*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- रिश्ते*
*आज का पंचांग*
*दिनाँक:-20/11/2023, सोमवार*
*अष्टमी, शुक्ल पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)
तिथि———– अष्टमी 27:15:46 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र———– धनिष्ठा 21:24:56
योग————– ध्रुव 20:33:54
करण——- विष्टि भद्र 16:18:44
करण————– बव 27:15:46
वार———————– सोमवार
माह———————– कार्तिक
चन्द्र राशि—— मकर 10:06:39
चन्द्र राशि—————– कुम्भ
सूर्य राशि—————– वृश्चिक
रितु————————- हेमंत
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 06:44:46
सूर्यास्त—————- 17:24:27
दिन काल————- 10:39:41
रात्री काल———— 13:21:05
चंद्रोदय—————- 12:58:40
चंद्रास्त—————- 24:14:18
लग्न—-वृश्चिक 3°15′ , 213°15′
सूर्य नक्षत्र—————–विशाखा
चन्द्र नक्षत्र—————— धनिष्ठा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
गी—- धनिष्ठा 10:06:39
गु—- धनिष्ठा 15:45:52
गे—-धनिष्ठा 21:24:56
गो—- शतभिषा 27:03:53
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृश्चिक 03:30,विशाखा 4 तो
चन्द्र= मकर 27:30 , धनिष्ठा 2 गी
बुध =वृश्चिक 20°:53′ ज्येष्ठा 2 या
शु क्र=कन्या 18°05, हस्त’ 3 ण
मंगल=वृश्चिक 02°30 ‘ विशाखा’ 4 तो
गुरु=मेष 14°30 ‘ भरणी , 1 ली
शनि=कुम्भ 06°50 ‘ धनिष्ठा ,4 गे
राहू=(व) मीन 28°50 रेवती , 4 ची
केतु=(व) कन्या 28°50 चित्रा , 2 पो
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 08:05 – 09:25 अशुभ
यम घंटा 10:45 – 12:05 अशुभ
गुली काल 13:25 – 14: 45अशुभ
अभिजित 11:43 – 12:26 शुभ
दूर मुहूर्त 12:26 – 13:09 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:34 – 15:17 अशुभ
वर्ज्यम 28:12* – 29:42* अशुभ
🚩पंचक 10:07 – अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
अमृत 06:45 – 08:05 शुभ
काल 08:05 – 09:25 अशुभ
शुभ 09:25 – 10:45 शुभ
रोग 10:45 – 12:05 अशुभ
उद्वेग 12:05 – 13:25 अशुभ
चर 13:25 – 14:45 शुभ
लाभ 14:45 – 16:04 शुभ
अमृत 16:04 – 17:24 शुभ
🚩चोघडिया, रात
चर 17:24 – 19:05 शुभ
रोग 19:05 – 20:45 अशुभ
काल 20:45 – 22:25 अशुभ
लाभ 22:25 – 24:05* शुभ
उद्वेग 24:05* – 25:45* अशुभ
शुभ 25:45* – 27:25* शुभ
अमृत 27:25* – 29:05* शुभ
चर 29:05* – 30:46* शुभ
💮होरा, दिन
चन्द्र 06:45 – 07:38
शनि 07:38 – 08:31
बृहस्पति 08:31 – 09:25
मंगल 09:25 – 10:18
सूर्य 10:18 – 11:11
शुक्र 11:11 – 12:05
बुध 12:05 – 12:58
चन्द्र 12:58 – 13:51
शनि 13:51 – 14:45
बृहस्पति 14:45 – 15:38
मंगल 15:38 – 16:31
सूर्य 16:31 – 17:24
🚩होरा, रात
शुक्र 17:24 – 18:31
बुध 18:31 – 19:38
चन्द्र 19:38 – 20:45
शनि 20:45 – 21:51
बृहस्पति 21:51 – 22:58
मंगल 22:58 – 24:05
सूर्य 24:05* – 25:12
शुक्र 25:12* – 26:19
बुध 26:19* – 27:25
चन्द्र 27:25* – 28:32
शनि 28:32* – 29:39
बृहस्पति 29:39* – 30:46
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
वृश्चिक > 05:28 से 08:02 तक
धनु > 08:02 से 08:28 तक
मकर > 08:28 से 11:36 तक
कुम्भ > 11:36 से 13:08 तक
मीन > 13:08 से 14:30 तक
मेष > 14:30 से 16:18 तक
वृषभ > 16:18 से 18:16 तक
मिथुन > 18:16 से 20:24 तक
कर्क > 20:24 से 22:40 तक
सिंह > 22:40 से 00:42 तक
कन्या > 00: 42 से 04:12 तक
तुला > 03:12 से 05:28 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
8 + 2 + 1 = 11 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
8 + 8 + 5 = 21 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
सांय 16:18 तक समाप्त
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*गोपाष्टमी*
*दुर्गाष्टमी*
*पुष्कर जी मेला प्रारम्भ*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
जन्ममृत्युं हि यात्येको भुनक्त्येकं शुभाशुभम् ।
नरकेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् ।।
।। चा o नी o।।
जब आप सफ़र पर जाते हो तो विद्यार्जन ही आपका मित्र है. घर में पत्नी मित्र है. बीमार होने पर दवा मित्र है. अर्जित पुण्य मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: सांख्ययोग अo-02
नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः ।
उभयोरपि दृष्टोऽन्तस्त्वनयोस्तत्वदर्शिभिः ॥,
