उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- कर्म ही सच्चा साधन*


*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 26/02/2025, बुधवार*
*त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष,*
*फाल्गुन*
(समाप्ति काल)

तिथि——— त्रयोदशी 11:07:58 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र———– श्रवण 17:22:22
योग———— परिघ 26:56:26
करण———- वणिज 11:07:58
करण——- विष्टि भद्र 22:04:56
वार———————– बुधवार
माह——————— फाल्गुन
चन्द्र राशि—– मकर 28:36:03
चन्द्र राशि————— कुम्भ
सूर्य राशि—————– कुम्भ
रितु———————— वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर——————- क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————-कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————–1946
कलि संवत—————- 5125
सूर्योदय————– 06:47:46
सूर्यास्त—————- 18:16:39
दिन काल———— 11:28:52
रात्री काल————- 12:30:08
चंद्रास्त————– 16:34:03
चंद्रोदय—————- 30:18:34
लग्न—- कुम्भ 13°29′ , 313°29′
सूर्य नक्षत्र————— शतभिषा
चन्द्र नक्षत्र—————— श्रवण
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

खे—- श्रवण 11:42:34

खो—- श्रवण 17:22:22

गा—- धनिष्ठा 23:00:10

गी—- धनिष्ठा 28:36:03

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कुम्भ 13°40, शतभिषा 3 सी
चन्द्र= मकर 17°30 , श्रवण 3 खे
बुध =कुम्भ 27°52 ‘ पू o भा o 2 सो
शु क्र= मीन 16°05, उ o फाo’ 4 ञ
मंगल=मिथुन 22°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 1 के
गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी
शनि=कुम्भ 26°28 ‘ पू o भा o , 2 सो
राहू=(व) मीन 04°25 उo भा o, 1 दू
केतु= (व)कन्या 04°25 उ oफा o 3 पा

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 12:32 – 13:58 अशुभ
यम घंटा 08:14 – 09:40 अशुभ
गुली काल 11:06 – 12: 32अशुभ
अभिजित 12:09 – 12:55 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:09 – 12:55 अशुभ
वर्ज्यम 21:08 – 22:38 अशुभ
प्रदोष 18:17 – 20:49 शुभ

पंचक ¹ 28:36* – अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:48 – 08:14 शुभ
अमृत 08:14 – 09:40 शुभ
काल 09:40 – 11:06 अशुभ
शुभ 11:06 – 12:32 शुभ
रोग 12:32 – 13:58 अशुभ
उद्वेग 13:58 – 15:24 अशुभ
चर 15:24 – 16:51 शुभ
लाभ 16:51 – 18:17 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 18:17 – 19:50 अशुभ
शुभ 19:50 – 21:24 शुभ
अमृत 21:24 – 22:58 शुभ
चर 22:58 – 24:32* शुभ
रोग 24:32* – 26:05* अशुभ
काल 26:05* – 27:39* अशुभ
लाभ 27:39* – 29:13* शुभ
उद्वेग 29:13* – 30:47* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 06:48 – 07:45
चन्द्र 07:45 – 08:43
शनि 08:43 – 09:40
बृहस्पति 09:40 – 10:37
मंगल 10:37 – 11:35
सूर्य 11:35 – 12:32
शुक्र 12:32 – 13:30
बुध 13:30 – 14:27
चन्द्र 14:27 – 15:24
शनि 15:24 – 16:22
बृहस्पति 16:22 – 17:19
मंगल 17:19 – 18:17

🚩होरा, रात
सूर्य 18:17 – 19:19
शुक्र 19:19 – 20:22
बुध 20:22 – 21:24
चन्द्र 21:24 – 22:27
शनि 22:27 – 23:29
बृहस्पति 23:29 – 24:32
मंगल 24:32* – 25:34
सूर्य 25:34* – 26:37
शुक्र 26:37* – 27:39
बुध 27:39* – 28:42
चन्द्र 28:42* – 29:44
शनि 29:44* – 30:47

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कुम्भ > 05:02 से 06:38 तक
मीन > 06:38 से 08:06 तक
मेष > 08:06 से 09:44 तक
वृषभ > 09:44 से 11:42 तक
मिथुन > 11:42 से 14:00 तक
कर्क > 14:00 से 16:16 तक
सिंह > 16:16 से 18:26 तक
कन्या > 18:26 से 20:40 तक
तुला > 20:40 से 22:54 तक
वृश्चिक > 22:54 से 01:12 तक
धनु > 01:12 से 03:08 तक
मकर > 03:08 से 05:00 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 13 + 4 +1 = 33 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

28 + 28 + 5 = 61 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

11:08 से रात्रि 22:01 तक

पाताल लोक =धन लाभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*महाशिवरात्रि व्रत*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

तादृशी जायते बुध्दिर्व्यवसायोऽपि तादृशः ।
सहायास्तादृशा एव यादृशी भवितव्यता ।।
।। चा o नी o।।

सर्व शक्तिमान के इच्छा से ही बुद्धि काम करती है, वही कर्मो को नियंत्रीत करता है. उसी की इच्छा से आस पास में मदद करने वाले आ जाते है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: गुणत्रयविभागयोग :- अo-14

