आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- ढाबे वाली आंटी।
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:- 17/04/2024, बुधवार*
*नवमी, शुक्ल पक्ष,*
*चैत्र*
(समाप्ति काल)
तिथि———– नवमी 15:13:30 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——- आश्लेषा 31:55:41
योग————– शूल 23:49:31
करण———– कौलव 15:13:30
करण———– तैतुल 28:19:33
वार———————— बुधवार
माह————————– चैत्र
चन्द्र राशि—————— कर्क
सूर्य राशि——————- मेष
रितु————————- वसंत
आयन——————-उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)————- कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय————— 05:53:41
सूर्यास्त————— 18:44:00
दिन काल————- 12:50:19
रात्री काल————- 11:08:41
चंद्रोदय—————- 13:04:29
चंद्रास्त—————- 26:55:08
लग्न—- मेष 3°18′ , 3°18′
सूर्य नक्षत्र—————– अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र—————- आश्लेषा
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
डी—- आश्लेषा 11:52:38
डू—- आश्लेषा 18:32:09
डे—- आश्लेषा 25:13:13
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मेष 03:10, अश्विनी 1 चू
चन्द्र=कर्क 17:30 , आश्लेषा 1 डी
बुध =मीन 24:53′ रेवती 3 च
शु क्र= मीन 20°05, रेवती ‘ 2 दो
मंगल=कुम्भ 25°30 ‘ पूoभाo’ 2 सो
गुरु=मेष 26°30 कृतिका , 1 अ
शनि=कुम्भ 21°50 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 21°05 रेवती , 2 दो
केतु=(व) कन्या 21°05 हस्त , 4 ठ
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 12:19 – 13:55 अशुभ
यम घंटा 07:30 – 09:06 अशुभ
गुली काल 10:43 – 12: 19अशुभ
अभिजित 11:53 – 12:45 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:53 – 12:45 अशुभ
वर्ज्यम 19:26 – 21:12 अशुभ
प्रदोष 18:44 – 20:59 शुभ
🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 05:54 – 07:30 शुभ
अमृत 07:30 – 09:06 शुभ
काल 09:06 – 10:43 अशुभ
शुभ 10:43 – 12:19 शुभ
रोग 12:19 – 13:55 अशुभ
उद्वेग 13:55 – 15:31 अशुभ
चर 15:31 – 17:08 शुभ
लाभ 17:08 – 18:44 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 18:44 – 20:08 अशुभ
शुभ 20:08 – 21:31 शुभ
अमृत 21:31 – 22:55 शुभ
चर 22:55 – 24:18* शुभ
रोग 24:18* – 25:42* अशुभ
काल 25:42* – 27:06* अशुभ
लाभ 27:06* – 28:29* शुभ
उद्वेग 28:29* – 29:53* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 05:54 – 06:58
चन्द्र 06:58 – 08:02
शनि 08:02 – 09:06
बृहस्पति 09:06 – 10:10
मंगल 10:10 – 11:15
सूर्य 11:15 – 12:19
शुक्र 12:19 – 13:23
बुध 13:23 – 14:27
चन्द्र 14:27 – 15:31
शनि 15:31 – 16:36
बृहस्पति 16:36 – 17:40
मंगल 17:40 – 18:44
🚩होरा, रात
सूर्य 18:44 – 19:40
शुक्र 19:40 – 20:35
बुध 20:35 – 21:31
चन्द्र 21:31 – 22:27
शनि 22:27 – 23:23
बृहस्पति 23:23 – 24:18
मंगल 24:18* – 25:14
सूर्य 25:14* – 26:10
शुक्र 26:10* – 27:06
बुध 27:06* – 28:01
चन्द्र 28:01* – 28:57
शनि 28:57* – 29:53
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मेष > 04:56 से 06:34 तक
वृषभ > 06:34 से 08:34 तक
मिथुन > 08:34 से 10:52 तक
कर्क > 10:52 से 13:22 तक
सिंह > 13:22 से 15:26 तक
कन्या > 15:26 से 17:42 तक
तुला > 17:42 से 19:32 तक
वृश्चिक > 19:32 से 21:56 तक
धनु > 21:56 से 23:56 तक
मकर > 23:56 से 01:58 तक
कुम्भ > 01:58 से 03:24 तक
मीन > 03:24 से 04:52 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
9 + 4 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
9 + 9 + 5 = 23 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सन्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*नवरात्रि नवम दिवस (माता सिद्धिधात्री पूजन)*
