उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- नाथालाल सेठ।

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📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द……………………5125
विक्रम संवत्…………………..2080
शक संवत्……………………..1945
मास………………………………चैत्र
पक्ष……………………………..शुक्ल
तिथी…………………………..तृतीया
दोप 03.09 पर्यंत पश्चात चतुर्थी
रवि………………………….उत्तरायण
सूर्योदय…………प्रातः 06.10.45 पर
सूर्यास्त…………संध्या 06.46.00 पर
सूर्य राशि…………………………मीन
चन्द्र राशि…………………………मेष
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र…………………………कृत्तिका
रात्रि 01.40 पर्यंत पश्चात रोहिणी
योग……………………………..प्रीती
प्रातः 07.18 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण……………………………गरज
दोप 03.09 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु………………………(मधु) वसंत
दिन……………………………गुरुवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :–*
11 अप्रैल सन 2024 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
प्रातः 12.02 से 12.52 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
दोपहर 02.01 से 03.34 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*मीन*
04:49:24 06:19:06
*मेष*
06:19:06 08:01:18
*वृषभ*
08:01:18 09:59:57
*मिथुन*
09:59:57 12:13:39
*कर्क*
12:13:39 14:29:49
*सिंह*
14:29:49 16:41:38
*कन्या*
16:41:38 18:52:17
*तुला*
18:52:17 21:06:55
*वृश्चिक*
21:06:55 23:23:05
*धनु*
23:23:05 25:28:42
*मकर*
25:28:42 27:15:48
*कुम्भ*
27:15:48 28:49:24

🚦 *दिशाशूल :-*
दक्षिणदिशा – यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक…………………….2
🔯 शुभ रंग…………………..पीला

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 10.53 से 12.26 तक चंचल
दोप. 12.26 से 02.00 तक लाभ
दोप. 02.00 से 03.34 तक अमृत
सायं 05.07 से 06.41 तक शुभ
सायं 06.41 से 08.07 तक अमृत
रात्रि 08.07 से 09.33 तक चंचल

📿 *आज का मंत्र :-*
|। ॐ बृं बृहस्पतये नम: ।|

📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (पञ्चमोऽध्यायः – कर्मसंन्यासयोगः) -*
योऽन्तःसुखोऽन्तरारामस् तथान्तर्ज्योतिरेव यः।
स योगी ब्रह्मनिर्वाणं ब्रह्मभूतोऽधिगच्छति॥५-२४॥
अर्थात :
जो योगी अन्तरात्मा में ही सुख वाला है, आत्मा में ही रमण करने वाला है और जो आत्मा में ही प्रकाश (ज्ञान) वाला है, वह ब्रह्म होकर शांत पर ब्रह्म को प्राप्त हो जाता है॥24॥

🍃 *आरोग्यं :-*
*हरड़ के औषधीय लाभ :-*
१- हरड़ के टुकड़ों को चबाकर खाने से भूख बढ़ती है |

२- छोटी हरड़ को पानी में घिसकर छालों पर प्रतिदिन ०३ बार लगाने से मुहं के छाले नष्ट हो जाते हैं | इसको आप रात को भोजन के बाद भी चूंस सकते हैं |

३- छोटी हरड़ को पानी में भिगो दें | रात को खाना खाने के बाद चबा चबा कर खाने से पेट साफ़ हो जाता है और गैस कम हो जाती है |

४- कच्चे हरड़ के फलों को पीसकर चटनी बना लें | एक -एक चम्मच की मात्रा में तीन बार इस चटनी के सेवन से पतले दस्त बंद हो जाते हैं |

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
मेहनत का फल मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। संतान से कष्ट रहेगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। विवाद न करें। यात्रा में अपनी वस्तुओं को संभालकर रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। अधीनस्थों की ओर ध्यान दें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

👧 *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
नए अनुबंध होंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
समय ठीक नहीं है। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय काम बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। संतान से मदद मिलेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से बचें। राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। वाणी पर संयम रखें।

☸️ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

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*🌷 आज की प्रेरणा प्रसंग 🌷*

*नाथालाल सेठ*

एक गाँव में एक सेठ रहेता था ।
उसका नाम था *’नाथालाल’ सेठ ।*
वो जब भी गाँव के बाज़ार से निकलता थाvतब लोग उसे नमस्ते या सलाम करते थे ! वो उसके जवाब में मुस्कुरा कर अपना सिर हिला देता था और बहुत धीरे से बोलता था की-“घर जाकर बोल दूंगा”
एक बार किसी परिचित व्यक्ति ने सेठ को ये बोलते हुये सुन लिया तो उसने कुतूहल वश सेठ को पूछ लिया कि-
सेठजी आप ऐसा क्यों बोलते हो कि घर जाकर बोल दूंगा ??
तब सेठ ने उस व्यक्ति को कहा- में पहले धनवान नहीं था उस समय लोग मुझे ‘नाथू’ कहकर बुलाते थे और आज के समय में धनवान हूँ तो लोग मुझे ‘नाथालाल सेठ’ कहकर बुलाते है । ये इज्जत मुझे नहीं, ‘धन’ को दे रहे है । इस लिए मैं रोज़ घर जाकर तिज़ोरी खोल कर लक्ष्मीजी (धन) को ये बता देता हूँ कि आज तुमको कितने लोगो ने नमस्ते या सलाम किया ! इससे मेरे मन में ‘अभिमान’ या ‘गलतफहमी’ नहीं आती कि लोग मुझे मान या इज्जत दे रहे हैं ! इज्जत सिर्फ पैसे की है,इंसान की नहीं !!

*यह जिन्दगी का ‘कटु ‘ सत्य है…*

*सदैव प्रसन्न रहिए।* *हमेशा स्वस्थ रहिए।।*

Devbhumi jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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