*राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास में लगी कार्यशाला*
देव भूमि जे के न्यूज, ऋषिकेश 31 जुलाई 2024,बुधवार
आवास विकास स्थित विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के विवेकानन्द योग सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा शिक्षा नीति को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
कार्यशाला का शुभारम्भ शिशु शिक्षा समिति के
सह प्रदेश निरीक्षक विनोद रावत और विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने मुख्य अतिथि विनोद रावत और पंकज मिश्रा को अंग वस्त्र पहनाकर और स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिवादन किया।
कार्यशाला में आचार्य पंकज मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 (एनईपी) शिक्षा में व्यापक परिवर्तन की परिकल्पना करती है – “भारतीय लोकाचार में निहित एक शिक्षा प्रणाली जो सभी को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके भारत को एक समतापूर्ण और जीवंत ज्ञान समाज में बदलने में सीधे योगदान देती है, जिससे भारत वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बन जाता है।”
वही कार्यशाला में सह प्रदेश निरीक्षक विनोद रावत ने अपने संबोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति 29 जुलाई 2020 को भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के तहत जारी की गई थी। शिक्षित करें, प्रोत्साहित करें, प्रबुद्ध करें के आदर्श वाक्य के साथ, यह भारत में पिछले 34 वर्षों में जारी होने वाली पहली शिक्षा नीति है।
कार्यशाला के समापन में विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने सभी अनेकों विद्यालयो से आए सभी आचार्य बंधु भगिनी को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्यशला का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति से सभी को रूबरू कराना है,इसलिए हमे समय से इसको समझना होगा।
इस अवसर पर विद्या भारती द्वारा चलने वाले सात विद्यालयों के प्रधानाचार्य गुरुप्रसाद उनियाल , पूनम अनेजा,रजनी रावत,सुरेंद्र सिंह नेगी , नागेन्द्र पोखरियाल,
सहित सभी विद्यालयो का स्टाफ उपस्थित रहा ।