उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- स्वर्ग-का-सेब*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 24/02/2025, सोमवार*
*एकादशी, कृष्ण पक्ष*
*फाल्गुन*
(समाप्ति काल)

तिथि——– एकादशी 13:44:20 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र——– पूर्वाषाढा 18:58:00
योग———— सिद्वि 10:04:00
करण———– बालव 13:44:20
करण———– कौलव 25:21:13
वार———————- सोमवार
माह———————- फाल्गुन
चन्द्र राशि——- धनु 24:54:59
चन्द्र राशि—————- मकर
सूर्य राशि—————— कुम्भ
रितु———————- वसंत
आयन—————– उत्तरायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————–1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————– 06:49:41
सूर्यास्त————— 18:15:23
दिन काल———— 11:25:41
रात्री काल————- 12:33:21
चंद्रास्त————– 14:21:41
चंद्रोदय————— 28:53:58
लग्न—- कुम्भ 11°28′ , 311°28′
सूर्य नक्षत्र————— शतभिषा
चन्द्र नक्षत्र————– पूर्वाषाढा
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

धा—- पूर्वाषाढा 06:55:38

फा—- पूर्वाषाढा 12:58:14

ढा—- पूर्वाषाढा 18:58:00

भे—- उत्तराषाढा 24:54:59

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कुम्भ 11°40, शतभिषा 2 सा
चन्द्र= धनु 19°30 , पू oषाo 2 धा
बुध =कुम्भ 23°52 ‘ पू o भा o 2 सो
शु क्र= मीन 15°05, उ o फाo’ 4 ञ
मंगल=मिथुन 22°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 1 के
गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 25°28 ‘ पू o भा o , 2 सो
राहू=(व) मीन 04°30 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 04°30 उ oफा o 3 पा

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 08:15 – 09:41 अशुभ
यम घंटा 11:07 – 12:33 अशुभ
गुली काल 13:58 – 15: 24अशुभ
अभिजित 12:10 – 12:55 शुभ
दूर मुहूर्त 12:55 – 13:41 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:13 – 15:58 अशुभ
वर्ज्यम 26:53* – 28:28* अशुभ
प्रदोष 18:15 – 20:48 शुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 06:50 – 08:15 शुभ
काल 08:15 – 09:41 अशुभ
शुभ 09:41 – 11:07 शुभ
रोग 11:07 – 12:33 अशुभ
उद्वेग 12:33 – 13:58 अशुभ
चर 13:58 – 15:24 शुभ
लाभ 15:24 – 16:50 शुभ
अमृत 16:50 – 18:15 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 18:15 – 19:50 शुभ
रोग 19:50 – 21:24 अशुभ
काल 21:24 – 22:58 अशुभ
लाभ 22:58 – 24:32* शुभ
उद्वेग 24:32* – 26:06* अशुभ
शुभ 26:06* – 27:40* शुभ
अमृत 27:40* – 29:15* शुभ
चर 29:15* – 30:49* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 06:50 – 07:47
शनि 07:47 – 08:44
बृहस्पति 08:44 – 09:41
मंगल 09:41 – 10:38
सूर्य 10:38 – 11:35
शुक्र 11:35 – 12:33
बुध 12:33 – 13:30
चन्द्र 13:30 – 14:27
शनि 14:27 – 15:24
बृहस्पति 15:24 – 16:21
मंगल 16:21 – 17:18
सूर्य 17:18 – 18:15

🚩होरा, रात
शुक्र 18:15 – 19:18
बुध 19:18 – 20:21
चन्द्र 20:21 – 21:24
शनि 21:24 – 22:27
बृहस्पति 22:27 – 23:29
मंगल 23:29 – 24:32
सूर्य 24:32* – 25:35
शुक्र 25:35* – 26:38
बुध 26:38* – 27:40
चन्द्र 27:40* – 28:43
शनि 28:43* – 29:46
बृहस्पति 29:46* – 30:49

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कुम्भ > 05:10 से 06:46 तक
मीन > 06:46 से 08:14 तक
मेष > 08:14 से 09:52 तक
वृषभ > 09:52 से 11:50 तक
मिथुन > 11:50 से 14:08 तक
कर्क > 14:08 से 16:24 तक
सिंह > 16:24 से 18:34 तक
कन्या > 18:34 से 20:48 तक
तुला > 20:48 से 23:02 तक
वृश्चिक > 23:02 से 01:20 तक
धनु > 01:20 से 03:16 तक
मकर > 03:16 से 05:10 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 11 + 2 + 1 = 29 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

26 + 26 + 5 = 57 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सफला एकादशी व्रत (सर्वेषां)*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

भ्रमन्संपूज्यते राजा भ्रमन्संपूज्यते द्विजः ।
भ्रमन्संपूज्यते योगी स्त्री भ्रमन्ती विनश्यति ।।
।। चा o नी o।।

राजा, ब्राह्मण और तपस्वी योगी जब दुसरे देश जाते है, तो आदर पाते है. लेकिन औरत यदि भटक जाती है तो बर्बाद हो जाती है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: गुणत्रयविभागयोग :- अo-14

नान्यं गुणेभ्यः कर्तारं यदा द्रष्टानुपश्यति ।,
गुणेभ्यश्च परं वेत्ति मद्भावं सोऽधिगच्छति ॥,

