*गीता भवन को बदनाम करने की साजिश- व्यवस्थापक पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर बदनाम करने का प्रयास*
देव भूमि जे के न्यूज ऋषिकेश 13/02/2024- आज गीता भवन में व्यवस्थापक सहित ट्रस्टियों ने पत्रकारों के सामने गीता भवन में माली की मृत्यु पर हो रहे राजनीति के विषय को विस्तार से बताया। पत्रकारों से वार्ता करते हुए व्यवस्थापक गौतम कुमार ने कहा कि स्वर्गाश्रम स्थित गीता भवन में असामाजिक तत्व किस्म के राजनीतिक लोगों ने एक माली की दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत को षड्यंत्र रच कर जमकर गीता भवन में बवाल काटा और व्यवस्थापक पर गंभीर अरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराकर अपनी राजनीति रोटी सेकने का कार्य किया है। हालांकि इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर उचित कार्यवाही का आश्वासन भी दे रही है। लिहाजा पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच की बात भी करती हुई दिखाई दी है। ट्रस्टियों के अनुसार बताया जा रहा है कि स्वर्ग आश्रम स्थित गीता भवन में विगत 31 जनवरी 2024 को 63 वर्षीय माली का कार्य करने वाले कर्मचारी श्यामसुंदर पासवान की दिल का दौरा पड़ने से स्वाभाविक मौत का मामला सामने आया था। मगर असामाजिक तत्व किस्म के लोगो ने इसे उल्टा रूप देते हुए व्यवस्थापक पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया। असामाजिक तत्व किस्म के राजनीतिक लोगो द्वारा मृतक की मौत को हथियार बनाकर उनके परिवार के कंधे पर बंदूक रखकर गीता भवन में जमकर तांडव मचाने का कार्य किया है।
पीड़ित व्यवस्थापक गौतम कुमार ने बताया कि मृतक बुजुर्ग माली श्याम सुंदर के परिजनों को आर्थिक रूप से मानवता के आधार पर सहायता दे रहे थे लेकिन राजनितिक लोगो के परिजनों ने भड़काकर मनचाही मुआवजा देने की मांग की इस पर व्यस्थापक ने कहा यह निर्णय ट्रस्ट बोर्ड तय करेगी मगर इस मुद्दे को राजनीति के षड्यंत्र के तहत कुछ असामाजिक तत्व किस्म के राजनीतिक लोगों द्वारा इसे राजनीति रूप देते हुए गीता भवन में जमकर बवाल काटते हुए परिजनों को षड्यंत्र के तहत भड़का कर मुआवजे के लिए भड़का दिया। पीड़ित गौतम कुमार का अरोप है कि जौंक नगर पंचायत में राजनीति से जुड़े हुए कुछ लोगों ने षड्यंत्र रचकर मुझे दिनांक 2 फरवरी 2024 को गीता भवन नंबर 6 में बुलाकर मृतक के परिजनों द्वारा नाजायज मुआवजे.
की मांग करने लगे। इस पर मेरे द्वारा इंसानियत और मानवता के आधार पर आर्थिक सहायता राशि दिलाने का परिजनों को आश्वासन भी दिया गया लेकिन स्थानीय असामाजिक तत्व किस्म के नेताओं के भड़काने से परिजनों व अन्य लोगों ने मुझ पर जान से मारने की नीयत से जानलेवा हमला कर दिया और बुरी तरह से मारपीट की गई। और चार घण्टे तक बंधक बनाकर जान से मारने का प्रयास भी किया। हालांकि असामाजिक तत्व किस्म के लोगों व मृतक के परिजनों की पिटाई से मेरी हालत गम्भीर भी हो जिससे हमें गम्भीर हालत में एम्स हॉस्पिटल में 3 दिन तक भर्ती रहना पड़ा। आरोप है कि मारपीट करने वाले लोगो द्वारा उन्हें पुलिस से शिकायत करने पर एससी एसटी के मुकदमे में फसाने और अन्य मुकदमे लगवा कर जेल भिजवाने की धमकी भी दी गई। आरोप है कि बवाल काटने वाले लोगों द्वारा अपना राजनीतिक हित साधते हुए व्यवस्थापक पर लक्ष्मण झूला थाने में एससी एसटी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि गीता भवन धार्मिक संस्थान है जो भारत सरकार द्वारा गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित है। इस संस्थान को स्थानीय नेताओं एवं असामाजिक तत्व किस्म लोगो द्वारा लगातार गीता भवन की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है और अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के उद्देश्य से कर्मचारियों को भड़का कर बदनाम करने का भी प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर पुलिस प्रशासन जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई करें। जिससे कि दोबारा से ऐसे असामाजिक तत्व किस्म के लोग अपने मसूबो में कामयाब ना हो सके। पीड़ित का आरोप है कि इसी तरह की घटना 2022 में भी असामाजिक तत्व किस्म के लोगों द्वारा गीत भवन के प्रबंधक को मारपीट कर जानलेवा हमला किया गया जिसका मुकदमा माननीय न्यायालय में विचाराधीन है।
पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से रामस्वरूप, गौतम छापड़िया, गौरी शंकर मोहता,अशोक मियमानी, कैलाश, विष्णु डिगवानीया,रामरतन मोदी, संदीप कुमार उपस्थित थे।