*वर्ष 2026 में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक दौड़ेगी रेल- सत्तर फीसदी कार्य हुआ पूरा*
देवभूमि जे के न्यूज ऋषिकेश 08/03/2024-
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के लिए चल रहे रेल परियोजना के विषय में आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत रेल विकास निगम के केंद्रीय परियोजना महाप्रबंधक अजीत सिंह यादव और उपमहा प्रबंधक ओ पी मालगुडी ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को रेल विकास निगम के मुख्य कार्यालय में आयोजित वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि कोरोना काल के दौरान परियोजना के कार्यों में आई रुकावट के उपरांत रेल विकास निगम लि० अपने आदर्श वाक्य गुणवत्ता,गति एवं पारदर्शिता के अनुरूप परियोजना का निर्माण राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय मानकों का शत् प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए सुरक्षित रेलवे सुरंगों एवं सम्बन्धित सभी संरचनाओं का निर्माण कार्य सम्पादित कर
रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय एवं सामरिक महत्व की 125 कि0मी0 लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना का निर्माण रेल विकास निगम लि० द्वारा हर प्रकार के अवरोधों को पार करते हुये द्रुत गति से संचालित किया जा रहा है।
रेल विकास निगम लि० अपने आदर्श वाक्य गुणवत्ता, गति एवं पारदर्शिता के अनुरूप परियोजना का निर्माण राष्ट्रीय एवं पं अर्न्तराष्ट्रीय मानकों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुये सुरक्षित रेलवे सुरंगों एवं सम्बन्धित सभी संरचनाओं का निर्माण कार्य सम्पादित कर रहा है।
परियोजना के अन्तर्गत निर्धारित कुल 104 कि०मी० की सुरंगीय लम्बाई में से 75 कि0मी0 (70 प्रतिशत) का कार्य आतिथि तक पूर्ण किया जा चुका है तथा अन्य सुरंगों का खनन भी तीव्र गति से गतिमान है तथा 73 प्रतिशत प्रत्येक निर्धारित सुरक्षा मानकों का अनुपालन करते हुये पूर्ण हो चुका है।
सुरक्षा एवं अभियांत्रिक मानकों का पूर्ण रूप से पालन करते हुये सुरंग के प्रत्येक निर्माणाधीन भाग के खनन के दौरान किये जा रहे विस्फोटकों के परिमाण की मात्रा भारत सरकार के खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) द्वारा निर्धारित मानकों की सीमाओं के अन्तर्गत किया जा रहा है जिसे समीपस्थ अवस्थित संरचनाओं एवं स्थलीय पर्यावरण को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचें।
रेल विकास निगम लि० परियोजना के संरेखण / मार्गाधिकार में निवास कर रहे जनमानस की भावनाओं का सम्मान करते हुये राज्य सरकार से समन्वय बनाते हुये सम्बन्धित जिलाधिकारियों द्वारा सन्दर्भित शिकायतों का निस्तारण ससमय कर रहा है।
वर्ष 2023-2024 में ऋषिकेश की परियोजना क्रियान्वयन इकाई (PIU) द्वारा 60 कि0मी0 लम्बाई में सुरंगों का निर्माण किया गया है तथा 20 कि0मी0 लम्बाई में अन्तिम कंक्रीट अस्तर (Final Concrete lining) का कार्य भी पूर्ण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 16 प्रमुख रेलवे पुलों में से 04 पुलों का निर्माण कार्य आतिथि तक पूर्ण किया जा चुका है तथा श्रीनगर, गौचर एवं कालेश्वर/सिवाई में रेलवे स्टेशन को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने हेतु मोटर पुलों का निर्माण कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है।
उक्त के अतिरिक्त वर्ष 2024-2024 में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सी०एस०आर०) के अन्तर्गत निम्नलिखित कार्य किये जा रहे है।
1. जनपद टिहरी में मधुमक्खी पालन के लिये
2. जनपद रुद्रप्रयाग में निराश्रित गाय एवं बैलों के आश्रय हेतु-
3. जी०आई०सी० श्रीनगर के लिये
4. श्री केदारनाथ धाम के लिये
5. ड्रग एव्यूज़ के लिये
6. स्कूलों में सुरक्षा की दृष्टि से मरम्मत के कार्य हेतु
7. जनपद रूद्रप्रयाग में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु क्रमशः
232 लाख
20 लाख
6.38 लाख
1060 लाख
20 लाख
12.54 लाख
8 लाख
कुल मिलाकर 1364.92 लाख की योजनाएं चलाई जा रही है।
विगत वर्षों में कई अवरोधों का सामना करना पड़ा जिसमें कोविड की दो लहर अत्यंत घातक सिद्ध हुई ,जिससे परियोजना की प्रगति पर विपरीत प्रभाव पड़ा। उल्लेखनीय है कि समस्त परियोजना हिमालय के अन्तर्गत स्थित है जिसकी भूगर्भीय संरचनाऐं हर कुछ दूरी पर बदलती रहती है जिससे हिमालय में सुरंग बनाना एक दुष्कर कार्य है।
इन सभी विपरीत परिस्थितियों के इतर टनल की खुदाई का कार्य दिसम्बर, 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से रेल विकास निगम के सीएम हेमेंत कुमार, भू विज्ञान शास्त्री विजय डंगवाल, उपमहा प्रबंधक भूपेंद्र सिंह, संयुक्त महाप्रबंधक सुब्रत कुमार, अपर महाप्रबंधक अजय कुमार, एन आर अरोड़ा, ओमप्रकाश भी मौजूद थे।