जिस समय दृष्टा तीनों गुणों के अतिरिक्त अन्य किसी को कर्ता नहीं देखता और तीनों गुणों से अत्यन्त परे सच्चिदानन्दघनस्वरूप मुझ परमात्मा को तत्त्व से जानता है, उस समय वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है॥,19॥

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
बकाया वसूली समय पर होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाग्य अनुकूल है। समय का लाभ लें। प्रमाद न करें।

🐂वृष
तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में गति आएगी। व्यापारी वर्ग लाभ की वृद्धि का आनंद ले सकता है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। सावधानी आवश्यक है। धन प्राप्ति सुगम होगी।

👫मिथुन
कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कामों में अनुकूलता रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दांपत्य जीवन में आनंद बना रहेगा। मातहतों का सहयोग मिलेगा। किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में गति बनी रहेगी। प्रमाद न करें।

🦀कर्क
पुराना रोग परेशानी का कारण रहेगा। सेहत पर विशेष ध्यान दें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। समय नेष्ट है। वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है। कारोबारी लाभ में वृद्धि होगी। आय बनी रहेगी। निवेश में जल्दबाजी न करें।

🐅सिंह
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेगा। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी। आर्थिक उन्नति व कार्यप्रणाली सुधारने के लिए नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। सामाजिक सेवाकार्य करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। धन प्राप्ति सु्गम होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं, सावधान रहें।

⚖️तुला
आशा व निराशा के बीच समय गुजरेगा। आर्थिक परेशानी रहेगी। फालतू खर्च होगा। बजट बिगड़ेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। समय पर काम नहीं होने से तनाव रहेगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। वाणी में हल्के शब्दों का प्रयोग न करें।

🦂वृश्चिक
भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कारोबारी बड़ा लाभ हो सकता है। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। नौकरी में उच्चाधिकारियों की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। जल्दबाजी व अति उत्साह में कोई कार्य न करें। धनार्जन होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🏹धनु
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बेवजह तनाव व चिंता रहेंगे। मामूली बात पर विवाद हो सकता है। कारोबार में लाभ होगा। मन में संवेदनशीलता बनी रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। नौकरी में कार्यभार रहेगा। विवाद से दूर रहें। पुरानी व्याधि परेशानी का कारण बन सकती है।

🐊मकर
पुराने संगी-साथी तथा रिश्तेदारों से मुलाका‍त होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि तथा समस्या में कमी करेगा। व्यापार ठीक चलेगा।

🍯कुंभ
प्रयास सफल रहेंगे। काफी समय से लंबित कार्य पूर्ण होने के योग हैं। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा किसी वरिष्ठ व्यक्ति से प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। निवेश शुभ फल देगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा।

🐟मीन
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ फल देगा। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। प्रमाद से बचें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*स्वर्ग-का-सेब*

एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए तैयार हो कर लाइन लगाकर खड़े हो गए.
एक छोटी बच्ची बहुत उत्सुक थी क्योंकि वह पहली बार भगवान को देखने जा रही थी एक बड़े और सुंदर सेब के साथ साथ भगवान के दर्शन की कल्पना से ही खुश थी अंत में प्रतीक्षा समाप्त हुई बहुत लंबी कतार में जब उसका नम्बर आया तो भगवान ने उसे एक बड़ा और लाल सेब दिया लेकिन जैसे ही उसने सेब पकड़कर लाइन से बाहर निकली उसका सेब हाथ से छूटकर कीचड़ में गिर गया बच्ची उदास हो गई अब उसे दुबारा से लाइन में लगना पड़ेगा दूसरी लाइन पहली से भी लंबी थी लेकिन कोई और रास्ता नहीं था सब लोग ईमानदारी से अपनी बारी-बारी से सेब लेकर जा रहे थे.
अन्ततः वह बच्ची फिर से लाइन में लगी और अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगी आधी क़तार को सेब मिलने के बाद सेब ख़त्म होने लगे अब तो बच्ची बहुत उदास हो गई उसने सोचा कि उसकी बारी आने तक तो सब सेब खत्म हो जाएंगे लेकिन वह ये नहीं जानती थी कि भगवान के भंडार कभी ख़ाली नही होते जब तक उसकी बारी आई तो और भी नए सेब आ गए.
भगवान तो अन्तर्यामी होते हैं बच्ची के मन की बात जान गए उन्होंने इस बार बच्ची को सेब देकर कहा कि पिछली बार वाला सेब एक तरफ से सड़ चुका था तुम्हारे लिए सही नहीं था इसलिए मैने ही उसे तुम्हारे हाथों गिरवा दिया था दूसरी तरफ लंबी कतार में तुम्हें इसलिए लगाया क्योंकि नए सेब अभी पेडों पर थे उनके आने में समय बाकी था इसलिए  तुम्हें अधिक प्रतीक्षा करनी पड़ी ये सेब अधिक लाल, सुंदर और तुम्हारे लिए उपयुक्त है भगवान की बात सुनकर बच्ची संतुष्ट हो कर गई.

इसी प्रकार यदि आपके किसी काम में बिलम्ब हो रहा है तो उसे भगवान की इच्छा मानकर स्वीकार करें। जिस प्रकार हम अपने बच्चों को उत्तम से उत्तम देने का प्रयास करते हैं उसी प्रकार भगवान भी अपने बच्चों को वही देंगे जो उनके लिए उत्तम होगा। ईमानदारी से अपनी बारी की प्रतीक्षा करें,और उन परम पिता की कृपा के लिए हर पल हर क्षण उसका गुणगान करें..!!
  

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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