*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- प्रणाम परिणाम बदल देता है!*
*आज का पञ्चांग*
*दिनांक:- 02/01/2025, गुरुवार*
*तृतीया, शुक्ल पक्ष,*
*पौष*
(समाप्ति काल)
तिथि———– तृतीया 25:07:49 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र———– श्रवण 23:09:38
योग———— हर्शण 14:56:45
करण———– तैतुल 13:47:35
करण————- गर 25:07:49
वार———————– गुरूवार
माह————————– पौष
चन्द्र राशि—————— मकर
सूर्य राशि——————- धनु
रितु———————— शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर (उत्तर) ————–कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत——————1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय————– 07:11:24
सूर्यास्त————— 17:35:23
दिन काल———— 10:23:58
रात्री काल———— 13:36:14
चंद्रोदय————– 09:11:20
चंद्रास्त—————- 20:04:01
लग्न—- धनु 17°42′ , 257°42′
सूर्य नक्षत्र————- पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र—————– श्रवण
नक्षत्र पाया—————— ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
खू—- श्रवण 11:29:20
खे—- श्रवण 17:19:56
खो—– श्रवण 23:09:38
गा—- धनिष्ठा 28:58:31
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= वृश्चिक 17°40, पू o षा o 2 धा
चन्द्र=मकर 14°30 , श्रवण 2 खू
बुध =वृश्चिक 27°52 ‘ ज्येष्ठा 4 यू
शु क्र= कुम्भ 04°05,धनिष्ठा ‘ 4 गे
मंगल=कर्क 07°30 ‘ पुष्य ‘ 2 हे
गुरु=वृषभ 19°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 20°28 ‘ पू o भा o , 1 से
राहू=(व) मीन 07°20 उo भा o, 2 थ
केतु= (व)कन्या 07°20 उ oफा o 4 पी
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 13:41 – 14:59 अशुभ
यम घंटा 07:11 – 08:29 अशुभ
गुली काल 09:47 – 11: 05अशुभ
अभिजित 12:03 – 12:44 शुभ
दूर मुहूर्त 10:39 – 11:21 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:49 – 15:31 अशुभ
वर्ज्यम 27:02* – 28:35 अशुभ
प्रदोष 17:35 – 20:21 शुभ
💮चोघडिया, दिन
शुभ 07:11 – 08:29 शुभ
रोग 08:29 – 09:47 अशुभ
उद्वेग 09:47 – 11:05 अशुभ
चर 11:05 – 12:23 शुभ
लाभ 12:23 – 13:41 शुभ
अमृत 13:41 – 14:59 शुभ
काल 14:59 – 16:17 अशुभ
शुभ 16:17 – 17:35 शुभ
🚩चोघडिया, रात
अमृत 17:35 – 19:17 शुभ
चर 19:17 – 20:59 शुभ
रोग 20:59 – 22:41 अशुभ
काल 22:41 – 24:24* अशुभ
लाभ 24:24* – 26:06* शुभ
उद्वेग 26:06* – 27:48* अशुभ
शुभ 27:48* – 29:30* शुभ
अमृत 29:30* – 31:12* शुभ
💮होरा, दिन
बृहस्पति 07:11 – 08:03
मंगल 08:03 – 08:55
सूर्य 08:55 – 09:47
शुक्र 09:47 – 10:39
बुध 10:39 – 11:31
चन्द्र 11:31 – 12:23
शनि 12:23 – 13:15
बृहस्पति 13:15 – 14:07
मंगल 14:07 – 14:59
सूर्य 14:59 – 15:51
शुक्र 15:51 – 16:43
बुध 16:43 – 17:35
🚩होरा, रात
चन्द्र 17:35 – 18:43
शनि 18:43 – 19:51
बृहस्पति 19:51 – 20:59
मंगल 20:59 – 22:07
सूर्य 22:07 – 23:15
शुक्र 23:15 – 24:24
बुध 24:24* – 25:32
चन्द्र 25:32* – 26:40
शनि 26:40* – 27:48
बृहस्पति 27:48* – 28:56
मंगल 28:56* – 30:04
सूर्य 30:04* – 31:12
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 05:02 से 07:02 तक
मकर > 07:02 से 08:48 तक
कुम्भ > 08:48 से 10:20 तक
मीन > 10:20 से 11:50 तक
मेष > 11:50 से 13:30 तक
वृषभ > 13:30 से 15:28 तक
मिथुन > 15:28 से 17:40 तक
कर्क > 17:40 से 19:58 तक
सिंह > 19:58 से 22:08 तक
कन्या > 22:08 से 00:34 तक
तुला > 00:34 से 02:34 तक
वृश्चिक > 02:34 से 04:54 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-दक्षिण*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
3 + 5 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
सूर्य ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = संताप कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*तृतीया तिथि, गुरुवार, पौष, शुक्ल पक्ष*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
समाने शोभते प्रीतिः राज्ञि सेवा च शोभते ।
वाणिज्यंव्यवहारेषु स्त्री दिव्या शोभते गृहे ।।
।। चा o नी o।।