*नवरात्रि समाप्त*
*राम नवमी व्रत (श्रीराम जन्मोत्सव)*
*स्वामी नारायण जयंती*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
धर्मार्थकाममोक्षाणां यस्यैकोऽपि न विद्यते ।
अजागलस्तनस्येव तस्य जन्म निरर्थकम् ।।
।। चा o नी o।।
जिस व्यक्ति ने न ही कोई ज्ञान संपादन किया, ना ही पैसा कमाया, मुक्ति के लिए जो आवश्यक है उसकी पूर्ति भी नहीं किया. वह एक निहायत बेकार जिंदगी जीता है जैसे के बकरी की गर्दन से झूलने वाले स्तन.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: कर्मसन्यास योग अo-05
युक्तः कर्मफलं त्यक्त्वा शान्तिमाप्नोति नैष्ठिकीम् ।,
अयुक्तः कामकारेण फले सक्तो निबध्यते ॥,
कर्मयोगी कर्मों के फल का त्याग करके भगवत्प्राप्ति रूप शान्ति को प्राप्त होता है और सकामपुरुष कामना की प्रेरणा से फल में आसक्त होकर बँधता है॥,12॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस लग सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।
🐂वृष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें।
👫मिथुन
सुख के साधन प्राप्त होंगे। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक काम करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🦀कर्क
धार्मिक अनुष्ठान पूजा-पाठ इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक शांति रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। समय अनुकूल है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। शारीरिक कष्ट संभव है।
🐅सिंह
कुसगंति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार अच्छा चलेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें।
🙍♀️कन्या
शरीर में कमर व घुटने आदि के दर्द से परेशानी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है।
⚖️तुला
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ रहेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा।
🦂वृश्चिक
किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी वरिष्ठ प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कष्ट व भय सताएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा।
🏹धनु
राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ अधिक रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें।
🐊मकर
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा होगी। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।
🍯कुंभ
चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। यश बढ़ेगा। दूर से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🐟मीन
कुबुद्धि हावी रहेगी। चोट व रोग से बचें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल सकती है। किसी न्यायपूर्ण बात का भी विरोध हो सकता है। विवाद न करें।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*💐💐ढाबे वाली आंटी💐💐*
जी…वो खाना..मिलेगा क्या” प्रमोद ने सकुचाते हुए उनसे पूछा
“नए आये हो न?…ढाबे में खाना नहीं मिलेगा तो और क्या मिलेगा” उनकी अनुभवी आँखों ने उसकी सकुचाहट को पढ़ लिया “क्या लगाऊँ ?” उन्होंने पूछा
“जी..अ..बस ये लोग जो खा रहे हैं..मतलब दाल रोटी.. कितने की होगी ये ?” एक दो लोग और थे जो वहाँ खाना खा रहे थे उनकी थाली में दाल रोटी सब्जी चावल देख के प्रमोद ने वही खाने को उनसे कह दिया
“20 रुपये की थाली है…चार रोटी दाल सब्जी और चावल..आराम से बैठो बेटा…लगाती हूँ” उन्होंने बड़ी ममता से कहा और रसोई में चली गईं
“ओह्ह..जी पर एक बात है…मेरे पास सिर्फ…सिर्फ..उन्नीस रूपये हैं..” प्रमोद बड़ी शर्मिन्दिगी से बोल पाया
