उत्तराखंडऋषिकेश

*ओंकारानंद इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में आयोजित हुआ राष्ट्रीय सेमिनार*

देव भूमि जे के न्यूज ऋषिकेश 15/09/2024-
रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर आज ओंकारानंद इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी ऋषिकेश में एक नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। यह सेमिनार हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के तत्वाधान में आयोजित किया गया, जिसमें देश और प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 100 से अधिक प्रोफेसर्, शोधार्थी,एवम छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। राष्ट्रीय सेमिनार में लगभग 80 से अधिक शोध आलेख विभिन्न विद्वानों के द्वारा भेजे गए। सेमिनार के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह, विशिष्ट अतिथि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के एजुकेशन डिपार्टमेंट की डीन प्रो रमा मैखुरी, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वी के सिंह थे। कार्यक्रम का शुभारंभ ओमकारानंद आश्रम हिमालयाज के अध्यक्ष श्री स्वामी विश्वेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज एवं उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह एवं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
उद्घाटन समारोह के बाद ओआईएमटी के निदेशक डॉक्टर प्रवीण कुमार राठी ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। डॉक्टर राठी ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं भी प्रेषित की।

इसके पश्चात विशिष्ट अतिथि सेमिनार के अध्यक्ष प्रोफेसर रमा मैखुरी द्वारा सभी को संबोधित करते हुए नई शिक्षा नीति 2020 किस तरीके से शिक्षा के क्षेत्र में आगे कार्य करेगी उस पर प्रकाश डाला. और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समझ उसके इश्यूज और चैलेंज को हमको अभी फेस करना पड़ेगा क्योंकि जब तक यह नीति पूर्णत लागू नहीं होती इसके साथ हमारे चैलेंज बने रहेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरुआत लगभग सभी विश्वविद्यालयों, केंद्रीय विश्वविद्यालय, संबंध महाविद्यालय में अपनाई जा रही है जिसके परिणाम धीरे-धीरे एक नई दिशा की ओर जाने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति से छात्र-छात्राओं के पास किताबों का बोझ कम होगा एवं उनकी मानसिक, शारीरिक प्रक्रिया में सकारात्मक तीव्रता आएगी । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने सभी वर्गों के लिए अच्छी शिक्षा नीति तैयार की है जिससे हमारा भारत देश महान बनेगा।
तत्पश्चात मुख्य अतिथि उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तथ्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनेजमेंट कॉलेज, में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पूर्णतः लागू की गई है। एवं साथ ही उन्होंने अपने विश्वविद्यालय की उपलब्धियां को भी यहां पर सभी के साथ साझा किया।
इसके बाद स्वामी ओंकरानंद आश्रम हिमालय के अध्यक्ष स्वामी विश्वेश्वरानंद सरस्वती महाराज जी ने भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचारों से आए हुए सभी शोधार्थी अध्यापक गण को संबोधित किया और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति आध्यात्मिकता की ओर भी बढ़ाने की बात करता है इसीलिए हमें भारतीय ज्ञान परंपरा का भी अनुसरण करना चाहिए एवं अपनी प्राचीन भारतीय सभ्यता और संस्कृति को भी हमें एक साथ लेकर चलना चाहिए इस प्रकार की शिक्षा से हम भारत देश की शिक्षण प्रक्रिया तंत्र में एक नीव रख सकते हैं।
इसके पश्चात पहले टेक्निकल सेशन में की नोट स्पीकर डॉ मीनाक्षी पालीवाल (विभाग अध्यक्ष डिपार्टमेंट ऑफ़ कॉमर्स, दौलत राम कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय) एवं सेशन चेयर डॉ सुधीर कुमार चतुर्वेदी,(एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय एसआरटी कैंपस) द्वारा किया गया इस टेक्निकल सेशन में कुल 15 शोधार्थियों ने अपने शोध आलेख प्रस्तुत किए और उन्होंने एन ई पी 2020 के इश्यूज एंड चैलेंज के ऊपर दूसरे टेक्निकल सेशन में कुल 10 शोधार्थियों ने अपने शोध आलेख प्रस्तुत किए और इन सभी ने बारी-बारी से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के इश्यूज एंड चैलेंज के ऊपर अपने-अपने विचार रखें इस टेक्निकल सेशन के की। स्पीकर प्रोफेसर निश्चल यादव (डिपार्टमेंट ऑफ़ फिजिक्स विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन मध्य प्रदेश)एवं सेशन चेयर में प्रोफेसर सुमनजीत(दिल्ली विश्वविद्यालय) थे। बारीकी से अपने विचार रखें।
समारोह के अंत में वेलिडिक्टरी सेशन का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि हेमंती नंदन बहुगुणा के भूतपूर्व प्रो कुलपति प्रोफेसर आर सी भट्ट एवं डिपार्टमेंट ऑफ़ फिजिक्स विक्रम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निश्चल यादव थे।
इसके पश्चात अंत में संस्थान के प्रबंधन विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ विकास गैरोला द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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