*अंधविश्वास के चलते छः साल के बच्चे को गंगा में डुबोकर मार डाला -मां,बाप, मौसी गये जेल*
देव भूमि जे के न्यूज,हरिद्वार, हरिद्वार में यात्रियों और श्रद्धालुओं से भरी हरकी पैड़ी पर एक माता पिता और मौसी ने सरेआम गंगा में देर तक डुबो कर छः साल के बच्चे को मौत के घाट उतार दिया।
ये डरावनी और विभत्स घटना आज 24 जनवरी को दोपहर बाद घटी, दिल्ली में रहने वाले तीन लोग एक महिला और एक पुरुष खुद को मृतक बच्चे का परिवार बता रहे हैं।
ये परिवार बच्चे को लेकर हरिद्वार आया और हरकी पैड़ी पर पूजा-अर्चना कर ठीक हरकी पैड़ी पर पुरोहितों के तख्त के नीचे बच्चे को डुबोने लगा मालवीय घाट से बच्चे को डूबोता देख किसी यात्री ने बच्चे को डुबोने का विडियो बनाते हुए शोर भी मचाया, लेकिन बच्चे को डुबोने की जगह पर खडे लोगों ने भी बच्चे को छिनने और बचाने में इतनी देर कर दी की देर तक बच्चे के गंगा जल में डूबे रहने से उसका दम घुट गया और उसके प्राण पखेरू उड़ गए।
बच्चे को डुबो रही महिला ने बच्चे को बचाने आये लोगों पर हमला भी किया।
बताया जा रहा है कि पास खड़े दो लोग जो बच्चे को डुबोने के दृश्य पर बिना कोई आपत्ति किये पूजा अर्चना की मुद्रा में हाथ जोडे खड़े रहे।
आधुनिक वेशभूषा में लाल रंग की साड़ी पहने महिला ने पकडे जाने पर खासा तांडव भी मचाया, बच्चे को मृत देख तत्काल लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया, तब तक भीड़ ने जम कर उनकी पिटाई भी की।
पुलिस को महिला ने खुद को बच्चे की मौसी और साथ में स्त्री पुरुष को मां और बाप बताते हुए जो कहानी बताई उसके अनुसार बच्चा ब्लड कैंसर से पीड़ित था दो दिन पूर्व एम्स के डाक्टरों द्वारा बच्चे को घर ले जाने के लिए कहा तो वह लोग बच्चे को लेकर हरिद्वार हरकी पैड़ी लेकर आ गये जहां उन्होंने उक्त वारदात को अंज़ाम दिया।
अभी इन तमाम बातों की सच्चाई जानने का पुलिस प्रयास कर रही है, कई सवाल हैं, बच्चा किसका था, क्या सचमुच कैसर पीड़ित था या किसी कैसर पीड़ित के लिए उसकी बलि दी गई ।
मामला यदि तंत्र मंत्र से जुडा हुआ है तो कौन तांत्रिक सलाहकार था, महिला क्यों पागलों की तरह हंसते हुए चिल्ला रही थी ये अभी जिंदा हो जायेग,
फिलहाल सभी तीनों लोग पुलिस की हिरासत में हैं और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।