प्रेम और मित्रता बराबर वालों में अच्छी लगती है, राजा के यहाँ नौकरी करने वाले को ही सम्मान मिलता है, व्यवसायों में वाणिज्य सबसे अच्छा है, अवं उत्तम गुणों वाली स्त्री अपने घर में सुरक्षित रहती है।
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: भक्तियोग अo-12
ये तु धर्म्यामृतमिदं यथोक्तं पर्युपासते।,
श्रद्धाना मत्परमा भक्तास्तेऽतीव मे प्रियाः॥,
परन्तु जो श्रद्धायुक्त (वेद, शास्त्र, महात्मा और गुरुजनों के तथा परमेश्वर के वचनों में प्रत्यक्ष के सदृश विश्वास का नाम ‘श्रद्धा’ है) पुरुष मेरे परायण होकर इस ऊपर कहे हुए धर्ममय अमृत को निष्काम प्रेमभाव से सेवन करते हैं, वे भक्त मुझको अतिशय प्रिय हैं॥,20॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।
🐂वृष
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।
👫मिथुन
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🦀कर्क
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।
🐅सिंह
मेहनत का फल कम मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।
🙎♀️कन्या
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। धैर्य एवं शांति से वाद-विवादों से निपट सकेंगे। दुस्साहस न करें। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। स्वयं की प्रतिष्ठा व सम्मान के अनुरूप कार्य हो सकेंगे।
⚖️तुला
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।
🦂वृश्चिक
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।
🏹धनु
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।
🐊मकर
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।
🍯कुंभ
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।
🐟मीन
व्यापार-व्यवसाय संतोषप्रद रहेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। अल्प परिश्रम से ही लाभ होने की संभावना है। खर्चों में कमी करने का प्रयास करें। अति व्यस्तता रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। थकान रहेगी।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*🛕जय श्री राम🙏*
*🌳प्रणाम परिणाम बदल देता है!🌳*
प्राचीन काल में मृकण्ड नाम के एक विख्यात मुनि थे। उनका एक पुत्र था। ऋषि दंपत्ति द्वारा श्रेष्ठ संस्कार मिलने से वह बालक 5 वर्ष की अल्पवय में गुणवान हो गया।
एक दिन किसी सिद्ध ज्ञानी ने उस बालक की ओर देखा और बहुत देर तक ठहर कर उसके जीवन के विषय में विचार किया।
बालक के पिता ने पूछा कि मेरे पुत्र की कितनी आयु है…? इस पर सिद्ध ज्ञानी बोले कि इसके जीवन में अब केवल 6 माह और शेष रह गए हैं।
उस बालक की आयु केवल 5 वर्ष 6 माह की थी।
उस सिद्ध ज्ञानी की बात सुनकर बालक के पिता ने बालक का उपनयन संस्कार कर दिया और उससे कहा बेटा तुम जिस किसी मुनि को देखो उन्हें प्रणाम करो।
सप्तऋषियों ने उस बालक को दीर्घायु होने का आशीर्वाद दिया। इतना करने के बाद जब उन्होंने उसकी आयु पर विचार किया तब 5 ही दिन की आयु शेष जानकर उन्हें बड़ा दु:ख हुआ। वे उस बालक को लेकर ब्रह्मा जी के पास गए, बालक ने ब्रह्मा जी के चरणों में प्रणाम किया। ब्रह्मा जी ने भी उसे चिरायु होने का आशीर्वाद दिया।
पितामह का वचन सुनकर ऋषियों को बड़ी प्रसन्नता हुई, तत्पश्चात ब्रह्मा जी ने उनसे पूछा “आप लोग किस काम से यहां आए हैं तथा यह बालक कौन है..?”
ऋषियों ने कहा यह बालक मृकण्ड का पुत्र है, इसकी आयु क्षीण हो चुकी है। इसका सब को प्रणाम करने का स्वभाव हो गया है। एक दिन हम लोग उधर से जा रहे थे, इस बालक ने सब को प्रणाम किया। उस समय हम लोगों के मुख से चिरायु होने का आशीर्वाद निकल गया। आप भी इसे चिरंजीवी होने का आशीर्वाद दे चुके हैं। अतः इस बालक को बचाइए।
ब्रह्माजी बोले यह बालक मार्कंडेय, आयु में मेरे समान होगा। यह कल्प की आदि और अंत में भी श्रेष्ठ मुनियों से घिरा हुआ सदा जीवित रहेगा।
इस प्रकार सप्त ऋषियों ने ब्रह्मा से वरदान दिलवाकर उस बालक को पुन: पृथ्वी पर भेज दिया,, कहा भी गया है –
*अभिवादनशीलस्य, नित्यं वृध्दोपसेविनः ।*
*चत्वारि तस्य वर्धन्ते, आयुर्विद्या यशोबलम् ।।*
अर्थात् जो प्रतिदिन वरिष्ठ लोगों का अभिवादन तथा उनकी सेवा करता है, निश्चित ही उसकी आयु, विद्या, यश तथा शक्ति में वृद्धि होती है।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*