“कोई नहीं..बाद में दे देना..अब खाना खाने तो रोज ही आओगे न यहाँ” उन्होंने जाते जाते मुड़के मुस्कुराते हुए वात्सल्य प्रेम में डूबी आवाज में मुझसे कहा
“जी..जी..ठीक है” वह चैन की साँस लेते हुए बोला उसके बाद खाना खाया और पैसे देकर वह अपने कमरे पे आ गया
एक गरीब माँ बाप का होनहार मगर बहुत शर्मीला बेटा प्रमोद यहाँ झुंझुनूं में आगे पढ़ने आया था सेक्टर किसान कॉलोनी के पास कस्वां भवन में एक सस्ता कमरा लेकर रह रहा था आज उसका पहला दिन है। तहसील चौराहे ,वैसे ये है तो तिराहा पर इसे चौराहा क्यों कहते हैं किसीको नहीं पता,इसी चौराहे पर ये आंटी का ढाबा है ।
ढाबा क्या सड़क किनारे बने एक छोटे से मकान के निचले हिस्से में एक महिला जिन्हें सब ऑन्टी कहते हैं मीनू में सिर्फ दो आइटम वाला ये ढाबा चलाती हैं ढाबे में मजबूर मगर मध्यम लोग ही खाना खाने आते हैं जो सस्ता खाना ढूँढते हैं इसलिए ढाबे की हालत और उसकी कमाई में से कौन ज्यादा खस्ताहाल है ये कहना जरा मुश्किल है।
अगले दिन प्रमोद फिर जाता है ढाबे में आंटी उसे देखकर मुस्कुराती हैं वह भी हल्का मुस्कुराता है शायद कल के बाद से थोड़ा सा आत्मविश्वास आया है उसने कहा “आंटी..खाना लगा दीजिये…पर आपसे एक विनती है..आप थाली से एक रोटी..कम कर दीजिये..क्योंकि मेरे पास उन्नीस रुपैये से ज्यादा खाने पे खर्च करने को नहीं हैं”।
उसने सोचा खाने से पहले ही साफ़ साफ़ बता दिया जाय I
हालाँकि बजट बीस रुपैये का था पर एक रुपया रोज बचा के जब छुट्टियों में घर जाऊँगा तो अपनी माँ के लिए कुछ उपहार ले जाऊँगा ये सोच के प्रमोद ने यह नीति बनाई थी
“ठीक है..बैठ जाओ..अभी लगाती हूँ…” कहकर वो रसोई में चली गईं
एक तरफ की दीवार से लगीं मेज कुर्सियां पड़ी थीं और दूसरी ओर एक दीवार पे जमीन से करीबन ढाई फुट ऊँचा एक प्लेटफॉर्म बना था जिसपे चूल्हा बर्तन इत्यादि रखे थे बस वही रसोई थी ।
आंटी का कद बहुत छोटा है जिसकी वजह से रसोई का प्लेटफॉर्म उनसे थोड़ी ज्यादा ऊँचाई पे पड़ता है और उन्हें खाना बनाने के काम में काफी कठिनाई आ रही है …थोड़ी देर बाद वो खाने की थाली ले आईं।
“अरे…आपतो इसमें चार रोटी ले आईं.. मैंने आपसे कहा…” मैं आगे कुछ कहता कि वो बोल पड़ीं ” देखो बेटा.. मैं एक बूढ़ी अकेली औरत बस इसलिए ढाबा चलाती हूँ..कि तुम लोगों के साथ… मेरी भी दो रोटी का इंतजाम हो जाए… अब एक रुपये के लिए क्या तेरा पेट काटूँगी” कहकर उसके सर पे हाथ फेरकर वो चली गईं
ऐसे ही रोज ये क्रम चलता रहा प्रतिदिन वह ऑन्टी को ऊँचे प्लेटफॉर्म पे बड़ी मुश्किल से काम करते देखता,घुटनो में तकलीफ के कारण बैठ के कोई काम उनसे हो नहीं पाता था,खाना खाता ,उन्नीस रुपये देता कुछ हल्की फुल्की बातें उनसे होती बस ऐसे ही कुछ महीने बीत गए और फिर आज के दिन वह काफी देर से ढाबे पे आया ।
“अरे..आज बड़ी देर कर दी तूने…सब ठीक तो है..बैठ मैं खाना लगाती हूँ” ऑन्टी की आँखों में चिंता थी, प्रमोद ने कहा “सब ठीक है और हाँ खाना तो खाऊंगा ही..पर पहले आप रसोई में आओ मेरे साथ…”
उनका हाथ पकड़ के वह रसोई वाले हिस्से में उन्हें ले आया और उन्हें रसोई के प्लेटफॉर्म की ओर खड़ा किया और फिर उनके पैरों के नीचे पूजापाठ वाली दुकान से खरीदी लकड़ी की एक मजबूत चौकी रखने लगा तो वो आश्चर्य से भर गईं,उसपे खड़ी हुईं और उनकी आँखों ने न जाने कितने वर्षों के बंधे बाँध खोल दिए..
प्रमोद ने उनके पैर छुए और कहा “हैप्पी मदर्स डे…..ऑन्टी”
आंटी ने प्रमोद को गले लगा लिया, और रोते हुए बोली- ऐसा बेटा भगवान सभी को दे!
दोस्तो ,हमें भी जहाँ तक सम्भव हो ऐसे लोगों की मदद जरूर करनी चाहिए जिससे समाज मे प्रेरणा मिले और समाज आगे की और अग्रसर रहे।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*
🙏🙏🙏🌳🌳🌳🙏🙏🙏