असत् वस्तु की तो सत्ता नहीं है और सत् का अभाव नहीं है।, इस प्रकार इन दोनों का ही तत्व तत्वज्ञानी पुरुषों द्वारा देखा गया है॥,16॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्ययवृद्धि होगी। तनाव रहेगा। अपरिचितों पर विश्वास न करें। प्रयास में आलस्य व विलंब नहीं करना चाहिए। रुके हुए काम समय पर होने की संभावना है। विरोधी परास्त होंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। धैर्य एवं संयम बना रहेगा।
🐂वृष
कोर्ट-कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। झंझटों में न पड़ें। उधार दिया धन मिलने से राहत हो सकती है। जीवनसाथी का सहयोग उलझे मामले सुलझाने में सहायक हो सकेगा। वाहन सावधानी से चलाएँ।
👫मिथुन
बेरोजगारी दूर होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जोखिम न लें। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें। सत्कार्य में रुचि बढ़ेगी। प्रियजनों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक चिंताएँ दूर होंगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
🦀कर्क
भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभ देंगे। रोजगार मिलेगा। शत्रु भय रहेगा। निवेश व नौकरी लाभ देंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। कार्य के विस्तार की योजनाएँ बनेंगी। रोजगार में उन्नति एवं लाभ की संभावना है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। लाभदायक समाचार मिलेंगे।
🐅सिंह
उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। शोक समाचार मिल सकता है। थकान महसूस होगी। व्यावसायिक चिंता रहेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। सहयोगी मदद नहीं करेंगे। व्ययों में कटौती करने का प्रयास करें। वाहन चलाते समय सावधानी रखें।
🙎♀️कन्या
अतिथियों का आवागमन रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बना रहेगा। नई योजनाओं की शुरुआत होगी। संतान की प्रगति संभव है। भूमि व संपत्ति संबंधी कार्य होंगे। पूर्व कर्म फलीभूत होंगे। परिवार में सुखद वातावरण रहेगा। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।
🙎♀️तुला
चोट, चोरी व विवाद से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से हानि होगी। अपने काम से काम रखें। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें। आवास संबंधी समस्या हल होगी। आलस्य न करें। सोचे काम समय पर नहीं हो पाएँगे।
🦂वृश्चिक
राजकीय बाधा दूर होकर लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। लाभ होगा। रुके हुए काम समय पर पूरे होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। परिवार की समस्याओं का समाधान हो सकेगा। व्यापार में नई योजनाएँ बनेंगी। व्यापार अच्छा चलेगा।
🏹धनु
रोमांस में समय बीतेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाएँ रखें। धनार्जन होगा।
🐊मकर
दिन प्रेमभरा गुजरेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रुका हुआ धन मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। प्रियजनों से पूरी मदद मिलेगी। धन प्राप्ति के योग हैं। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएँगे। संतान के कार्यों में उन्नति के योग हैं।
🍯कुंभ
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। आर्थिक अनुकूलता रहेगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। राज्यपक्ष से लाभ के योग हैं।
🐟मीन
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखें। कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। व्यापार में नई योजनाओं से लाभ होगा।
*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*
*💐💐रिश्ते💐💐*
प्रिंस??????
पिताजी जोर से चिल्लाते हैं ।
प्रिंस दौड़कर आता है पूछता है…
क्या बात है पिताजी?
पिताजी-तूझे पता नहीं है आज तेरी बहन रश्मि आ रही है? वह इस बार हम सभी के साथ अपना जन्मदिन मनायेगी..अब जल्दी से जा और अपनी बहन को लेके आ।
हाँ और सुन…तू अपनी नई गाड़ी लेके जा जो तूने कल खरीदी है..उसे अच्छा लगेगा।
प्रिंस -लेकिन मेरी गाड़ी तो मेरा दोस्त ले गया है सुबह ही…और आपकी गाड़ी भी ड्राइवर ये कहके ले गया की गाड़ी की ब्रेक चेक करवानी है।
पिताजी – ठीक है तो तू स्टेशन तो जा कीसी की गाड़ी या किराया की करके? उसे बहुत खुशी मिलेगी ।
प्रिंस -अरे वह बच्ची है क्या जो आ नहीं सकेगी ?
टैक्सी या आटो लेकर आ जायेगी आप चिंता क्यों करते हो ….
पिताजी -तूझे शर्म नहीं आती ऐसा बोलते हुए ?
