच आज का ये दिन इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
ऋषिकेश में सजावट की तस्वीरें –