धर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- ब्रेक*


📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द……………………5125
विक्रम संवत्…………………..2080
शक संवत्……………………..1945
मास……………………………..माघ
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी…………………………..सप्तमी
प्रातः 08.56 पर्यंत पश्चात अष्टमी
रवि………………………….उत्तरायण
सूर्योदय………….प्रातः 06.58.47 पर
सूर्यास्त………….संध्या 06.23.16 पर
सूर्य राशि………………………..कुम्भ
चन्द्र राशि…………………………मेष
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र……………………………भरणी
प्रातः 08.47 पर्यंत पश्चात कृत्तिका
योग………………………………ब्रह्मा
दोप 03.13 पर्यंत पश्चात इंद्र
करण………………………….वणिज
प्रातः 08.56 पर्यंत पश्चात विष्टि
ऋतु…………………….(तप:) शिशिर
दिन……………………………शुक्रवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
16 फरवरी सन 2024 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक………………….7
🔯 शुभ रंग……………आसमानी

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.18 से 01.03 बजे तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल (अशुभ) :-*
प्रात: 11.16 से 12.40 तक ।

🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।

🌞 *उदय लग्न तालिका -*
*कुम्भ*
06:52:36 08:26:18
*मीन*
08:26:18 09:57:23
*मेष*
09:57:23 11:38:08
*वृषभ*
11:38:08 13:36:47
*मिथुन*
13:36:47 15:50:29
*कर्क*
15:50:29 18:06:39
*सिंह*
18:06:39 20:18:28
*कन्या*
20:18:28 22:29:07
*तुला*
22:29:07 24:43:45
*वृश्चिक*
24:43:45 26:59:55
*धनु*
26:59:55 29:05:32
*मकर*
29:05:32 30:52:36

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.26 से 09.50 तक लाभ
प्रात: 09.50 से 11.15 तक अमृत
दोप. 12.40 से 02.04 तक शुभ
सायं 04.54 से 06.18 तक चंचल
रात्रि 09.29 से 11.04 तक लाभ ।

📿 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ इन्द्राय नमः॥

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (चतुर्थोऽध्यायः – ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः) -*
अज्ञश्चाश्रद्दधानश्च संशयात्मा विनश्यति।
नायं लोकोऽस्ति न परो न सुखं संशयात्मनः॥४-४०॥
अर्थात :
विवेकहीन, श्रद्धारहित और संशययुक्त मनुष्य (परमार्थ से) भ्रष्ट हो जाता है। उस के लिए न यह लोक सुखप्रद है और न परलोक ही॥40॥

🍃 *आरोग्यं :-*
आँख में दर्द से राहत के घरेलू नुस्खे :-

1. आँखों में गुलाब जल डालने से आँख दर्द ठीक हो जाता है।
2. तिल के ताजे चार फूल जो अप्रैल के महीने में आते हैं, ३-४ निगलने से आँखें नही दुखेगी।
3. हरड़ को रात भर पानी में भीगने दें और सुबह उसी जल से आखे धोये। इससे आखे भी नही दुखती और ठंडक भी बनी रहती है ।
4. निम्बू का रस और गुलाब जल बराबर मात्रा में मिला कर उससे आँखें धोने से आराम मिलता हैं।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
नौकरी में कार्यभार रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न लें। बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
भाग्य का साथ मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। लाभ देगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में जल्दबाजी न करें। लाभ होगा। काम में मन नहीं लगेगा।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नए काम करने का मन बनेगा। दूर यात्रा की योजना बनेगी। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में चैन रहेगा। जोखिम न लें। व्यर्थ दौड़धूप होगी। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। फिजूलखर्ची ज्यादा होगी। शत्रु भय रहेगा। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ने के योग हैं। कोई बड़ी समस्या का अंत हो सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। लेन-देन में सावधानी रखें। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कोई बड़ा खर्च एकाएक सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। कुसंगति से बचें। किसी व्यक्ति के काम की जवाबदारी न लें। स्वयं के काम पर ध्यान दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा। कार्यकुशलता कम होगी।