घर मे गाडी़यां होते हुए भी घर की बेटी किसी टैक्सी या आटो से आयेगी ?
प्रिंस -ठीक है आप जाओ मुझे बहुत काम है मैं नहीं जा सकता…
पिताजी – तूझे अपनी बहन की थोड़ी भी फिकर नहीं ?
शादी हो गई तो क्या बहन पराया हो गई ….
क्या उसे हम सबका प्यार पाने का हक नहीं ?
तेरा जितना अधिकार है इस घर में उतना ही तेरी बहन का भी है। कोई भी बेटी या बहन मायके छोड़ने के बाद वह पराया नहीं होती।
प्रिंस -मगर मेरे लिए वह पराया हो चुकी है और इस घर पे सिर्फ मेरा अधिकार है।
तडाक …अचानक पिताजी का हाथ उठ जाता है प्रिंस पर…
और तभी माँ भी आ जाती है ।
मम्मी -आप कुछ शरम तो कीजिये ऐसे जवान बेटे पर हाथ नहीं उठाते।
पिताजी -तुमने सुना नहीं इसने क्या कहा ? अपनी बहन को पराया कहता है ….
ये वही बहन है जो इससे एक पल भी जुदा नहीं होती थी हर पल इसका ख्याल रखती थी।
पाकेट मनी से भी बचाकर इसके लिए कुछ न कुछ खरीद देती थी। बिदाई के वक्त भी हमसे ज्यादा अपने भाई से गले लगकर रोई थी।
और ये आज उसी बहन को पराया कहता है।
प्रिंस -(मुस्कुराके) बुआ का भी तो आज ही जन्मदिन है पापा…
वह कई बार इस घर मे आई है मगर हर बार आटो से आई है..
आपने कभी भी अपनी गाड़ी लेकर उन्हें लेने नहीं गये…
माना वह आज वह तंगी मे है मगर कल वह भी बहुत अमीर थी आपको मुझको इस घर को उन्होंने दिल खोलकर सहायता और सहयोग किया है।
बुआ भी इसी घर से बिदा हुई थी फिर रश्मि दी और बुआ मे फर्क कैसा।
रश्मि मेरी बहन है तो बुआ भी तो आपकी बहन है।
कि तभी बाहर गाड़ी रूकने की आवाज आती है….
तब तक पापा प्रिंस की बातों से पश्चाताप की आग मे जलकर रोने लगे और इधर रश्मि भी दौड़कर पापा मम्मी से गले मिलती है.. लेकिन उनकी हालत देखकर पूछती है कि क्या हुआ पापा?
पापा – तेरा भाई आज मेरा भी पापा बन गया है ।
रश्मि -भाई की तरफ देखते हुए ऐ पागल…
नई गाड़ी न? बहुत ही अच्छी है… मैंने ड्राइवर को पीछे बिठाकर खुद चलाके आई हूँ और कलर भी मेरी पसंद का है।
प्रिंस – जन्मदिन की शुभकामनाएं दी…वह गाड़ी आपकी है और हमारे तरफ से आपको जन्मदिन का उपहार…।
बहन सुनते ही खुशी से उछल पड़ती है की तभी बुआ भी अंदर आती है ।
बुआ – क्या भैया आप भी न, ???
न कोई फोन न कोई खबर अचानक भेज दी गाड़ी….. भागकर आई हूँ खुशी से।
ऐसा लगा जैसे पापा आज भी जिंदा हैं…
इधर पिताजी अपनी पलकों मे आंसु लिये प्रिंस की ओर देखते हैं और प्रिंस पापा को चुप रहने को इशारा करता है।
इधर बुआ कहती जाती है कि मैं कितनी भाग्यशाली हूँ कि मुझे पिता जैसा भैया मिला,
ईश्वर करे मुझे हर जन्म मे आप ही भैया मिले…
पापा मम्मी को पता चल गया था कि …
ये सब प्रिंस की करतूत है मगर आज फिर एक बार रिश्तों को मजबूती से जुड़ते देखकर वह अंदर से खुशी से टूटकर रोने लगे। उन्हें अब पूरा यकीन था कि ..
मेरे जाने के बाद भी मेरा प्रिंस रिश्तों को सदा सहेज कर रखेगा,…..
*💐💐शिक्षा💐💐*
बेटी और बहन दो बेहद अनमोल शब्द हैं…जिनकी उम्र बहुत कम होती है । क्योंकि शादी के बाद एक बेटी और बहन किसी की पत्नी तो किसी की भाभी और किसी की बहू बनकर रह जाती है।
शायद लड़कियाँ इसलिए मायके आती होंगी कि….
उन्हें फिर से बेटी और बहन शब्द सुनने को बहुत मन करता होगा ।
हम इतना ही कहेंगे,पढ़ते पढ़ते आंखे हमारी ज़रूर नम हो गई।
आप सभी की भी ज़रूर होनी ही है।