कैर्लिङ्‍गैस्त्रीन्गुणानेतानतीतो भवति प्रभो ।,
किमाचारः कथं चैतांस्त्रीन्गुणानतिवर्तते ॥,

अर्जुन बोले- इन तीनों गुणों से अतीत पुरुष किन-किन लक्षणों से युक्त होता है और किस प्रकार के आचरणों वाला होता है तथा हे प्रभो! मनुष्य किस उपाय से इन तीनों गुणों से अतीत होता है?॥,21॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
मानसिक शांति के लिए किए गए प्रयास सफल रहेंगे। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। प्रसन्नता रहेगी। किसी धार्मिक यात्रा की योजना बनेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा।

🐂वृष
वाहन व मशीनरी इत्यादि के प्रयोग में लापरवाही न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।

👫मिथुन
कार्यक्षेत्र के लिए नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। बिगड़े काम बन सकते हैं। समाजसेवा करने का मन बनेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यस्तता रहेगी। आराम का समय नहीं मिलेगा। थकान रहेगी।

🦀कर्क
व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।

🐅सिंह
समाजसेवा करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। खोई हुई वस्तु मिलने के योग हैं। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

🙍‍♀️कन्या
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। किसी आनंदोत्सव में भाग ले सकते हैं। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी।

⚖️तुला
किसी तरह से बड़ा लाभ होने की संभावना है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। किसी तरह के विवाद में विजय प्राप्त होगी। स्वास्थ्य अच्‍छा रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में नया कार्य मिल सकता है।

🦂वृश्चिक
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। थकान व कमजोरी रह सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। दूसरों से अधिक अपेक्षा न करें। बेवजह चिड़चिड़ापन रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कार्य में मन नहीं लगेगा।

🏹धनु
भावना में बहकर महत्वपूर्ण निर्णय न लें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। लाभ होगा। स्वास्थ्य के संबंध में लापरवाही न करें। स्वास्थ्‍य पर व्यय होगा। दु:खद समाचार मिल सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से हानि होगी।

🐊मकर
मनपसंद व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य उत्साह व लगन से कर पाएगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। धन प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। प्रमाद न करें।

🍯कुंभ
घर, दुकान, फैक्टरी व शोरूम इत्यादि के खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कारोबार में बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुके काम बनेंगे। घर-बाहर उत्साह व प्रसन्नता से काम कर पाएंगे।

🐟मीन
प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में मातहत साथ देंगे।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*🛕जय श्री राम🙏*

*🌳कर्म ही सच्चा साधन🌳*

एक बार महात्मा बुद्ध वन में नदी किनारे ध्यानमग्न बैठे थे। उसी नदी के पास एक गुरुकुल था, जहाँ एक मुनि अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। संयोग से मुनि की दृष्टि बुद्ध पर पड़ी, तो वे उनके पास चले आए।

बुद्ध का सान्निध्य पाकर मुनि ने विनम्रतापूर्वक प्रश्न किया—
“गुरुदेव, क्या पूजा-पाठ से कुछ प्राप्त होता है?”

बुद्ध मुस्कुराए और बोले—
“पहले मेरे प्रश्न का उत्तर दीजिए। यदि कोई इस नदी को पार करना चाहे, तो उसे क्या करना होगा?”

मुनि ने उत्तर दिया—
“यदि वह तैरना जानता है, तो तैरकर पार कर सकता है। यदि नाव उपलब्ध हो, तो नाव से जा सकता है। और यदि जल कम हो, तो पैदल चलकर पार किया जा सकता है।”

बुद्ध ने पुनः प्रश्न किया—
“यदि वह इन तीनों उपायों को भी न अपनाए, तो?”

अब मुनि कुछ क्षण के लिए चुप हो गए। फिर जैसे ही सत्य का बोध हुआ, वे झट से बुद्ध के चरणों में गिर पड़े और बोले—
“गुरुवर, मैं आपके कथन का मर्म समझ गया! मात्र पूजा-पाठ से कुछ प्राप्त नहीं होता, जब तक कि स्वयं कर्म न किया जाए।”

बुद्ध ने सहज स्वर में कहा—
*”सही कहा। यदि कोई व्यक्ति नदी के किनारे खड़े होकर दिन-रात प्रार्थना करता रहे, तो क्या वह नदी पार कर सकता है? नहीं! जब तक वह स्वयं तैरने का प्रयास नहीं करेगा या नाव का उपयोग नहीं करेगा, तब तक पार नहीं जा सकता। ठीक उसी प्रकार, केवल पूजा-पाठ या भाग्य के सहारे कुछ भी नहीं मिलता। कर्म ही सच्चा साधन है, जो हमें सफलता दिलाता है।”*

इस प्रसंग का सार यही है कि *हमारा भविष्य हमारे अपने कर्मों पर निर्भर करता है, न कि केवल भाग्य पर। जो लोग केवल किस्मत के भरोसे बैठ जाते हैं, वे अपने जीवन में कुछ प्राप्त नहीं कर सकते। ईश्वर ने हमें कर्म करने की स्वतंत्रता दी है, इसलिए भाग्य को कोसने के बजाय हमें अपने प्रयासों पर विश्वास रखना चाहिए।*

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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