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
घर के छोटे सदस्यों संबंधी चिंता रहेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सुख के साधन जुटेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। धनहानि हो सकती है। सावधानी आवश्यक है। थकान महसूस होगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय सताएगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों से कहासुनी हो सकती है। भागदौड़ होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। लाभ के लिए प्रयास करें।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि अपमान हो। व्यापार-व्यवसाय अनुकूल रहेगा। निवेश सोच-समझकर करें। नौकरी में चैन रहेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। सुख के साधन जुटेंगे। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। स्वास्थ्‍य संबंधी चिंता बनी रहेगी। आशंका व कुशंका रहेगी। कार्य में बाधा संभव है। उत्साह बना रहेगा।

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
विवेक का प्रयोग करें। समस्याएं कम होंगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।

☯️ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

🐚।। *शुभम भवतु* ।।

*” ब्रेक “*

एक बार भौतिक विज्ञान की कक्षा में शिक्षक ने विद्यार्थियों से पूछा, “कार में ब्रेक क्यों लगाते हैं?”

एक छात्र ने उठकर उत्तर दिया, “सर, कार को रोकने के लिए।” एक अन्य छात्र ने उत्तर दिया, “कार की गति को कम करने और नियंत्रित करने के लिए।” एक अन्य ने कहा, “टक्कर से बचने के लिए।”

जल्द ही, जवाब दोहराए जाने लगे। इसलिए शिक्षक ने स्वयं प्रश्न का उत्तर देने का निर्णय लिया।

चेहरे पर एक मुस्कान के साथ उन्होंने कहा, “मैं आप सभी की सराहना करता हूँ कि आप इस सवाल का जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि मेरा मानना ​​​​है कि यह सब व्यक्तिगत धारणा का मामला है। पर मैं इसे इस तरह से देखता हूँ, ” *कार में ब्रेक, हमें इसे और तेज चलाने में सक्षम बनाते हैं।*”

कक्षा में गहरा सन्नाटा छा गया! इस जवाब की किसी ने कल्पना नहीं की थी।

शिक्षक ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “एक पल के लिए, मान लेते हैं कि हमारी कार में कोई ब्रेक नहीं है। अब हम अपनी कार को कितनी तेज चलाने के लिए तैयार होंगे?”

आगे उन्होंने कहा, “यह ब्रेक ही हैं जिनके कारण हम कार को तेजी से चलाने की हिम्मत करते हैं और अपने गंतव्य तक पहुँच सकते हैं।”

कक्षा के सभी छात्र सोच में पड़ गए। उन्होंने पहले कभी इस तरह से “ब्रेक” के बारे में नहीं सोचा था।

आइए विचार करें!

जीवन में हमारे सामने कई ऐसे ब्रेक आते हैं, जो हमें निराश करते हैं। हमारे माता-पिता, शिक्षक, शुभचिंतक और हमारे मित्र, हमारी प्रगति की दिशा या जीवन में निर्णय के बारे में हमसे पूछते है।

हम उनके प्रश्नों तथा जीवन की कठिन स्थितियों को “ब्रेक” के रूप में देखते हैं, जो हमारी गति को बाधित करते हैं।

लेकिन *कैसा हो अगर हम उन्हें अपने समर्थक या उत्प्रेरक के रूप में देखें?* ऐसे उपकरण के रूप में जो हमें जोखिम लेने में सक्षम बनाते हैं, साथ ही यह सुनिश्चित करते हैं कि हम अपनी रक्षा कर सकें।

क्योंकि, *कभी-कभी हमें रुकना पड़ता है। यहाँ तक की एक कदम पीछे भी हटना पड़ता है, ताकि हम एक लंबी छलांग लगा सकें।*

ऐसे सवालों और परिस्थितियों (समय-समय पर ब्रेक) के कारण ही हम आज जहॉं हैं, वहाँ पहुँचने में कामयाब रहे हैं।

जीवन में इन “ब्रेक” के बिना हम फिसल सकते थे, दिशा खो सकते थे या एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का शिकार हो सकते थे।

_ब्रेक हमें वापस पीछे धकेलने या हमें बांधने के लिए नहीं होते हैं। इसके बजाय वे हमें पहले की तुलना में तेजी से आगे बढ़ने में सहायक होते है। ताकि हम अपने गंतव्य तक शीघ्र और सुरक्षित पहुँच सके।_

*क्या हम अपने जीवन में ‘ब्रेक’ के लिए आभारी हैं । या हम उन्हें केवल अपने काम में बाधा के रूप में देखते हैं?*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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